राष्ट्रीय
त्रिशूर (केरल), 22 अप्रैल । केरल में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने में सिर्फ चार दिन बचे हैं। अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी त्रिशूर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वह सोमवार को दिवंगत अभिनेता इनोसेंट के साथ अपने पोस्टर को लेकर विवादों में फंस गए।
गोपी और इनोसेंट का एक पोस्टर इनोसेंट के गृहनगर इरिंजलाकुडा और उसके आसपास देखे जाने के बाद विवाद खड़ा हो गया।
इनोसेंट 2014 में त्रिशूर जिले के चलाकुडी से सीपीआई (एम) के लोकसभा सदस्य थे, जब उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस के दिग्गज और मौजूदा लोकसभा सदस्य पीसी चाको को लगभग 13,000 वोटों से हराया था।
हालांकि, 2019 के लोकसभा चुनाव में इनोसेंट को कांग्रेस उम्मीदवार बेनी बेहनन ने एक लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया था।
कैंसर से पीड़ित इनोसेंट का पिछले साल मार्च में निधन हो गया, लेकिन आज भी उनके प्रति लोगों का प्यार बरकरार है।
कहा जा रहा है कि गोपी इनोसेंट की लोकप्रियता को भुनाने के चक्कर में हैं, लेकिन विवाद तब बढ़ गया जब इनोसेंट के परिवार ने इस पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
उन्होंने कहा कि गोपी और इनोसेंट के पोस्टर प्रकाशित करने से पहले उनकी अनुमति नहीं ली गई और वे अब इस मुद्दे पर सीपीआई (एम) के साथ चर्चा करेंगे, जो इस बारे में बयान देगी।
गोपी यहां त्रिकोणीय मुकाबले में हैं और उनका मुकाबला मौजूदा लोकसभा सदस्य (वडकारा) और कांग्रेस के दिग्गज नेता के मुरलीधरन और राज्य के पूर्व कृषि मंत्री और सीपीआई नेता वीएस सुनील कुमार से है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 अप्रैल । देश में लोकसभा चुनाव के तहत प्रचार अभियान जोरशोर से जारी है। इस बीच सत्तारूढ़ भाजपा के चुनाव अभियान का जायजा लेने के लिए भारत में विभिन्न मिशनों के राजनयिकों का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राजस्थान के दौरे पर है।
यह सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान का अनुभव लेने और प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करने के लिए 22 से 24 अप्रैल तक राजस्थान के जोधपुर की यात्रा पर रहेगा। विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल में बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मलेशिया, रूसी संघ और सूरीनाम के राजनयिक प्रतिनिधि शामिल हैं।
इससे पहले इसी तरह के विदेशी प्रतिनिधिमंडलों ने 2022 में हिमाचल प्रदेश एवं गुजरात और 2023 में मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा के चुनावी अभियानों का जायजा लिया था। यह भाजपा के 43वें स्थापना दिवस पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा शुरू की गई 'भाजपा को जानें' पहल का हिस्सा है।
भाजपा की योजना लोकसभा चुनाव के दौरान आगे के चरणों के बीच भी इसी तरह के प्रतिनिधिमंडल को विभिन्न राज्यों में ले जाने की है।
(आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 22 अप्रैल । केरल सरकार अपने माध्यमिक विद्यालय के 80,000 शिक्षकों को तीन दिवसीय एआई प्रशिक्षण के लिए भेजेगी।
प्रशिक्षण का संचालन केरल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (काइट) द्वारा किया जा रहा है।
एआई प्रशिक्षण पीडीएफ, इमेज और वीडियो के जरिए दिया जाएगा।
शिक्षक विजुअल्स बनाने और एडिट करने, उन्हें कार्टून या पेंटिंग में बदलने और तस्वीरों के साथ पाठ को एकीकृत करने के लिए तकनीक सीखेंगे।
काइट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. अनवर सदाथ ने कहा कि यह कार्यक्रम शिक्षकों को जिम्मेदार एआई उपयोग की संस्कृति को बढ़ावा देते हुए इससे जुड़े संभावित जोखिमों की पहचान करने का अवसर देगा।
प्रत्येक बैच में 25 शिक्षक होंगे जो अपने लैपटॉप और मोबाइल फोन का उपयोग करेंगे।
काइट के कुल 180 मास्टर ट्रेनर्स ने इसके लिए एक महीने की ट्रेनिंग पहले ही पूरी कर ली है।
(आईएएनएस)
मुजफ्फरपुर, 22 अप्रैल । बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर वलसाड एक्सप्रेस में सोमवार को आग लगने और फिर विस्फोट होने की घटना में एक आरपीएफ जवान की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, श्रमिक एक्सप्रेस सोमवार को वलसाड से आकर मुजफ्फरपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर खड़ी थी। इसी दौरान एक एसी बोगी में किसी कारण आग लग गई। आग बुझाने की कोशिश की जा रही थी कि एक विस्फोट हो गया।
बताया जाता है कि अग्निशमन यंत्र में विस्फोट हुआ। इस घटना में आरपीएफ जवान विनोद कुमार की मौत हो गई। आरा जिले के इमादपुर थाना के मोआप खुर्द मिस्की टोला निवासी विनोद कुमार दो साल से जंक्शन पर तैनात थे। वह अपनी पत्नी के साथ किराये का कमरा लेकर रहते थे।
सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और जांच में जुट गए। घटनास्थल पर पहुंचे रेल आईजी अमरेश कुमार ने बताया कि एफएसएल टीम पहुंचकर जांच कर रही है। आग बुझाने के दौरान आरपीएफ जवान की मौत हो गई है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 22 अप्रैल । भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर सत्ता पाने के लिए भारत विरोधी शक्तियों से हाथ मिलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि जैसे-जैसे चुनाव अभियान आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे यह स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा और एनडीए गठबंधन 400 पार जा रही है।
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए गौरव भाटिया ने कहा कि एनडीए गठबंधन की तय जीत को देखने के बाद इंडी गठबंधन और कांग्रेस में अजीब सी बौखलाहट है। कांग्रेस और इंडी गठबंधन का तीन एजेंडा है, तुष्टिकरण करना, हिंदुओं से नफरत करना और सत्ता पाने के लिए भारत विरोधी शक्तियों से हाथ मिला लेना।
कर्नाटक में कांग्रेस नेता की बेटी की हत्या मामले में राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का इस्तीफा मांगते हुए भाटिया ने कहा कि यह लव जिहाद का मामला है। लेकिन, तुष्टिकरण के कारण मुख्यमंत्री जांच से पहले ही यह कह रहे हैं कि यह लव जिहाद का मामला नहीं है। न्याय की बात करने वाली कांग्रेस आज अपने ही नेता को न्याय नहीं दे पा रही है और उनके साथ भी भाजपा ही खड़ी है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके घर जाकर कहा कि उन्हें न्याय मिलेगा। जबकि, अभी तक वहां सोनिया गांधी, राहुल गांधी यहां तक कि राज्य के मुख्यमंत्री भी नहीं गए हैं।
प्रियंका गांधी के 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' के बयान को याद दिलाते हुए भाजपा प्रवक्ता ने पूछा कि आज वह कहां हैं? कर्नाटक में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और राज्य में जंगलराज आ चुका है। उन्होंने पूछा कि लड़की के पिता कांग्रेस के नेता भी हैं, उनकी सीबीआई जांच की मांग को भी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार क्यों नहीं मान रही है?
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी धर्म के आधार पर अपराधियों को सरंक्षण देते हैं, उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं क्योंकि उन्हें सिर्फ वोट लेना है। उन्होंने कर्नाटक में हुई कई वारदातों और रामनवमी के अवसर पर पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए विपक्षी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के घोषणापत्र एवं डीएमके नेताओं और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के बयान को तुष्टिकरण का पर्याय बताते हुए देश और संविधान का विरोधी करार दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को राजस्थान में चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान दिए गए भाषण की विपक्षी नेताओं द्वारा आलोचना किए जाने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाटिया ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।
उन्होंने पूछा कि क्या यह सच नहीं है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने यह कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। पहले चरण में मतदान का प्रतिशत कम होने और विपक्ष के दावे को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए भाटिया ने दावा किया कि भाजपा ने पहले चरण से ही दमदार शुरुआत कर दी है। भाजपा अकेले 370 की बात कर रही है। लेकिन, कांग्रेस तो यह तक बता नहीं पा रही है कि उसकी कितनी सीटें आ रही है?
(आईएएनएस)
कोलकाता, 22 अप्रैल कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की चयन प्रक्रिया सोमवार को अमान्य घोषित कर दी और इसके जरिए हुई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया।
न्यायमूर्ति देबांग्शु बसाक और न्यायमूर्ति मोहम्मद शब्बार राशिदी की खंडपीठ ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को नियुक्ति प्रक्रिया के संबंध में और जांच करने तथा तीन महीनों में एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया।
पीठ ने पश्चिम बंगाल विद्यालय सेवा आयोग को नयी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश भी दिया।
उल्लेखनीय है कि 24,640 रिक्त पदों के लिए 23 लाख से अधिक अभ्यथिर्यों ने 2016 एसएलएसटी परीक्षा दी थी।
कुछ याचिकाकर्ताओं की ओर से पेश वकील फिरदौस शमीम ने कहा कि इन रिक्तियों के लिए कुल 25,753 नियुक्ति पत्र जारी किए गए थे।
खंडपीठ ने आदेश पर रोक लगाने के कुछ अपीलकर्ताओं के अनुरोध को भी खारिज कर दिया।
उच्च न्यायालय के आदेश के बाद उसके परिसर के बाहर इंतजार कर रहे सैकड़ों आकांक्षी खुशी में रो पड़े।
उनमें से एक ने कहा, ‘‘हम इस दिन का इंतजार कर रहे थे। सड़कों पर किए वर्षों के संघर्ष के बाद आखिरकार न्याय मिल गया है।’’
उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश द्वारा गठित खंडपीठ ने एसएलएसटी-2016 के जरिए नौवीं, दसवीं, 11वीं और 12वीं कक्षाओं के शिक्षकों तथा ग्रुप-सी और डी पदों पर एसएससी द्वारा नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों के चयन से संबंधित कई याचिकाओं तथा अपीलों पर विस्तारपूर्वक सुनवाई की।
मामले में सुनवाई 20 मार्च को पूरी हुई थी और पीठ ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
न्यायमूर्ति अभिजीत गंगोपाध्याय की एकल पीठ ने एसएलएसटी-2016 में बैठे लेकिन नौकरी न पाने वाले कुछ अभ्यर्थियों की रिट याचिकाओं पर भर्ती प्रक्रिया में कथित अनियमितताओं की सीबीआई से जांच कराने का आदेश दिया था।
उच्च न्यायालय ने अनियमितताएं पाए जाने के बाद शिक्षण और गैर-शिक्षण पदों की कई नौकरियों को खत्म करने का भी आदेश दिया था।
इस मामले के संबंध में याचिकाओं का निस्तारण करते हुए उच्चतम न्यायालय ने नौ नवंबर 2023 को कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से एसएलएसटी-2016 के जरिए भर्ती प्रक्रिया से जुड़ी याचिकाओं तथा अपीलों पर सुनवाई के लिए एक खंडपीठ गठित करने का अनुरोध किया था।
सीबीआई ने उच्चतम न्यायालय के निर्देश के अनुसार इस मामले की जांच पूरी की और एक रिपोर्ट उच्च न्यायालय को सौंप दी थी।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और कथित घोटाले के वक्त पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) में विभिन्न पदों पर रहे कुछ पदाधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है। (भाषा)
संत कबीर नगर/गोरखपुर (उप्र), 22 अप्रैल उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद) के अध्यक्ष संजय निषाद पर कथित रूप से कुछ लोगों द्वारा हमला किये जाने के मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
निषाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा है।
घटना के संबंध में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में गुंडागर्दी की वापसी कतई नहीं होने दी जाएगी।
पुलिस के मुताबिक, संजय निषाद पर कथित रूप से हमला उस समय किया गया, जब वह रविवार देर रात एक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने गये थे।
संजय निषाद के बेटे प्रवीण निषाद संतकबीरनगर से भाजपा सांसद हैं और इस बार फिर भाजपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, रविवार रात संजय निषाद मोहम्मदपुर कठार गांव पहुंचे, जहां गांव वाले इकट्ठा हो गये और 2019 में चुनाव जीतने के बाद मंत्री और उनके बेटे के कथित रूप से गांव नहीं आने व सिर्फ वोट मांगने की शिकायत करने का आरोप लगाया।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ देर बाद ग्रामीणों और मंत्री व समर्थकों के बीच झड़प हो गई, जिसके बाद सुरक्षा गार्ड ने मंत्री को बचाया और अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) बृजेश सिंह ने बताया कि मंत्री के निजी सचिव विनोद कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और बताया कि झड़प के दौरान लोगों ने मंत्री पर हमला कर दिया, जिससे मंत्री की नाक से खून बहने लगा और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें प्राथमिक उपचार दिया।
अधिकारी ने बताया कि घटना के बाद संजय निषाद ने जिला अस्पताल के परिसर में धरना दिया और पुलिस अधीक्षक (एसपी) सत्यजीत गुप्ता द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिये जाने के बाद धरना समाप्त किया।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने गांव के छह लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा फैलाना) 323 (स्वेच्छा से किसी को चोट पहुंचाना) और 307 (हत्या का प्रयास) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर राघवेंद्र यादव, जय प्रकाश यादव, दिग्विजय यादव और अभिषेक यादव को हिरासत में ले लिया।
पुलिस अधीक्षक सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और कानून व्यवस्था नियंत्रण में है।
मौर्य ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा ''सपा बहादुर अखिलेश यादव जी आपके पार्टी के गुंडों ने निषाद पार्टी के मुखिया कैबिनेट मंत्री डॉक्टर संजय निषाद पर जानलेवा हमला किया है।''
उन्होंने कहा ''हमलावरों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई तो की जाएगी और उप्र में गुंडागर्दी की वापसी कतई नहीं होने दी जाएगी। चार जून को 400 पार।''
घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुआ है, जिसमें हमलावर उनको घेरकर हमला करते नजर आ रहे हैं।
संजय निषाद ने गोरखपुर में संवाददाताओं से कहा, "रविवार को मोहम्मदपुर कठार गांव में मेरे पार्टी कार्यकर्ता की शादी थी। हम यहां पहुंचे थे और जब मैं खड़ा था तो पीछे से कुछ लोगों ने मेरे बेटे और सांसद प्रवीण निषाद और निषाद पार्टी के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करना शुरू कर दिया।''
उन्होंने कहा, ''जब हमने उनसे बात करनी चाही तो उन लोगों ने अभद्र व्यवहार किया और उसके बाद उन लोगों ने हम पर हमला कर दिया। हमले में मेरा चश्मा टूट गया और मेरी नाक पर चोट लग गई।''
उन्होंने कहा, ''करीब 20 से 25 लोग थे।''
संजय निषाद ने स्थानीय चौकी इंचार्ज पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया और पुलिस के प्रति अपनी नाराजगी भी जतायी।
संत कबीरनगर से सांसद प्रवीण निषाद ने कहा, ''मंत्री जी पर उपद्रवियों ने हमला किया है। यह विपक्ष की साजिश है। भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्ष घबरा गया है। पुलिस को घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।'' (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल दिल्ली उच्च न्यायालय ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए ‘‘असाधारण अंतरिम जमानत’’ का अनुरोध करने वाली एक विधि छात्र की जनहित याचिका सोमवार को खारिज कर दी और याचिकाकर्ता पर 75,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया।
केजरीवाल कथित आबकारी घोटाले से जुड़े धनशोधन के मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति मनमीत पी एस अरोड़ा की पीठ ने टिप्पणी की कि यह याचिका ‘‘उचित विचार करके दायर नहीं की गई’’ और अदालत उच्च पद पर आसीन किसी व्यक्ति को ‘‘असाधारण अंतरिम जमानत’’ नहीं दे सकती।
पीठ ने कहा, ‘‘क्या वह (याचिकाकर्ता) कॉलेज में कक्षा में जाता है? ऐसा लगता है कि वह कानून के सिद्धांतों का पालन नहीं कर रहा।’’
अदालत ने टिप्पणी की कि ‘आप’ नेता के पास अपने कानूनी विकल्पों का लाभ लेने के लिए कदम उठाने के साधन हैं और याचिकाकर्ता के पास उनकी ओर से दलीलें पेश करने के लिए कोई वकालतनामा नहीं है।
उन्होंने याचिकाकर्ता से कहा, ‘‘आप कौन हैं? आप अपने आप के बारे में ज्यादा ही बढ़ा-चढ़ाकर सोच रहे हैं। आप कहते हैं कि आपके पास वीटो शक्ति है कि आप (यह सुनिश्चित करने के लिए) वचन देंगे (कि केजरीवाल गवाह को प्रभावित न करें)।’’
अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि समानता एवं कानून के शासन की अवधारणा संविधान में निहित है और केजरीवाल न्यायिक आदेश के तहत न्यायिक हिरासत में हैं और इस आदेश को चुनौती नहीं दी गई है।
अदालत ने आदेश दिया, ‘‘रिट याचिका 75,000 रुपये के जुर्माने के साथ खारिज की जाती है।’’
केजरीवाल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील राहुल मेहरा ने कहा कि जनहित याचिका सुनवाई योग्य नहीं है और याचिकाकर्ता का इस मामले में पक्षकार होने का कोई अधिकार नहीं है।
याचिकाकर्ता के वकील ने इस आधार पर दिल्ली के मुख्यमंत्री के लिए ‘‘असाधारण अंतरिम जमानत’’ का अनुरोध किया कि केजरीवाल की सुरक्षा खतरे में है क्योंकि वह कट्टर अपराधियों के साथ जेल में बंद हैं।
जनहित याचिका में कहा गया है कि मुख्यमंत्री की जिम्मेदारियों को पूरा करने, सभी मुद्दों पर त्वरित निर्णय लेने और बड़े पैमाने पर जनता के कल्याण में आदेश पारित करने के लिए केजरीवाल का उनके कार्यालय और घर में मौजूद होना आवश्यक है।
याचिकाकर्ता विधि छात्र है। उसने अपनी याचिका में अपना नाम ‘‘हम, भारत के लोग’’ बताते हुए दावा किया कि वह इस मामले से कोई नाम, प्रसिद्धि या पैसा नहीं चाहता।
याचिका में यह भी कहा गया है कि याचिकाकर्ता ने ईडी और सीबीआई द्वारा केजरीवाल के खिलाफ दर्ज सभी आपराधिक मामलों में मुख्यमंत्री को अपने ‘‘वीटो अधिकार’’ का इस्तेमाल करके तब तक असाधारण अंतरिम जमानत पर रिहा कराने का फैसला किया है जब तक उनका कार्यकाल और मामले में सुनवाई पूरी नहीं हो जाती। (भाषा)
खरगोन (मप्र), 22 अप्रैल मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक कार और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) की टक्कर में 65 वर्षीय एक महिला और उसके बेटे की मौत हो गई और 11 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना रविवार और सोमवार की दरमियानी रात करीब ढाई बजे कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बिस्टान रोड पर हुई।
जिला अस्पताल चौकी के प्रभारी राम नरेश शर्मा ने बताया कि एसयूवी में सवार मां-बेटे इंदौर से आ रहे थे कि तभी उनके वाहन की खरगोन में उनके घर के पास एक कार से टक्कर हो गई।
उन्होंने बताया कि ताज बी और उनके बेटे आमीन (48) की मौके पर ही मौत हो गई।
अधिकारी ने बताया कि दुर्घटना में कार सवार दो लोग और एसयूवी में सवार नौ अन्य लोग घायल हो गए, जिनमें से आठ को इलाज के लिए इंदौर स्थानांतरित किया गया। (भाषा)
रांची, 22 अप्रैल । झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत डबरी गांव में एक युवक ने पिता सहित परिवार के तीन लोगों को धारदार हथियार से काट डाला। उसने दो अन्य लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। वारदात रविवार देर रात की है, जिसकी जानकारी पुलिस को सोमवार को मिली।
आरोपी युवक का नाम रंजन उरांव है, जो फिलहाल फरार है। बताया गया कि वह देर रात शराब के नशे में घर आया। इसके बाद किसी बात को लेकर विवाद होने पर उसने पहले पिता सूरज उरांव की हत्या कर दी। बीच-बचाव में आई भाभी अनुपमा देवी और रिश्तेदार मंसूरिया देवी पर भी उसने कुल्हाड़ी से हमला कर दोनों की जान ले ली।
शोर-शराबा होने पर उसने सामने आए चचेरे भाई अमलेश उरांव और उनकी पत्नी हीरामनी देवी पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। सोमवार सुबह सरयू थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
(आईएएनएस)
किशनगंज, 22 अप्रैल । किशनगंज लोकसभा सीट पर प्रचार अभियान जोरों पर है। 67 फीसद मुस्लिम बहुल आबादी वाले किशनगंज पहुंचे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को जिले के अलग अलग प्रखंडों में अख्तरुल ईमान के समर्थन में जनसभा की। इस दौरान ओवैसी के निशाने पर प्रधानमंत्री के साथ साथ तेजस्वी यादव भी रहे। ओवैसी ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर जोरदार हमला किया।
उन्होंने कहा कि सीएए और एनआरसी लागू कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुसलमानों को नागरिकता से महरूम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह और नरेंद्र मोदी सीमांचल की जनता को घुसपैठिए बोल कर तौहीन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दस साल वो लोग क्या सो रहे थे। हमेशा वो घुसपैठिया करार देते रहते हैं।
वहीं उन्होंने पत्रकारों द्वारा तेजस्वी यादव को लेकर पूछे गए सवाल पर तंज कसते हुए कहा कि दूल्हा भाई के बगैर जिंदा नहीं रह सकता। ओवैसी मर्यादा भूल गए और खुद को तेजस्वी यादव का जीजा करार दे दिया।
यही नहीं, ओवैसी ने अपनी सभाओं में मुस्लिम मतदाताओं को गोलबंद करने के लिए विवादित बाबरी मस्जिद के साथ साथ बिल्किस बानो तक का जिक्र किया और केंद्र सरकार को जालिमों की सरकार बताया।
(आईएएनएस)
बिजनौर, 22 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के कोतवाली शहर थाना क्षेत्र में सोमवार को 24 वर्षीय एक युवक कार में मृत पाया गया। उसके सिर पर गोली लगी है।
मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के गांव त्रिलोकपुर निवासी रोहन के रूप में की गई है।
पुलिस के अनुसार, सोमवार को कोतवाली शहर पुलिस स्टेशन में कार में एक युवक के शव के बारे में एक पीसीआर कॉल मिली। मौके पर जाकर देखा तो कोतवाली शहर थाना अंतर्गत गांव झल्ला के पास बंद स्विफ्ट डिजायर कार में ड्राइवर सीट पर एक व्यक्ति पड़ा हुआ था, जिसके सिर पर चोट लगी थी।
शहर पुलिस उपाधीक्षक संग्राम सिंह ने बताया कि मृतक को गन शॉट इंजरी है तथा एक पिस्टल भी कार से बरामद हुई है।
डीएसपी ने कहा प्रथम दृष्टया यह मामला सुसाइड का प्रतीत हो रहा है। अपराध टीम के साथ फोरेंसिक विशेषज्ञों ने अपराध स्थल का निरीक्षण किया और तस्वीरें ली।
मृतक का शव जिला अस्पताल बिजनौर की मोर्चरी में रखा गया है। वारदात के बारे में जानने के लिए घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
इस संबंध में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
(आईएएनएस)
इंफाल, 22 अप्रैल । आंतरिक-मणिपुर संसदीय क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है और सुबह 11 बजे तक करीब 38 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाले हैं।
11 मतदान केंद्रों पर वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई और यह शाम 5 बजे तक जारी रहेगी।
चुनाव आयोग ने शनिवार को 11 मतदान केंद्रों पर हुए चुनाव को रद्द घोषित कर दिया और इंफाल पूर्वी जिले के सात और इंफाल पश्चिम जिले के चार केंद्रों पर नए सिरे से मतदान कराने की घोषणा की।
अधिकारियों ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिए इन मतदान केंद्रों पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) सहित अतिरिक्त सुरक्षा बलों की बड़ी टुकड़ी तैनात की गई है।
कांग्रेस ने 47 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की थी और कहा था कि बड़ी संख्या में मतदान केंद्रों पर कब्जा कर लिया गया और चुनावों में धांधली हुई है।
मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष के मेघचंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कर आंतरिक मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के 36 और बाहरी मणिपुर निर्वाचन क्षेत्र के 11 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान की मांग की है।
हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बीच शुक्रवार को मणिपुर की दो लोकसभा सीटों पर 15.44 लाख मतदाताओं में से 72.17 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
शुक्रवार को आंतरिक मणिपुर लोकसभा सीट और बाहरी मणिपुर (एसटी) संसदीय क्षेत्र के 28 विधानसभा क्षेत्रों में से 15 पर मतदान हुआ।
आंतरिक-मणिपुर सीट के तहत बाकी 13 विधानसभा क्षेत्रों में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
(आईएएनएस)
जमशेदपुर, 22 अप्रैल । जमशेदपुर में 16 साल पहले सिविल कोर्ट के पूर्व जज आरपी रवि पर की गई फायरिंग के मामले में गैंगस्टर अखिलेश सिंह को जिला अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है। एडीजे-4 न्यायाधीश आनंद मणि त्रिपाठी के कोर्ट ने मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद सोमवार को यह फैसला सुनाया।
अखिलेश फिलहाल राज्य की दुमका जेल में बंद है। घटना 19 मार्च 2008 को हुई थी।
सिविल कोर्ट से रिटायर जज और स्थायी लोक अदालत के तत्कालीन चेयरमैन आरपी रवि सुबह-सुबह जमशेदपुर के साकची बाजार से फल और सब्जी खरीदकर लौट रहे थे, तब बाइक सवार दो बदमाशों ने उनपर फायरिंग की थी। उन्हें छाती, पैर और कान की बाईं तरफ गोलियां लगी थीं। वह जख्मी होकर सड़क पर गिर पड़े थे।
सूचना मिलने पर पत्नी बीरा प्रसाद ने अन्य लोगों की मदद से उन्हें टाटा मेन हॉस्पिटल में दाखिल कराया था। पुलिस ने इस मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर में जांच के बाद गैंगस्टर अखिलेश सिंह, बंटी जायसवाल, मनोरंजन सिंह उर्फ लल्लू सिंह और रितेश राय को आरोपी बनाते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट अदालत में दायर की थी।
बताया गया था कि तत्कालीन जज आरपी रवि ने साकची जेल के तत्कालीन जेलर उमाशंकर पांडेय हत्याकांड में गैंगस्टर अखिलेश सिंह को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इस फैसले से नाराज गैंगस्टर अखिलेश सिंह ने बदला लेने की नीयत से उनके गुर्गों ने फायरिंग करवाई थी।
अदालत में इस केस में अनुसंधान पदाधिकारी समेत कुल 22 लोगों की गवाही हुई थी, लेकिन गैंगस्टर अखिलेश सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 120 बी,आर्म्स की धारा साबित नहीं हो सकी। कोर्ट में बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता प्रकाश झा, अधिवक्ता विद्या सिंह ने पक्ष रखा, जबकि आरोपी गैंगस्टर अखिलेश सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेश हुआ।
इस केस में आरोपी रहे बंदी जायसवाल, रितेश राय, मनोरंजन सिंह उर्फ लल्लू सिंह के खिलाफ अलग से सुनवाई चल रही है।
बता दें कि कई आपराधिक मामलों में जेल में बंद अखिलेश श्रीलेदर्स शूज कंपनी के मालिक आशीष डे की हत्या, ट्रांसपोर्टर उपेंद्र शर्मा हत्याकांड, टाटा स्टील के सुरक्षा पदाधिकारी जयराम सिंह हत्याकांड, बिरसानगर सृष्टि गार्डन बेनामी संपत्ति केस सहित कई मुकदमों में एक-एक कर बरी हो चुका है।
(आईएएनएस)
पटना, 22 अप्रैल । बिहार के चुनाव में अब संतानों की संख्या को लेकर सियासत शुरू हो गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बच्चों की संख्या को लेकर तंज कसा था तो सोमवार को लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी यादव ने भाजपा के कई नेताओं सहित कई महापुरुषों के पारिवारिक सदस्यों की गणना कर दी।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए हमेशा सम्मान रहेगा। वे खुद नहीं बोलते हैं उनसे बुलवाया जाता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी हमारे अभिभावक और पिता तुल्य हैं। मेरे परिवार पर बोलने से पहले उनको जानना चाहिए कि जिन्होंने इस देश का संविधान लिखा था, वह 14 भाई बहन थे। बाबा साहब खुद 14 वें नंबर पर थे।
इसके आगे उन्होंने कहा कि सुभाष चंद्र बोस जी भी 14 भाई बहन थे और खुद वह आठवें नंबर पर थे।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पांच भाई-बहन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी सात भाई-बहन थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भी 6 भाई-बहन हैं, जबकि उनके दादा सात भाई-बहन थे। यही नहीं, उनके एक चाचा नरसिंह दास जी के आठ बच्चे हैं। गृह मंत्री अमित शाह सात भाई-बहन हैं और वह खुद सातवें नंबर पर हैं। भाजपा के पटना साहिब से प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद जी सात भाई-बहन हैं।
इसके आगे तेजस्वी ने कहा कि तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव जी 10 भाई-बहन हैं। राष्ट्रगान लिखने वाले रवीन्द्रनाथ टैगोर जी 7 भाई-बहन थे। प्रखर विद्वान पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी जी के 14 बच्चे थे। देवगौड़ा जी के छह बच्चे हैं, नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी से जो लोग बुलवा रहे हैं, पहले उनको यह सब देख लेना चाहिए था। यह कोई मुद्दा नहीं है और बात मुद्दे की होनी चाहिए।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नीतीश कुमार क्यों नहीं विशेष राज्य के दर्जे, विशेष पैकेज की मांग कर रहे हैं। बिहार के विकास की बात होनी चाहिए।
इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कटिहार में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवारवाद को लेकर जोरदार तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि खुद हटे तो पत्नी को मुख्यमंत्री बना दिया। फिर दोनों बेटे को लाए और दो बेटी को भी ले आए। उन्होंने आगे कहा, "पैदा तो बहुत कर दिए। इतना ज्यादा पैदा करना चाहिए किसी को, बाल बच्चा। लेकिन उतना किया। उसी में से दो बेटा और दो बेटी को लगा दिया।"
(आईएएनएस)
पटना, 22 अप्रैल । बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग को भाजपा के जमाई बताए जाने पर जमकर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जिस तरह से सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग के लिये भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि ये संवैधानिक संस्थाएं मां भारती की संतान हैं और यह संविधान हमारी माता के रूप में है।
पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने आगे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इन संवैधानिक संस्थाओं को लेकर इस प्रकार मजाक कर रहे हैं और इस तरह के शब्दों का प्रकटीकरण कर रहे हैं तो यह घृणित मानसिकता का परिचायक है।
उन्होंने आगे सवालिया लहजे में कहा कि जो नाजायज औलाद हैं, आतंकवादी, उग्रवादी और भ्रष्टाचारी ये क्या तुम्हारे यार हैं?
भाजपा के नेता सिन्हा ने तेजस्वी को निशाने पर लेते हुए आगे कहा कि तुम्हारे माता और पिताजी द्वारा किये गये कार्य ने बिहार को बर्बाद कर दिया। मां भारती की संतान अगर मामले की जांच कर रही है तो न्यायालय उस पर फैसला दे रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसे बयान न्यायालय पर भी 'कमेंट' है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव का ऐसा बयान हताशा और निराशा में दिया गया बयान है। बिहार की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि अब जो जनता का विश्वास जीत कर आएगा, वही राजा का पुत्र बनेगा, राजा के कोख से अब राजा नहीं पैदा होगा।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 22 अप्रैल । दिल्ली में गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी आग जारी है। आसपास के स्थानीय लोगों को सांस लेने में अब दिक्कत होने लगी है। अधिकारियों के मुताबिक, आग पर काबू पाने के प्रयास लगातार जारी हैं।
स्थानीय लोगों ने आग के कारण सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में तकलीफ की शिकायत करनी शुरू कर दी है। दिल्ली में रविवार शाम से गाजीपुर लैंडफिल साइट पर लगी भीषण आग के चलते आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों ने सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की।
गाजीपुर लैंडफिल साइट के आसपास गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी, वैशाली, इंदिरापुरम इलाके पड़ते हैं। स्थानीय लोगों को इस आग से निकलने वाले जहरीले धुएं से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
गाजियाबाद के वैशाली इलाके में रहने वाले नवीन जोशी ने बताया कि हम 1990 के से ही इस समस्या का सामना कर रहे हैं। आसपास रहने वाले लोगों को मधुमेह, बीपी, थायराइड और आंखों में जलन की अकसर दिक्कत होती है। कई सालों से बड़े बुजुर्ग और यहां तक कि छोटे बच्चे भी इन समस्याओं से पीड़ित हैं।
उनका कहना है कि आसपास के सभी इलाकों में लोगों को आंखों में जलन हो रही है। लोग बाहर नहीं जा पा रहे हैं। चाहे दिल्ली सरकार हो या केंद्र सरकार, कोई भी हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहा है। सबसे बड़ी समस्या है कि जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा आग और भी ज्यादा तेज होती जाएगी।
खोड़ा कॉलोनी में रहने वाले अमरजीत ने बताया कि हम ठीक से सांस नहीं ले पा रहा हैं। मेरी आंखों में जलन हो रही है। कोई भी सरकार इस मुद्दे का समाधान नहीं कर रही है। इस आग से निकलने वाले धुएं के चलते स्कूली छात्रों का भी बुरा हाल है। आसपास के इलाकों से स्कूल जाने वाले छात्रों के गले में भी दिक्कत शुरू हो गई है।
यह पहली बार नहीं है कि डंपयार्ड से आग लगने की घटना सामने आई है। इससे पहले 2022 में लैंडफिल में आग लगने की तीन घटनाएं सामने आई थीं, जिसमें 28 मार्च की घटना भी शामिल थी, जिसे 50 घंटे से अधिक समय के बाद बुझाया गया था।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 22 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी सरकार में जनता की आकांक्षा के अनुरूप विकास के कार्य हुए हैं। ये पहली बार देश में देखने को मिला है। विकास और विरासत का अद्भुत समन्वय पीएम मोदी की पहचान है।
मुख्यमंत्री योगी सोमवार को मीडिया से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि इन मुद्दों पर चर्चा करने पर पब्लिक का रिस्पांस मिलता है। जिन मुद्दों पर पब्लिक का सबसे ज्यादा समर्थन मिला है वो है इन्फ्रास्ट्रक्चर। आज देश में हाईवे दोगुने हुए हैं। 2014 से पहले 74 एयरपोर्ट थे, आज इनकी संख्या डेढ़ सौ से ज्यादा हैं। कांग्रेस के समय केवल 1 एम्स बना था। अटल जी की सरकार के समय 6 नए एम्स की स्थापना हुई। मोदी जी के कार्यकाल में इनकी संख्या 22 हो गई है।
इसी प्रकार आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी का विस्तार और वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज विकास की नई गाथा कह रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली बार देश में विरासत का सम्मान भी देखने को मिला है। काशी में विश्वनाथ धाम, महाकाल में महालोक, केदारपुरी, बद्रीनाथ और सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार और अयोध्या में 500 साल के इंतजार का समाप्त होना व प्रभु श्रीराम का पुन: विराजमान होना। इसके साथ ही इन सभी नगरियों का कायाकल्प भी हुआ है।
काशी में पहले 50 लोग एक साथ दर्शन नहीं कर पाते थे। आज 50 हजार भी आ जाएं तो कोई दिक्कत नहीं। अयोध्या में 500 लोग आ जाते थे तो संकट खड़ा हो जाता था, आज 5 लाख भी आ जाएं तो परेशानी नहीं।
सीएम योगी ने कहा कि आस्था से जुड़े केंद्रों के बारे में हमें नया स्वरूप देखने को मिला है। विरासत और विकास का ये अद्भुत समन्वय अगर किसी एक महापुरुष के विजन और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण देखने को मिला है तो वह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संभव हो पाया है। जनता इन मुद्दों को पूरा समर्थन दे रही है।
उन्होंने विश्वास जताया कि यह समर्थन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में फिर से प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने के लिए आशीर्वाद में बदलेगा। पूरे देश में फिर एक बार मोदी सरकार का स्वर गूंज रहा है। आम जनता फिर से मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है।
(आईएएनएस)
बीजापुर, 22 अप्रैल छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में 'इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस' (आईईडी) की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि गंगालूर थाना क्षेत्र में आईईडी की चपेट में आने से गड़िया (18) नाम के युवक की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि पटेलपारा मुतवेंडी गांव का रहने वाला गड़िया 20 अप्रैल को मुतवेंडी गांव से तीन किलोमीटर दूर किसी काम से गया था कि तभी वह नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी के संपर्क में आ गया, जिससे विस्फोट हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि पिछले दिनों नैमेड थाना क्षेत्र में आईईडी की चपेट में आने से एक अन्य ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया था।
राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली जंगल के रास्तों में आईईडी लगा देते हैं, जिसमें ग्रामीण भी हताहत होते हैं। (भाषा)
नई दिल्ली, 22 अप्रैल । गाजीपुर लैंडफिल में आग लगने के साथ ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गया है। समस्या का समाधान न होने पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा की आलोचना की है।, उधर मौके पर आगे बुझाने का प्रयास जारी है। अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि आग बुझाने के लिए 14 फायर टेंडर भेजे गए हैं। आग लैंडफिल के भीतर उत्पन्न गैसों से लगी है।
इस बीच नगर निगम में सत्ता से बाहर दिल्ली भाजपा ने लैंडफिल मुद्दे को हल करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने में विफल रहने के लिए आप की तीखी आलोचना की।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि यह शर्मनाक है कि केजरीवाल के नेतृत्व वाले दिल्ली नगर निगम की लापरवाही के कारण गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर आग लग गई।
उन्होंने कहा, ''केजरीवाल ने दिल्ली नगर निगम के 2022 के चुनावों से पहले 31 दिसंबर 2023 तक इस लैंडफिल साइट को साफ करने का वादा किया था, लेकिन आज लैंडफिल साइट से पुराने ढेर हटाने के बजाय वहां एक नया ढेर बन गया है।'' .
सामाजिक कार्यकर्ता और वकील विनीत जिंदल ने एक्स पर कहा,“दिल्ली के एक नागरिक के रूप में, मैं कह रहा हूं कि हम दिल्ली के नागरिकों को इस तरह के धुएं में धीरे-धीरे मरने के लिए छोड़ दिया गया है। दिल्ली सरकार और एमसीडी विफल हो गए हैं। अब हम केवल यही उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री व एलजी ही कुछ करेंगे।''
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल उच्चतम न्यायालय ने करीब 30 सप्ताह की गर्भावस्था वाली 14 वर्षीय कथित बलात्कार पीड़िता को चिकित्सीय गर्भपात कराने की अनुमति दे दी।
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने किसी भी मामले में पूर्ण न्याय देने के लिए आवश्यक आदेश पारित करने का अधिकार देने वाले संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए मुंबई के सायन स्थित लोकमान्य तिलक महानगरपालिका सर्वसाधारण रुग्णालय एवं वैद्यकीय महाविद्यालय (एलटीएमजीएच) के डीन को निर्देश दिया कि वह नाबालिग के गर्भपात के लिए चिकित्सकों के दल का तत्काल गठन करें।
उसने नाबालिग के गर्भ को चिकित्सकीय रूप से समाप्त करने का अनुरोध करने वाली याचिका को खारिज करने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश को भी रद्द कर दिया। यह याचिका पीड़िता के पिता ने दायर की थी।
शीर्ष अदालत ने 19 अप्रैल को नाबालिग की चिकित्सकीय जांच का आदेश दिया था।
उसने मुंबई के सायन स्थित अस्पताल से इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा था कि अगर पीड़िता चिकित्सकीय रूप से गर्भपात कराती है या उसे ऐसा न करने की सलाह दी जाती है तो इसका उसकी शारीरिक और मनोवैज्ञानिक स्थिति पर क्या असर पड़ने की संभावना है।
‘गर्भ का चिकित्सकीय समापन अधिनियम’ (एमटीपी) के तहत, विवाहित महिलाओं के साथ-साथ विशेष श्रेणियों की महिलाओं के लिए भी गर्भावस्था को समाप्त करने की ऊपरी सीमा 24 सप्ताह है। इन विशेष श्रेणियों में बलात्कार पीड़िताएं और दिव्यांग एवं नाबालिग शामिल हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल निष्पक्ष व्यापार निगरानी संस्था सीसीआई ने कृत्रिम मेधा और प्रतिस्पर्धा पर उसके प्रभाव पर एक विस्तृत बाजार अध्ययन करने के लिए संस्थाओं से सोमवार को प्रस्ताव आमंत्रित किए।
अध्ययन के संचालन के लिए एक एजेंसी/संस्था को संलग्न करने के लिए प्रस्ताव के लिए अनुरोध (आरएफपी) दस्तावेज़ जारी करते हुए भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने कहा कि एआई की परिवर्तनकारी क्षमताओं में जहां एक ओर आपूर्ति व मांग बढ़ाने की क्षमता है। वहीं दूसरी ओर इसके इस्तेमाल से उत्पन्न होने वाले संभावित प्रतिस्पर्धा जोखिम चिंता का विषय हैं।
प्रस्ताव जमा करने की अंतिम तारीख तीन जून है। संस्थाओं द्वारा तकनीकी प्रस्तुतियों के बाद, वित्तीय बोली की अंतिम तिथि 28 जून है।
'कृत्रिम बुद्धिमत्ता व प्रतिस्पर्धा' पर प्रस्तावित बाजार अध्ययन ऐसे समय में किया जा रहा है जब उद्योगों में एआई के बढ़ते इस्तेमाल ने बाजारों में प्रतिस्पर्धी गतिशीलता के लिए इसके निहितार्थ को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं।
सीसीआई के चेयरमैन रवनीत कौर ने हाल ही में ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा था कि एआई व मशीन लर्निंग दक्षता तथा नवाचार को बढ़ा सकती है, लेकिन बाजार की एकाग्रता और संभावित प्रतिस्पर्धा-विरोधी व्यवहार से संबंधित चिंताओं को भी जन्म दे सकती हैं।
सीसीआई को प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और बाज़ार में प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं पर अंकुश लगाने का अधिकार है। (भाषा)
अशोक नगर, 22 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव का पहला चरण पूरा हो चुका है और दूसरा चरण करीब है। वहीं दल बदल का दौर भी जारी है।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबी और चंदेरी नगर पालिका अध्यक्ष दशरथ कोली ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने भाजपा का दामन थाम लिया।
गुना संसदीय क्षेत्र में अशोक नगर आता है और यहां से केंद्रीय मंत्री सिंधिया भाजपा के उम्मीदवार हैं। अशोक नगर में चंदेरी नगर पालिका परिषद आती है और यहां के अध्यक्ष दशरथ कोली ने अपने पार्षदों के साथ केंद्रीय मंत्री की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ली।
दशरथ कोली की गिनती पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के करीबियों में होती रही है।
दशरथ कोली के दल बदल को सियासी तौर पर काफी अहम माना जा रहा है। दिग्विजय सिंह राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं पड़ोसी संसदीय क्षेत्र गुना से केंद्रीय मंत्री सिंधिया मैदान में है। सिंधिया और दिग्विजय की सियासी अदावत किसी से छिपी नहीं है, लिहाजा दोनों एक दूसरे को सियासी तौर पर शह और मात देने के खेल में लगे रहते हैं।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 22 अप्रैल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि विकास और विरासत का अद्भुत समन्वय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहचान है।
सोमवार को जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, योगी आदित्यनाथ ने पांच कालिदास मार्ग स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ''भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में जनता की आकांक्षा के अनुरूप विकास के कार्य हुए हैं। ये पहली बार देश में देखने को मिला है।''
उन्होंने कहा, ''विकास और विरासत का अद्भुत समन्वय प्रधानमंत्री मोदी की पहचान है। इस दिशा में अद्भुत कार्य हुए हैं।''
योगी ने कहा, ''आस्था से जुड़े केंद्रों के बारे में हमें नया स्वरूप देखने को मिला है। विरासत और विकास का ये अद्भुत समन्वय अगर किसी एक महापुरुष के विजन और दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आज देश में देखने को मिला है तो वह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में संभव हो पाया है।''
मुख्यमंत्री ने कहा, ''पहली बार देश में विरासत का सम्मान भी देखने को मिला है। काशी में विश्वनाथ धाम, महाकाल में महालोक, केदारपुरी, बद्रीनाथ और सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार और अयोध्या में 500 वर्ष के इंतजार का समाप्त होना व प्रभु श्रीराम का पुन: विराजमान होना। इसके साथ ही इन सभी नगरियों का कायाकल्प भी हुआ है।''
योगी ने कहा, ''काशी में पहले 50 लोग एक साथ दर्शन नहीं कर पाते थे और आज 50 हजार भी आ जाएं तो कोई दिक्कत नहीं।''
उन्होंने कहा, ''अयोध्या में 500 लोग आ जाते थे तो संकट खड़ा हो जाता था, आज पांच लाख भी आ जाएं तो परेशानी नहीं।''
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि लोकसभा चुनावों में जनता इन मुद्दों को पूरा समर्थन दे रही है।
उन्होंने विश्वास जताया, ''यह समर्थन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में फिर से प्रचंड बहुमत की सरकार बनाने के लिए आशीर्वाद में बदलेगा। पूरे देश में फिर एक बार मोदी सरकार का स्वर गूंज रहा है। आम जनता फिर से मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनने जा रही है।''
पूर्ववर्ती सरकारों पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ''कांग्रेस के समय केवल एक एम्स बना था। अटल जी की सरकार के समय छह नए एम्स की स्थापना हुई और मोदी जी के कार्यकाल में इनकी संख्या 22 हो गई है।''
योगी ने कहा, ''आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी का विस्तार और वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज विकास की नई गाथा कह रहे हैं।'' (भाषा)
कटिहार, 22 अप्रैल । पौराणिक और राजनीतिक महत्व रखने वाली कटिहार की धरती पर किसानों की मेहनत से आम के बगान और पोखरों में मखान के पत्ते देखकर आप इस क्षेत्र की समृद्धि का अंदाजा लगा जा सकते हैं। जूट की पहचान वाले इस कटिहार की राजनीतिक समझ भी किसी क्षेत्र से कम नहीं। तभी तो सीताराम केसरी, मोहम्मद यूनुस सलीम, तारिक अनवर जैसे दिग्गज इस क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
इस चुनाव में भी पांच नदियों के किनारे बसे इस कटिहार क्षेत्र में मुकाबला दिलचस्प दिखाई दे रहा है। महागठबंधन की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर को चुनावी मैदान में उतार कर कांग्रेस अपनी खोई जमीन हथियाने की फिराक में है, तो एनडीए ने जदयू के दुलालचंद गोस्वामी को फिर से उतारकर मुक़ाबले को दिलचस्प बना दिया है।
पिछले लोकसभा चुनाव में भी इन दोनों के ही बीच मुकाबला हुआ था, जिसमें गोस्वामी भारी पड़े थे और पहली बार सांसद बने थे।
वैसे, आंकड़ों पर नजर डालें तो कटिहार की पहचान तारिक अनवर से होती है। यहां से वे 11 बार चुनाव लड़ चुके हैं और पांच बार विजयी रहे हैं। 1980 में कांग्रेस के टिकट पर तारिक अनवर ने यहां से पहली बार जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1984, 1996, 1998 और 2014 में उन्होंने अपना परचम लहराया।
भाजपा के निखिल कुमार चौधरी को भी यहां तीन बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। इस चुनाव में तारिक अनवर और दुलारचंद गोस्वामी के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
इसके अलावा कटिहार सीट पर बहुजन समाज पार्टी के गोपाल कुमार महतो, भारत जोड़ो जनता पार्टी से विष्णु सिंह, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया से मरांग हांसदा, राष्ट्रीय जनसंभावना पार्टी से राज कुमार मंडल, समाज शक्ति पार्टी से बिंदु कुमारी और निर्दलीय प्रत्याशी भी यहां से भाग्य आजमा रहे हैं।
यहां छह विधानसभा सीट कटिहार, कदवा, बलरामपुर, प्राणपुर, मनिहारी और बरारी हैं। इनमें कटिहार और प्राणपुर में भाजपा, कदवा और मनिहारी में कांग्रेस, बरारी में जदयू और बलरामपुर में सीपीआई एमएल के विधायक हैं।
करीब 21 लाख मतदाताओं वाले सीमांचल की इस सीट पर एक बार फिर महागठबंधन को एम वाई समीकरण पर भरोसा है तो दूसरी तरफ एनडीए को प्रधानमंत्री के चेहरे, पिछड़े और अति पिछड़े, सवर्ण के साथ नीतीश कुमार के नाम पर कुछ मुस्लिम मतदाताओं से भी आसरा है।
यह क्षेत्र पौराणिक महत्व वाला भी माना जाता है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण भी यहां अपने खोए आभूषण को खोजने आए थे। बिहार में सभी सात चरणों के तहत मतदान होना है। बिहार की कुल 40 सीटों में से पहले चरण में चार सीटों पर चुनाव हो चुका है। कटिहार के मतदाता लोकसभा के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान करेंगे।
(आईएएनएस)