अंतरराष्ट्रीय
तेल अवीव, 16 अप्रैल । ईरान ने हाल ही में इजरायल पर बड़ा हमला किया। इसके बाद इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान के खिलाफ 'राजनयिक आक्रामक' शुरू कर दिया।
विदेश मंत्री काट्ज ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "आज सुबह मैंने 32 देशों को पत्र भेजे हैं। विश्व के दर्जनों विदेश मंत्रियों और प्रमुख हस्तियों से बात की है।"
विदेश मंत्री ने ईरान के मिसाइल प्रोग्राम पर बैन लगाने और इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को आतंकवादी संगठन घोषित करने का आह्वान किया है। उनका मानना है कि इन उपायों से तेहरान को कमजोर करने में मदद मिलेगी।
विदेश मंत्री ने आगे लिखा, "इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, ईरान को अब रोका जाना चाहिए। ईरान के खिलाफ इजरायल के राजनयिक अभियान के साथ-साथ तेहरान के 300 से अधिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और ड्रोनों के हमले का सैन्य जवाब भी दिया जाना चाहिए।"
इजरायल के सैन्य नेतृत्व ने संकेत दिया है कि वह शनिवार रात हुए बड़े ईरानी हमले का बिना जवाब दिए नहीं छोड़ेगा।
ईरान ने कहा, ''यह हमला सीरिया में ईरानी राजनयिक परिसर पर संदिग्ध इजरायली हमले के जवाब में था, जिसमें दो ईरानी जनरलों और पांच अधिकारियों की मौत हो गई थी।" (आईएएनएस/डीपीए)
एडिलेड, 16 अप्रैल लाखों वर्षों से, विशाल जानवर या मेगाफ़ौना उन जगहों पर घूमते रहे हैं जो अब ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी हैं। इनमें कई आधुनिक जानवरों के बहुत बड़े संस्करण थे।
उदाहरण के लिए, मेगालानिया (वारानस प्रिस्कस) नामक चार मीटर का गोआना था, जो संभवतः अपने शिकार पर घात लगाकर हमला करता था। यह जानवर लगभग 40,000 साल पहले लाल कंगारू और खारे पानी के मगरमच्छ जैसे अवशेषों को छोड़कर लगभग सभी अन्य मेगाफौना के साथ गायब हो गया था।
अब लुप्त हो चुकी कंगारू प्रजातियों में से कुछ काफी विशाल थीं। छोटे मुंह वाला कंगारू प्रोकोप्टोडोन गोलिया तीन मीटर तक लंबा था और इसका वजन 250 किलोग्राम से अधिक रहा होगा।
विलुप्त कंगारूओं की एक और प्रजाति थी, प्रोटेमनोडोन, जिनके जीवन के बारे में बहुत कम जानकारी है। एक नए अध्ययन में, मैं और मेरे सहकर्मी इन लुप्त हो चुके मार्सुपियल्स की तीन नई प्रजातियों का वर्णन करते हैं - और इस बात पर कुछ प्रकाश डालते हैं कि वे कहाँ रहते थे और कैसे रहते थे।
150 साल की पहेली
प्रोटेमनोडोन की पहली प्रजाति का वर्णन 1874 में ब्रिटिश प्रकृतिवादी रिचर्ड ओवेन द्वारा किया गया था। जैसा कि उस समय मानक था, ओवेन ने मुख्य रूप से जीवाश्म दांतों पर ध्यान केंद्रित किया। विभिन्न खंडित नमूनों के दांतों के बीच मामूली अंतर देखकर उन्होंने प्रोटेमनोडोन की छह प्रजातियों का वर्णन किया।
हालाँकि, ओवेन की प्रजाति समय की कसौटी पर खरी नहीं उतरी है। हमारा अध्ययन उनकी केवल एक प्रजाति - प्रोटेमनोडोन अनाक से सहमत है। पी. अनाक का वर्णन किया जाने वाला पहला नमूना, जिसे होलोटाइप कहा जाता है, अभी भी लंदन के प्राकृतिक इतिहास संग्रहालय में मौजूद है।
व्यक्तिगत प्रोटेमनोडोन हड्डियों के जीवाश्म असामान्य नहीं हैं, लेकिन अधिक पूर्ण कंकाल दुर्लभ हैं। इससे जीवों का अध्ययन करने के जीवाश्म विज्ञानियों के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है।
इस सवाल का पूरी तरह से उत्तर नहीं दिया गया है कि वहाँ कितनी प्रजातियाँ थीं और उन्हें अलग कैसे बताया जाए। इससे यह कहना कठिन हो गया है कि प्रजातियाँ अपने आकार, भौगोलिक सीमा, गति और अपने प्राकृतिक वातावरण के अनुकूलन में कैसे भिन्न हैं।
मैंने अपने पीएचडी प्रोजेक्ट में इस समस्या को हल करने का निश्चय किया। साथी पीएचडी छात्र जैकब वैन ज़ोलेन के साथ, मैंने डेटा इकट्ठा करने के लिए चार देशों के 14 संग्रहालयों का दौरा किया।
हमने अब जमीन के ऊपर मौजूद प्रोटेमनोडोन के लगभग हर टुकड़े को देखा है, पूरे ऑस्ट्रेलिया और न्यू गिनी से एकत्र किए गए 800 से अधिक नमूनों की तस्वीरें खींची, स्कैन की, मापी, तुलना की और उनका वर्णन किया।
कुंजी ढूँढना
इस सभी अध्ययन के बीच, प्रोटेमनोडोन समस्या की कुंजी उत्तरपूर्वी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया में कैलाबोना झील के सूखे तल में दबी हुई निकली। 2013 से 2019 तक कैलाबोना झील के तीन अभियानों में एक मेगाफॉनल बोनीयार्ड पाया गया: विशाल कंगारूओं, विशाल गर्भ और 250 किलोग्राम के उड़ान रहित पक्षी गेनोर्निस न्यूटोनी के पूरे कंकाल, एक गैंडे के आकार के मार्सुपियल शाकाहारी, डिप्रोटोडोन ऑप्टैटम के सैकड़ों अवशेषों के बीच बिखरे हुए थे। यह झील संभवतः उन जानवरों को संरक्षित करती है जो लंबे समय तक सूखे के दौरान पानी की तलाश में मर गए थे।
मैं 2018 की यात्रा में शामिल हुआ, जिसमें सभी प्रकार के अद्भुत स्पष्ट जीवाश्म मिले। उस समय मैं प्रथम वर्ष का पीएचडी छात्र था और इन जीवाश्मों ने मुझे कंगारुओं की पहचान को अलग करने की प्रक्रिया शुरू करने में मदद दी।
रिचर्ड ओवेन की दो प्रजातियाँ, प्रोटेमनोडोन ब्रेहस और प्रोटेमनोडन रोचस, केवल उनके दांतों से ही जानी जाती थीं, जो बेहद समान थीं। हमने कई दांतों वाले कंगारूओं का पता लगाया और उनकी तुलना की जो ओवेन की किसी भी प्रजाति के हो सकते थे, लेकिन कंकाल मेल नहीं खाते थे।
प्रजातियों के नामकरण के अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार, इसका मतलब है कि हमें दो नई प्रजातियों का वर्णन करना होगा। ये हैं मध्य ऑस्ट्रेलिया से प्रोटेमनोडन विएटर और दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया से प्रोटेमनोडन मामकुर्रा।
बड़े अंतर वाले बड़े कंगारू
हमारा अध्ययन प्रोटेमनोडोन की सभी प्रजातियों की समीक्षा करता है, जिसमें आश्चर्यजनक अंतर पाया गया है। हमने निष्कर्ष निकाला कि जीनस में सात प्रजातियां हैं, जो बहुत अलग वातावरण में रहने और यहां तक कि अलग-अलग तरीकों से कूदने के लिए अनुकूलित हैं। कंगारू की एक ही प्रजाति में भिन्नता का यह स्तर असामान्य है।
प्रोटेमनोडोन विएटर एक बड़ा, लंबे अंगों वाला कंगारू था जो काफी तेज़ी से और कुशलता से कूद सकता था। इसका नाम, वीएटर, लैटिन में "यात्री" या "पथिक" के लिए है। इसके लंबे पिछले अंग मांसल और संकीर्ण थे, जो लंबी दूरी तक छलांग लगाने वाले कंगारू को सहारा देने के लिए बिल्कुल उपयुक्त थे।
प्रोटेमनोडोन विएटर अपने शुष्क मध्य ऑस्ट्रेलियाई निवास स्थान के लिए अच्छी तरह से अनुकूलित था, जो आज के लाल कंगारूओं के समान क्षेत्रों में रहता था। हालाँकि, प्रोटेमनोडोन विएटर बहुत बड़ा था, उसका वजन 170 किलोग्राम तक था, जो कि सबसे बड़े नर लाल कंगारुओं से लगभग दोगुना था।
हमारे अध्ययन से पता चलता है कि प्रोटेमनोडोन की दो या तीन प्रजातियाँ ज्यादातर चार पैरों वाली रही होंगी, जो क्वोकका या पोटरू की तरह चलती थीं - कभी-कभी चार पैरों पर टिकी होती थीं, और कभी-कभी दो पैरों पर उछलती थीं।
नव वर्णित प्रोटेमनोडोन मामकुर्रा संभवतः इनमें से एक है। एक बड़ा लेकिन मोटी हड्डियों वाला और मजबूत कंगारू, संभवतः काफी धीमी गति से चलने वाला और अकुशल था। यह शायद कभी-कभार ही उछला होगा, शायद चौंकने पर ही।
इस प्रजाति के सबसे अच्छे जीवाश्म बोंडिक लोगों की भूमि पर, दक्षिणपूर्वी दक्षिण ऑस्ट्रेलिया से आते हैं। प्रजाति का नाम, मामकुर्रा, बूरंडीज़ कॉर्पोरेशन में बोंडिक बुजुर्गों और भाषा विशेषज्ञों द्वारा चुना गया था। (द कन्वरसेशन)
ताना तोराजा (इंडोनेशिया), 16 अप्रैल इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर बचावकर्मियों द्वारा तीन वर्षीय एक बच्ची एवं उसकी मां के शवों को निकाले जाने के साथ ही भूस्खलन में जान गंवााने वालों की संख्या बढ़ कर 20 हो गयी है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
घटनास्थल पर खड़ी चट्टानों के कारण भारी उपकरण नहीं ले जाये जा सके। ऐसे में बचावकर्मियों ने छोटे औजारों की मदद से ही मिट्टी हटायी। इस बचाव एवं तलाश कार्य में कम से कम 20 बचाव कर्मियों/अधिकारियों एवं दर्जनों स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया।
स्थानीय पुलिस प्रमुख गुनार्डी मुंडू ने बताया कि शनिवार को दक्षिण सुलावेसी प्रांत में ताना तोराजा जिले के दक्षिण मकाले गांव में मूसलाधार वर्षा के कारण भूस्खलन हुआ और चार मकान मलबे के नीचे दब गये। उनके अनुसार, यह भूस्खलन हुआ तब इन चारों मकानों में से एक में पारिवारिक कार्यक्रम हो रहा था।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार को मलबे से दो लोगों के शव निकाले गये। (एपी)
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में चाऊ चाक विंग म्यूजियम ने पिछले हफ्ते अपनी मिस्र-प्रदर्शनी में रखीं बिना ढकीं ममी को हटा लिया. ऐसा मानव शरीर को प्रदर्शनी के लिए रखने के बारे में बदलते रवैये के चलते किया गया.
डॉयचे वैले पर विवेक कुमार की रिपोर्ट-
1881 में पुरातत्वविदों ने मिस्र के ‘वैली ऑफ द किंग्स' में मिस्र के राजा फेरो रैमसेस की ममी खोजी थी. तब से मिस्र में पाई गईं ममी रखना दुनियाभर के संग्रहालयों में लगाई जाने वालीं प्रदर्शनियों का एक अहम हिस्सा है. लेकिन पिछले हफ्ते सिडनी के एक म्यूजियम ने अपने यहां प्रदर्शित कुछ ममी हटा दीं. यह एक नए चलन की शुरुआत का संकेत है.
मानव शरीरों को प्रदर्शित किया जाना चाहिए या नहीं, यह संग्रहालय जगत की ताजा बहस है. इसी बहस पर कदम उठाते हुए चाऊ चाक विंग म्यूजियम ने पिछले हफ्ते अपनी सभी बिना ढकीं ममी प्रदर्शनियों से हटा लीं.
सिडनी यूनिवर्सिटी में बना यह चाऊ चाक म्यूजियम ऑस्ट्रेलिया में मिस्र की कलाकृतियों और खुदाई में मिली चीजों का सबसे बड़ा घर है. यहां 5,000 से ज्यादा चीजें रखी हैं जिनमें ममी के रूप में सहेजे गए मानव और जानवरों के अवशेष भी शामिल हैं. एक बार में ऐसे 300 से ज्यादा अवशेष प्रदर्शित किए जाते हैं.
फिलहाल संग्रहालय में दो ममी प्रदर्शनी में रखी गई हैं. मेरुआ और होरस की ये ममी और सीटी स्कैन के जरिए तैयार किया गया इनका 3डी चित्रण दर्शकों के देखने के लिए उपलब्ध है. लेकिन मेरनाथिटीस में मिले एक ताबूत का सामान, खोपड़ी का अंदर का हिस्सा, मोम का कान, चमकदार मोती आदि प्रदर्शनी से हटा दिए गए हैं.
वस्तु-मात्र नहीं है
संग्रहालय प्रबंधन ने कहा कि जो ममी पट्टियों में लिपटी नहीं है, उसे हटाया जा रहा है. यह अब स्टोर रूम में रखा जाएगा और म्यूजियम के अधिकारी मिस्र के समुदायों और अधिकारियों के साथ मिलकर इस सामग्री के संवेदनशील रूप में प्रदर्शन के तरीके खोजने पर विचार करेंगे.
म्यूजियम की वरिष्ठ क्यूरेटर डॉ. मेलनी पिटकिन ने कहा, "सैकड़ों साल से शरीर के हिस्सों को संग्रहालयों में वस्तु-मात्र समझा जाता रहा है. हम उन्हें प्रदर्शित देखने के इतने आदि हो गए हैं कि भूल जाते हैं कि कभी वे जीते-जागते इंसान थे.”
डॉ. पिटकिन कहती हैं कि स्थानीय और विदेशों में रहने वाले मिस्री समुदाय के अलावा म्यूजियम देखने आने वाले दर्शकों के बीच मानव अवशेषों को प्रदर्शित करने से जुड़े रवैये और मूल्यों पर हुए विस्तृत और गहन अध्ययन के बाद इन अवशेषों को हटाने का फैसला लिया गया है.
संग्रहालय ने अपने दर्शकों के बीच इस बात को लेकर एक सर्वेक्षण किया था. इसके अलावा सिडनी, मेलबर्न और एडीलेड में रहने वाले मिस्री मूल के 17 लोगों के एक फोकस ग्रुप के साथ दो दिन तक विचार-विमर्श किया गया. साथ ही, चाऊ चाक विंग म्यूजियम देख चुके मिस्री मूल के ऑस्ट्रेलियाई लोगों के बीच भी सर्वे किया गया.
ममी को ममी ना कहें
अब म्यूजियम मानव अवशेषों को प्रदर्शित करते हुए लिखी जाने वाली भाषा और संदेशों में भी बदलाव की योजना पर काम कर रहा है. जैसे कि ‘द ममी रूम' का नाम बदला जा सकता है. इसके लिए मिस्र के समुदाय के साथ चर्चा हो रही है.
डॉ. पिटकिन बताती हैं, ममी शब्द अरबी भाषा के ममिया से आया है, जिसका अर्थ होता है एक तरह का कोयला. लेप किए जाने के बाद शरीर कैसा दिखता है, यह शब्द उसका प्रतीक है. यह साम्राज्वादी भाषा है जब 19वीं सदी में मिस्र को लेकर पश्चिमी दुनिया में जुनून था.”
डॉ. पिटकिन कहती हैं कि कमरे का नाम बदलते वक्त हमारा ध्यान मानव शरीर को एक शाश्वत रूप में बदल देने पर होगा, जो असल में ममीकरण का मुख्य मकसद था. वह कहती हैं, "हम चाहते हैं कि दर्शक भी इस बात पर विचार करें कि मानव अवशेषों की देखरेख में संग्रहालयों को कितनी नैतिक जटिलताओं का सामना करना पड़ता है.” (dw.com)
तेल अवीव, 16 अप्रैल । इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने कहा है कि ईरान को अपनी करनी के परिणाम भुगतने होंगे।
दक्षिणी इजराइल में नेवातिम हवाई अड्डे का दौरा करने के बाद हलेवी ने कहा कि रविवार सुबह इजराइल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन हमले का जवाब दिया जाएगा। हलेवी ने कहा, इजराइल अपनी रक्षा करने में सक्षम है।
ईरान ने रविवार सुबह इजराइल पर मिसाइलों व ड्रोन से हमला किया था। आईडीएफ ने कहा है कि इनमें से 99 प्रतिशत को इजराइल पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया और विफल कर दिया गया।
आईडीएफ प्रमुख ने कहा कि उनकी सेना ने ईरानी हमलों को विफल कर दिया।
उन्होंने कहा कि आईडीएफ की रक्षा में संयुक्त राज्य अमेरिका की सेंट्रल कमांड, ब्रिटिश सशस्त्र बल, फ्रांसीसी सशस्त्र बल और अन्य सेनाएं शामिल थीं।
हलेवी ने कहा कि आईडीएफ किसी भी खतरे का मुकाबला करने के लिए तैयार है।
(आईएएनएस)
ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने सोमवार को सिडनी के चर्च में चाकू से किए गए हमले को धर्म के आधार पर प्रेरित ‘आतंकवादी कार्रवाई’ क़रार दिया है.
एसिरियन क्राइस्ट द गुड शेफर्ड चर्च में प्रार्थना के दौरान चाकू से बिशप, एक पादरी और अन्य लोगों पर हमला कर दिया था. इस मामले में 16 साल के लड़के को गिरफ़्तार किया गया है.
पुलिस का कहना है कि इस घटना में कम से कम चार लोगों को चोटें आई हैं. हालांकि, उन्हें आई चोटें जानलेवा नहीं हैं. इस घटना में हमलावर भी घायल हुआ है.
सिडनी के उपनगर वाकेली के इस चर्च में प्रार्थना को लाइव स्ट्रीम किया जा रहा था और यह हमला भी उसमें प्रसारित हो गया.
घटना के बाद सैकड़ों लोग चर्च के बाहर जमा हो गए और उनकी पुलिस से झड़प हो गई. इस दौरान दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए और पुलिस की 20 गाड़ियों को नुक़सान पहुंचा है.
घायलों के इलाज के लिए किए गए स्वास्थ्यकर्मियों को भी लोगों ने क़रीब तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा.
प्रधानमंत्री एंथनी एलबनीज़ ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक की और इस हमले को चिंताजनक बताया.
उन्होंने कहा, “हम शांतिप्रिय देश हैं. यहां हिंसा और चरमपंथ के लिए कोई जगह नहीं है.”
एक सप्ताह के अंदर ऑस्ट्रेलिया में चाकू से हमले की यह दूसरी घटना है.
अभी हाल ही में सिडनी शहर के एक भीड़ भरे मॉल में एक शख्स ने चाकू से हमला कर दिया था, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल। स्तन कैंसर अब दुनिया की सबसे आम कैंसर बीमारी है और इस रोग से 2040 तक प्रति वर्ष 10 लाख लोगों की मौत होने की आशंका है। यह बात ‘लैंसेट’ की एक नयी रिपोर्ट से सामने आयी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020 के अंत तक पांच वर्षों में लगभग 78 लाख महिलाओं के स्तन कैंसर से पीड़ित होने का पता चला और उस वर्ष लगभग 685,000 महिलाओं की इस बीमारी से मृत्यु हो गई।
रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि वैश्विक स्तर पर, स्तन कैंसर के मामले 2020 में 23 लाख से बढ़कर 2040 तक 30 लाख से अधिक हो जाएंगे, जिससे निम्न और मध्यम आय वाले देश प्रभावित होंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कि 2040 तक बीमारी के चलते सालाना 10 लाख लोगों की मौत होने की आशंका है।
लैंसेट रिपोर्ट में स्तन कैंसर के कारण "भयावह असमानताओं" और लक्षणों, निराशा व वित्तीय बोझ से पीड़ित होने की ओर इशारा किया गया है।
रिपोर्ट में इन चुनौतियों से निपटने के लिए रोगियों और स्वास्थ्य पेशेवरों के बीच बेहतर संचार का सुझाव दिया गया है, जिससे जीवन की गुणवत्ता, शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
एमोरी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन, अमेरिका की रेशमा जगसी ने कहा, "महिलाओं के मौलिक मानवाधिकारों को ऐतिहासिक रूप से सभी जगह पुरुषों की तुलना में कम सम्मान दिया गया है, जिसका प्रभाव रोगी के रोग से उबरने की क्षमता पर पड़ता है।”
जगसी ने कहा, "प्रत्येक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर को किसी न किसी रूप में संचार कौशल प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए। रोगियों और स्वास्थ्य पेशेवरों के बीच संचार की गुणवत्ता में सुधार करना, हालांकि सरल प्रतीत होता है, लेकिन इसके गहरे सकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं जो स्तन कैंसर से निपटने में रोगी की मदद कर सकते हैं।” (भाषा)
यरूशलम, 16 अप्रैल। इजराइल के सेना प्रमुख ने सोमवार को कहा कि उनका देश पिछले हफ्ते हुए ईरान के हमले का जवाब देगा। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इजराइल ऐसा कब और कैसे करेगा।
इजराइल ने दो सप्ताह पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास की इमारत पर कथित तौर पर हमला किया था, जिसके जवाब में ईरान ने शनिवार को इजराइल पर हमला किया। दोनों देशों के बीच दशकों से जारी दुश्मनी के बीच ईरान ने पहली बार इजराइल पर सीधे तौर पर सैन्य हमला किया।
ईरान ने इजराइल पर हमले के दौरान सैंकड़ों ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइल दागीं। इजराइली सेना ने कहा कि उसने अपनी वायु रक्षा प्रणाली व लड़ाकू विमानों और अमेरिका नीत गठबंधन सहयोगियों की मदद से 99 प्रतिशत ड्रोन और मिसाइलों को नाकाम कर दिया।
इजराइल के सैन्य प्रमुख लेफ्टिनेंट हर्जी हलेवी ने सोमवार को बताया कि इजराइल अपने अगले कदमों पर विचार कर रहा है, लेकिन यह तय है कि ईरान के हमले का जवाब दिया जाएगा।
हलेवी ने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया। सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हैगारी ने कहा कि हम जो समय चुनेंगे, उस वक्त इजराइल हमला करेगा।
दोनों सैन्य अधिकारियों ने दक्षिण इजराइल के नेवातिम एयरबेस पर यह बात कही। हगारी ने कहा कि ईरान के हमले में नेवातिम एयरबेस को हल्का नुकसान हुआ है। (एपी)
न्यूयॉर्क, 15 अप्रैल। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपाति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देने संबंधी आरोपों के मामले में सोमवार को जूरी का चयन होने के साथ ही इस ऐतिहासिक मुकदमे की सुनवाई शुरू हो गई।
ट्रंप सोमवार को न्यूयॉर्क की एक अदालत में पहुंचे, जो अमेरिकी इतिहास में एक अनोखा क्षण है।
यह देश के किसी भी पूर्व राष्ट्रपति से संबंधित पहला आपराधिक मुकदमा और ट्रंप के चार अभियोगों में से भी पहला मुकदमा है।
ट्रंप द्वारा पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को धन दिए जाने का मामला 2016 का है। उस समय ट्रंप के पोर्न स्टार के साथ संबंध होने की बातें सामने आई थीं और आरोप है कि उन्होंने इसको छिपाने के लिए स्टॉर्मी को एक लाख 30 हजार डॉलर का भुगतान किया था।
पूर्व राष्ट्रपति की कंपनी ने यह धन उनके वकील माइकल कोहेन को दिया था जिन्होंने ट्रंप की ओर से पोर्न स्टार को इसका भुगतान किया।
यह मुकदमा ऐसे समय आगे बढ़ रहा है जब ट्रंप इस वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन टिकट के लिए संभावित उम्मीदवार भी हैं।
जूरी का चयन शुरू होने से पहले कुछ कानूनी बहस हुई। जूरी के चयन के लिए 96 जूरी सदस्यों को अदालत कक्ष में बुलाया गया।
ट्रंप ने व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 गंभीर मामलों में खुद को निर्दोष बताया है।
अभियोजकों का कहना है कि कोहेन को किए गए भुगतान को ट्रंप के वास्तविक उद्देश्य को छिपाने के लिए कानूनी शुल्क के रूप में गलत तरीके से दर्ज किया गया था। वहीं, ट्रंप के वकीलों का कहना है कि यह वास्तव में कानूनी खर्च था और इसमें कोई लीपापोती नहीं की गई। (एपी)
सिडनी में तकरीर के दौरान ईसाई धर्मगुरू और कई अन्य लोग चाकूबाजी की एक घटना में घायल हुए हैं.
स्थानीय मीडिया के अनुसार इस आयोजन का ऑनलाइन प्रसारण किया जा रहा था. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर में सोमवार शाम को यह घटना घटी.
पुलिस ने कहा, ''कई लोग चाकूबाजी की एक घटना में घायल हुए हैं. घायलों में से किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई है. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.''
इससे पहले शनिवार को भी सिडनी के एक शॉपिंग मॉल में चाकूबाजी की घटना सामने आई थी. इस घटना में 6 लोगों की जान चली गई. (bbc.com/hindi)
इसराइल ने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वो ईरान के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा.
इसराइल इस बात को लेकर वार्ता कर रहा है कि ईरान के खिलाफ क्या कदम उठाया जाए, लेकिन वो कदम क्या होगा यह अभी तय नहीं हुआ है.
इसराइल सरकार के प्रवक्ता एवी हाइमन ने इस बात की जानकारी दी.
एवी हाइमन ने कहा कि इसराइल ने ताजा हालात पर नज़र बना रखी है और वॉर कैबिनेट मीटिंग भी की जा रही है.
उन्होंने कहा, ''किसी भी संप्रभु लोकतंत्र की तरह हम कार्रवाई का सबसे बेहतर तरीका अपनाएंगे.''
''क्या कदम उठाया जाएगा यह अभी तय नहीं हुआ है. लेकिन मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं वो हम ही थे जो कि शनिवार रात को धमाकों से बचने की कोशिश कर रहे थे. हमारे बच्चों की जान दांव पर लगी हुई थी. हमारे सिर के ऊपर मिसाइल दागे गए.''
ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागे. इसराइल ने लगभग 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल मार गिराने का दावा किया.
ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है.
इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए.
इसराइल ने हालांकि ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. (bbc.com/hindi)
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मध्य-पूर्व की सुरक्षा को लेकर इराक़ के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद अली तमीम से बात की है.
यह बात इसराइल पर ईरान के शनिवार को किए गए हमले के संदर्भ में हुई.
ब्लिंकन ने तमीम को बताया कि अमेरिका ईरान के साथ तनाव को आगे नहीं बढ़ाना चाहता है, लेकिन वह इसराइल का के साथ खड़ा रहेगा.
तमीम ने अपनी सरकार की तरफ से क्षेत्र को युद्ध की ओर धकलने और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को लेकर ख़तरा पैदा होने पर चिंता जाहिर की है.
ईरान ने शनिवार देर रात इसराइल पर करीब 300 ड्रोन और मिसाइल दागी. इसराइल का कहना है कि उसने लगभग 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइल को इसराइली एयरस्पेस में घुसने से पहले ही गिरा दिया.
ईरान ने इस हमले को एक अप्रैल को सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्यिक दूतावास पर हुए जानलेवा हमले की जवाबी कार्रवाई बताया है.
इस हमले में कुल 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें रिवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद रेज़ा ज़ाहेदी की मौत हुई और उनके डिप्टी भी मारे गए.
इसराइल ने ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. लेकिन ये माना जाता है कि इसराइल ही इस हमले के पीछे था. (bbc.com/hindi)
इसराइली वॉर कैबिनेट ने इस बात पर चर्चा की है कि ईरान के ड्रोन और मिसाइल हमलों का जवाब कैसे दिया जाए.
अभी तक इसराइल ने यह नहीं बताया है कि इस बैठक में कोई फ़ैसला लिया गया है या नहीं.
इसराइल के सहयोगियों ने ईरान के क़दम की निंदा की थी मगर साथ ही बिन्यामिन नेतन्याहू सरकार से संयम बरतने की अपील भी की थी.
ईरान ने संकेत दिए हैं कि उसकी तरफ़ से मामला अब ख़त्म हो चुका है, मगर इसराइली सेना के प्रमुख का कहना है कि ईरान को जवाब ज़रूर दिया जाएगा.
लेफ्टिनेंट जनरल हेरज़ी हलेवी ने कहा, “देखिए, हम अपने क़दमों के बारे में सोच विचार कर रहे हैं और इसराइल पर मिसाइल और ड्रोन दाग़े जाने का जवाब ज़रूर दिया जाएगा.”
हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि इसराइल कब और क्या कार्रवाई करेगा.
अमेरिका नहीं चाहता इसराइली कार्रवाई
पूर्व सीआईए प्रमुख डेविड पेट्रियस ने बीबीसी के बीबीसी रेडियो फ़ोर के वर्ल्ड टुनाइट प्रोग्राम में बताया कि अमेरिका नहीं चाहता कि इसराइल की ईरान पर कार्रवाई से दुनिया भर की आर्थिकी पर असर पड़े.
जनरल पेट्रियस इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के सैनिकों का नेतृत्व कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि ईरान का हमला गंभीर है और पश्चिमी देश जानते हैं कि इसराइल इसे किस तरह से देख रहा है.
दुनिया भर के नेताओं ने भी मध्य पूर्व में हालात बिगड़ने को लेकर चिंता जताई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नेतन्याहू से कहा कि वह इसराइल की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन व्हाइस हाउस के एक अधिकारी ने बताया कि बाइडन ने यह भी कहा है कि अगर उसने ईरान पर जवाबी हमला किया तो उसमें अमेरिका शामिल नहीं होगा.
सोमवार को ब्रितानी प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि सभी पक्षों को संयम बरतना चाहिए. उन्होंने संसद को संबोधित करते हुए कहा कि वह नेतन्याहू से बात करेंगे और चर्चा करेंगे कि कैसे मामले को बढ़ने से रोका जा सकता है. (bbc.com/hindi)
न्यूयॉर्क, 15 अप्रैल। पोर्न स्टार को गुप्त रूप से धन देने के मामले में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपाति डोनाल्ड ट्रंप जूरी चयन की शुरुआत के लिए सोमवार को न्यूयॉर्क की एक अदालत में पहुंचे, जो अमेरिकी इतिहास में एक अनोखा क्षण है।
यह देश के किसी भी पूर्व राष्ट्रपति से संबंधित पहला आपराधिक मुकदमा और ट्रंप के चार अभियोगों में से भी पहला मुकदमा है।
ट्रंप द्वारा पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को धन दिए जाने का मामला 2016 का है। उस समय ट्रंप के पोर्न स्टार के साथ संबंध होने की बातें सामने आई थीं और आरोप है कि उन्होंने इसको छिपाने के लिए स्टॉर्मी को एक लाख 30 हजार डॉलर का भुगतान किया था।
पूर्व राष्ट्रपति की कंपनी ने यह धन उनके वकील माइकल कोहेन को दिया था जिन्होंने ट्रंप की ओर से पोर्न स्टार को इसका भुगतान किया।
यह मुकदमा ऐसे समय आगे बढ़ रहा है जब ट्रंप इस वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन टिकट के लिए संभावित उम्मीदवार भी हैं।
जूरी का चयन शुरू होने से पहले कुछ कानूनी बहस हो सकती है। जब ऐसा होता है तो 12 जूरी सदस्यों और छह वैकल्पिक सदस्यों को खोजने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए दर्जनों लोगों को अदालत कक्ष में बुलाया जाता है।
ट्रंप ने व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 गंभीर मामलों में खुद को निर्दोष बताया है।
अभियोजकों का कहना है कि कोहेन को किए गए भुगतान को ट्रंप के वास्तविक उद्देश्य को छिपाने के लिए कानूनी शुल्क के रूप में गलत तरीके से दर्ज किया गया था। वहीं, ट्रंप के वकीलों का कहना है कि यह वास्तव में कानूनी खर्च था और इसमें कोई लीपापोती नहीं की गई। (एपी)
बीजिंग, 15 अप्रैल । चौथा चीन अंतर्राष्ट्रीय उपभोग वस्तु एक्सपो (हाईनान एक्सपो) जारी है। वर्तमान एक्सपो में भाग लेने वाले देशों और ब्रांडों की संख्या दोनों इतिहास का नया रिकॉर्ड है। ब्रिटिश राष्ट्रीय मंडप पहली बार हाईनान एक्सपो में सामने आया।
14 ब्रांड अपने उत्पादों को लेकर एक्सपो में हिस्सा ले रहे हैं। ब्रिटिश उद्यम चीन के बाजार की निहित शक्ति पर विश्वास करते हैं। उन्हें आशा है कि एक्सपो के ज़रिए चीनी कंपनियों के साथ ज्यादा सहयोग किया जाएगा और उपभोक्ता रुझान समझेंगे।
एक्सपो के नंबर चार हॉल में जापान व कनाडा आदि देशों व हांगकांग और मकाओ आदि क्षेत्रों के मंडप स्थित हैं। उनमें अधिकांश उद्यमों ने कई बार हाईनान एक्सपो में भाग लिया है। वहीं, मलेशिया और मंगोलिया पहली बार सामूहिक रूप से एक्सपो में मौजूद हैं।
अधिक उपभोक्ताओं और साझेदारों का ध्यान आकर्षित करने के लिए मलेशिया और मंगोलिया के उद्यम विशेष और श्रेष्ठ उत्पाद प्रदर्शित कर रहे हैं। मलेशिया के चप्पल, बिस्कुट और क्यूबिलोज़ ने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किआ। वहीं, मंगोलिया के उत्पादों की बिक्री दोगुनी हो गयी है। (आईएएनएस)
बीजिंग, 15 अप्रैल। हाल ही में एंटीगुआ और बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने पेइचिंग में सीएमजी के संवाददाता के साथ एक विशेष साक्षात्कार किया। प्रधानमंत्री ब्राउन इस वर्ष चीन की यात्रा करने वाले किसी लैटिन अमेरिकी और कैरेबियाई देश के पहले नेता हैं।
उन्होंने व्यक्तिगत रूप से चीन में स्थित एंटीगुआ और बारबुडा दूतावास के आधिकारिक उद्घाटन की पुष्टि की। साक्षात्कार में ब्राउन ने कहा कि थाईवान चीन का एक प्रांत है और उन्होंने एक-चीन सिद्धांत के प्रति अपना समर्थन दोहराया।
चीन और एंटीगुआ और बारबुडा के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद 41 वर्षों में दोनों देशों के बीच सहयोग के सार्थक परिणाम प्राप्त हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि तथाकथित "ऋण जाल" वाली टिप्पणी चीन के खिलाफ निंदनीय है। साल में 365 दिन होते हैं, और एंटीगुआ और बारबुडा में बिल्कुल 365 खूबसूरत समुद्र तट हैं।
प्रधानमंत्री ब्राउन ने कैरेबियाई द्वीप शैली का अनुभव करने के लिए चीनी पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। गौरतलब है कि वर्ष 2018 में, चीन और एंटीगुआ और बारबुडा ने संयुक्त रूप से "बेल्ट एंड रोड" के सह-निर्माण में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह एंटीगुआ और बारबुडा को चीन के साथ इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने वाला पूर्वी कैरेबियाई क्षेत्र का पहला देश बनाता है। दोनों पक्षों के बीच सहयोग से दोनों देशों के लोगों को ठोस लाभ हुआ है। (आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 15 अप्रैल। पाकिस्तान के पूर्वी पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में एक सड़क दुर्घटना में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हो गए। हाईवे पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हाईवे पेट्रोलिंग पुलिस ने बताया कि रविवार देर रात जिले के कल्लार कहार क्षेत्र के पास सर कलां इलाके में एक बस गहरी खाई में गिर गई।
पुलिस और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों तथा घायलों को नजदीकी अस्पताल में पहुंचाया।
चकवाल के डिप्टी कमिश्नर कुरतुलैन मलिक ने मीडिया को बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि घायलों में से पांच की हालत गंभीर है।
पुलिस के अनुसार, दुर्घटना तेज गति के कारण तब हुई जब चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया, जिससे वाहन सड़क के किनारे गहरी खाई में जा गिरा।
(आईएएनएस)
सिडनी, 15 अप्रैल । ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में फिर से एक बार एक घटना ने सनसनी फैला दी है। यहां एक सामूहिक प्रार्थना के दौरान असीरियन पादरी को कैमरे पर चाकू मार दिया गया। इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अभी हाल ही में सिडनी के बॉन्डी जंक्शन के एक मॉल में एक चाकूबाज द्वारा छह लोगों की हत्या करने का मामला सामने आया था। इसके बाद यह घटना घटी है।
बता दें कि मीडिया से जो खबरें मिल रही है उसकी मानें तो सिडनी में एक प्रार्थना सभा के दौरान बिशप मार मारी इमैनुएल पर एक संदिग्ध ने हमला किया और उन पर चाकू से लगातार कई बार वार कर दिया। घटना सोमवार रात करीब 7 बजे वेकले के क्राइस्ट द गुड शेफर्ड चर्च में एक लाइव स्ट्रीम के दौरान हुआ।
घटना का जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें बिशप इमैनुएल को लोगों से बात करते देखा जा सकता है, इसी बीच एक आदमी उनके पास आता है और उन पर कई बार चाकू से वार करता है। इसके बाद पर्शियन लोग उसे बचाने के लिए दौड़ पड़ते हैं।
बिशप मार मारी इमैनुएल ईसाई रूढ़िवादी, सीओवीआईडी आदेशों, लॉकडाउन, फ्रीमेसन और फिलिस्तीन के खिलाफ इजरायली आक्रामकता का विरोध करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
(आईएएनएस)
नैरोबी, 15 अप्रैल तंजानिया में बाढ़ के कारण पिछले दो सप्ताह में कम से कम 58 लोगों की मौत हो गयी । इस पूर्वी अफ्रीकी देश में जबरदस्त बारिश जारी है । सरकार ने इसकी जानकारी दी ।
सरकार ने बताया कि तटीय इलाकों में बारिश से सबसे अधिक कहर ढाया और करीब 126,831 लोग प्रभावित हुये हैं ।
सरकारी प्रवक्ता मोभारे मतिन्यी ने बताया कि प्रभावित लोगों के लिए रविवार को भोजन समेत अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया गया ।
उन्होंने बताया कि तंजानिया की योजना भविष्य से बाढ़ से बचने के लिये 14 बांध बनाने की है ।
पूर्वी अफ्रीका के कुछ हिस्सों में लोगों को भारी बारिश और बाढ़ की समस्या का सामना करना पड़ रहा है । केन्या में बाढ़ के कारण अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है । अवसंरचना को भी गहरा नुकसान हुआ है । (एपी)
इस्लामाबाद, 15 अप्रैल । पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच हुए हाल ही में रियाद में हुए समझौतों को मूर्त रूप देने के लिए सऊदी का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचेगा।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने यात्रा की पुष्टि करते हुए कहा कि उच्च स्तरीय सऊदी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वहां के विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान बिन अब्दुल्ला करेंगे। उनके साथ व्यापारियों व अन्य लोगों की एक टीम होगी।
सऊदी प्रतिनिधिमंडल में उद्योग और खनिज संसाधन मंत्री बंदर इब्राहिम अलखोरायफ, जल और कृषि मंत्री अब्दुल रहमान अब्दुल मोहसिन अल-फदले, निवेश उप मंत्री बद्र अल-बद्र, सऊदी विशेष समिति के प्रमुख मोहम्मद माजिद अल तोवैजरी और अन्य गण्यमान्य लोग शामिल होंगे।
यह प्रतिनिधिमंडल 15 और 16 अप्रैल को इस्लामाबाद में रहेगा। इसका उद्देश्य मक्का में हाल की बैठक के दौरान पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच हुए समझौतों को आगे बढ़ाना है।
सूत्रों ने बताया कि सऊदी प्रतिनिधिमंडल की पाकिस्तान के विभिन्न मंत्रालयों की प्रमुख हस्तियों के साथ बैठकें होंगी। इसमें राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री इशाक डार, सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल सैयद असीम मुनीर आदि के साथ बैठक शामिल है।
गौरतलब है कि पीएम शहबाज और मुहम्मद बिन सलमान के बीच हुए समझौते में पाकिस्तान में पांच बिलियन डॉलर सऊदी निवेश की सहमति बनी थी।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस और इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अलावा, इस्लामाबाद ग्वादर परियोजना और रेको दिक में भी सऊदी अरब द्वारा एक बड़े निवेश की उम्मीद कर रहा है।
सऊदी प्रतिनिधिमंडल कृषि, ऊर्जा, निजीकरण और अन्य क्षेत्रों में व्यापार के अवसरों का भी पता लगाएगा।
(आईएएनएस)
जकार्ता, 15 अप्रैल। इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से कम से कम 14 लोगों की मौत हो गई और एक अन्य लापता है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहरी ने कहा कि दक्षिण सुलावेसी प्रांत के ताना तोराजा जिले में चार घर भूस्खलन में दब गए।
शनिवार की आधी रात से लगातार हुई भारी बारिश ने क्षेत्र में भारी तबाही मचाई। मुहारी ने कहा कि बचावकर्मी अभी भी पहाड़ी दक्षिण मकाले गांव में एक लापता ग्रामीण की तलाश कर रहे हैं।
हालांकि, बिजली की कमी, क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन के कारण ताना तोराजा के ऊंचे इलाकों में सड़कें अवरुद्ध होने से बचाव कार्य में बाधा आ रही है।
(डीपीए/आईएएनएस)
ब्रुसेल्स/रोम, 15 अप्रैल । यूरोपीय संघ (ईयू) और ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) के नेताओं ने इजराइल पर ईरान के जवाबी हमलों के बाद मध्य पूर्व में स्थिति को और तनावपूर्ण होने से रोकने का आह्वान किया है।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने रविवार को सोशल मीडिया पर कहा," क्षेत्र में तनाव बढ़ने से रोकने के लिए सब कुछ किया जाना चाहिए। रक्तपात से बचा जाना चाहिए। हम अपने सहयोगियों के साथ स्थिति पर नजर रख रहेे हैं।"
यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सोशल मीडिया पर कहा, "सभी पक्षों को क्षेेत्र में तनाव बढ़ानेे से बचना चाहिए और स्थिरता बहाल करने के लिए काम करना चाहिए।"
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि जोसेप बोरेल ने सोशल मीडिया पर सभी पक्षों से संयम बरतने का आग्रह किया।
बोरेल ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए 16 अप्रैल को यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के मंत्रियों की एक असाधारण बैठक बुलाई है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को एक बैठक में जी7 के नेताओं ने सभी पक्षों से तनाव कम करने और संयम बरतने का आह्वान किया।
जी7 के नेताओं ने हमास द्वारा इजराइली बंधकों को रिहा करने व गाजा संघर्ष को समाप्त करने की भी बात कही।
ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन ने रविवार को कहा कि ईरान अब इज़राइल के खिलाफ जवाबी सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा।
(आईएएनएस)
तेल अवीव, 15 अप्रैल । अपनी धरती पर ईरानी हमले को विफल करने के बाद, इजराइली सरकार चाहती है कि दुनिया ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) को एक आतंकवादी संगठन करार दे।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, इजराइल के विदेश मंत्री इजराइल काट्ज ने अपने ब्रिटिश और फ्रांसीसी समकक्षों से इस बारे में बात की है।
इज़राइल ने आईआरजीसी पर कई आरोप लगाए हैं। आरोप है कि वह हमास, हिजबुल्लाह और हौथियों के हमलों में शामिल रहा है।
इजराइली प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, युद्ध कैबिनेट की बैठक में ईरान के खिलाफ जवाबी हमले को अंतिम रूप दिया गया है। लेकिन हमले के समय को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।
इज़राइल ईरान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय का समर्थन जुटाना चाहता है।
इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के एक पूर्व मेजर जनरल ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि ईरान पूरी ताकत से इजराइल पर हमला नहीं करेगा। रविवार को किया गया हमला, सिर्फ अपने लोगोें को यह समझाने के लिए था कि वह हमला कर सकता है।
उन्होंने कहा कि इजराइल ईरान की क्षमताओं को जानता है। अगर उसने इजराइल पर घातक हमला करने की कोशिश की, तो उसका गंभीर परिणाम हो सकता है। उन्होंने कहा कि ईरान यह जानता है।
हिब्रू और अरबी मीडिया ने बताया है कि इज़राइल जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है और समय व तरीका अभी स्पष्ट नहीं है।
(आईएएनएस)
फ्रेंच-कनाडाई वैज्ञानिक मिषेल साडेलेन को कैंसर से लड़ने वाली जीन संवर्धित प्रतिरक्षी कोशिकाओं पर रिसर्च के लिए इस साल का "ऑस्कर्स ऑफ साइंस" पुरस्कार दिया गया है.
शनिवार को लॉस एंजेलेस में पुरस्कार देने के लिए हुए भव्य समारोह में इलॉन मस्क, बिल गेट्स, जेसिका चास्टेन और ब्रैडली कूपर समेत कई मशहूर हस्तियां मौजूद थीं. मिषेल साडेलेन के रिसर्च ने एक नई तरह की थेरेपी का विकास संभव किया जिसे सीएआर-टी कहा जाता है. ब्लड कैंसर के कुछ प्रकारों के इलाज में यह असाधारण रूप से कारगर है. ऑस्कर्स म्यूजियम में रेड कार्पेट पर साडेलेन ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "यह पुरस्कार एक असाधारण मान्यता है, यह सम्मान से कहीं ज्यादा है... क्योंकि मेरे वैज्ञानिक साथियों ने बहुत पहले मुझसे कहा था कि यह काम नहीं करेगा."
ऑस्कर्स ऑफ साइंस
2010 में शुरू हुआ ब्रेकथ्रू प्राइज दुनिया के "बेहद प्रतिभाशाली दिमागों" को हर साल जीवविज्ञान, भौतिकी और गणित के क्षेत्र में दिया जाता है. यह पुरस्कार खुद को सिलिकन वैली की ओर से 'नोबेल' के जवाब की तरह दिखाता है. इसे "ऑस्कर्स ऑफ साइंस" कहा जाता है. इसके शुरुआती प्रायोजकों में सर्गेइ ब्रिन, प्रिसिला चान और मार्क जकरबर्ग भी शामिल हैं.
30 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि को साडेलेन अमेरिकी प्रतिरक्षाविज्ञानी कार्ल जून के साथ बांटेंगे, जिन्होंने स्वतंत्र रूप से इस क्षेत्र में रिसर्च किया है.
साडेलेन ने यह भी कहा, "सबसे बड़ी खुशी हालांकि मरीजों को देख कर होती है...जिनके पास अब मौका नहीं बचा था और जो हमारा आभार जताते हैं, वे आज सीएआर-टी की वजह से जीवित हैं. साडेलेन ने पेरिस में मेडिसिन की पढ़ाई की, उसके बाद इम्यूनोलॉजी की पढ़ाई करने कनाडा गए. इसके बाद उन्होंने 1989 में मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पोस्टडॉक्टरोरल रिसर्च की.
सीएआर-टी कोशिका
उस वक्त प्रतिरक्षा तंत्र को कैंसर कोशिकाओं की पहचान और उन्हें खत्म करने के लिए सक्षम बनाने वाली वैक्सीनों के विकास पर बहुत जोर था. शरीर जिस तरह बैक्टीरिया और वायरस जैसे बाहरी तत्वों से लड़ना सीख जाता है, उसी तरह से इसके लिए भी उसे तैयार करने की कोशिश की जा रही थी. न्यूयॉर्क के मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर में आने के बाद साडेलेन ने एक निष्क्रिय वायरस को जेनेटिकली रिप्रोग्राम ह्यूमन टी-सेल के रूप में इस्तेमाल करने का एक तरीका विकसित किया. इसके जरिए वह पंजे जैसी रचनाएं विकसित करने में सफल हुए जिन्हें एंटीजेन रिसेप्टर कहा गया. इसके जरिए टी-कोशिकाएं खास कैंसर कोशिकाओं को निशाना बनाती हैं.
कैंसर की पहचान करने के अलावा शिमेरिक एंटीजन रिसेप्टर यानी सीएआर-टी कोशिकाओं को मारक अवस्था में जाने और मल्टीप्लाई करने के भी जेनेटिक इंसट्रक्शन दिए जाते हैं. इसका मतलब है कि शरीर के भीतर बाहरी शत्रु से लड़ने के लिए एक पूरी सेना तैयार हो जाती है. शिमेरिक एंटीजन रिसेप्टर को यह नाम साडेलेन ने ही दिया था. साडेलेन और जून के जमीनी स्तर पर काम की वजह से ही आधे दर्जन सीएआर-टी सेल थेरेपी को अमेरिका ने मंजूरी दे दी है. इसके अलावा सैकड़ों और थेरेपियों के लिए परीक्षण चल रहे हैं.
कैंसर का इलाज
इस इलाज में मरीजों के अपने टी-सेल्स जमा किये जाते हैं फिर उन्हें शरीर के बाहर जीन संवर्धित किया जाता है और फिर खून में वापस डाल दिया जाता है. इन्हें "लिविंग ड्रग्स " कहा जाता है. इस इलाज ने लिम्फोमा, ल्यूकेमिया के कुछ प्रकार और बेहद गंभीर और जटिल माइलोमा पर अपनी सफलता साबित की है. साडेलेन को उम्मीद है कि रिसर्चों के जरिए दूसरे कैंसरों के इलाज में भी इस का उपयोग हो सकेगा. एक बड़ी चुनौती इलाज के खर्च को घटाने की है. फिलहाल यह खर्च करीब 5 लाख अमेरिकी डॉलर है जो आमतौर पर इंश्योरेंस कंपनियां उठाती हैं.
शनिवार को ब्रेकथ्रू प्राइज में अलग-अलग वर्गों क्षेत्रों के करीब 20 और लोगों को सम्मानित किया गया.
एनआर/आरएस (एएफपी)
(ललित के झा)
वाशिंगटन, 15 अप्रैल। अमेरिका ने इजराइल पर ईरान द्वारा छोड़े गए 80 से अधिक ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलों को मार गिराया। पेंटागन ने रविवार को यह जानकारी दी।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने बताया कि इसमें एक बैलिस्टिक मिसाइल और यमन के हूती नियंत्रित इलाकों में नष्ट किए गए सात मानवरहित यान या ड्रोन शामिल हैं जिन्हें छोड़ने से पहले ही नष्ट कर दिया गया।
ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलें दागीं जिसे तेहरान ने सीरिया में ईरान के दूतावास पर एक अप्रैल को किए उसके हमले की प्रतिक्रिया बताया है।
ईरान के लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को इजराइली, अमेरिकी और सहयोगी सेनाओं ने लक्ष्य तक पहुंचने से पहले हवा में ही मार गिराया।
एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि शनिवार और रविवार सुबह अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने 80 ड्रोन और कम से कम छह बैलिस्टिक मिसाइलें मार गिरायीं जो ईरान तथा यमन की ओर से इजराइल की ओर छोड़ी गयी थीं।
इसमें कहा गया है, ‘‘ईरान का निरंतर अभूतपूर्व, दुर्भावनापूर्ण और लापरवाह बर्ताव क्षेत्रीय स्थिरता और अमेरिका एवं उसके गठबंधन बलों की सुरक्षा को खतरे में डालता है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ईरान के इन खतरनाक कृत्यों के खिलाफ इजराइल की रक्षा में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे।’’
जी-7 देशों के नेताओं ने इजराइल के खिलाफ ईरान के सीधे और अप्रत्याशित हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए रविवार को कहा कि इस घटनाक्रम के कारण क्षेत्र में अनियंत्रित तनाव बढ़ने का खतरा है।
इजराइल ने इस हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानून का ‘‘स्पष्ट उल्लंघन’’ बताया और ईरान पर क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
वहीं, ईरान ने कहा कि उसने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के तहत आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए यह अभियान शुरू किया। (भाषा)