कारोबार

आईआईआईटी छात्र स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप के लिए चयनित
08-May-2021 2:01 PM
आईआईआईटी छात्र स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप के लिए चयनित

रायपुर, 8 मई। आअईआईआईटी के असिस्टेट रजिस्ट्रार हरीश कुमार ने बताया कि बीटेक  अंतिम वर्ष के छात्र चिराग सामल ने प्रतिष्ठित स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसए में समर रिसर्च इंटर्नशिप प्राप्त की है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय वैश्विक स्तर पर शीर्ष पांच विश्वविद्यालयों में से एक  है और अकादमिक शोध को आगे बढ़ाने के लिए सर्वाधिक वांछित  विश्वविद्यालयों में से एक है। चिराग स्टैनफोर्ड में सस्टेनेबल सिस्टम्स लैब में काम करेंगे।  लैब का शोध आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सिग्नल प्रोसेसिंग और सांख्यिकी का उपयोग करते हुए स्थायी बड़े जटिल नेटवर्क के लिए बड़े पैमाने पर, ऊर्जा-कुशल, और किफायती  प्रणालियों के डिजाइन और निर्माण पर केंद्रित है। चिराग का चयन एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से किया गया था जिसमें साक्षात्कार के तीन दौर शामिल थे। इस साल फरवरी में साक्षात्कार का दौर शुरू हुआ, लेकिन महामारी के कारण पूरी चयन प्रक्रिया में थोड़ा समय लगा।

श्री कुमार ने बताया कि अप्रैल के अंत में स्टैनफोर्ड से पुष्टि पत्र प्राप्त करने पर, चिराग ने कहा कि उन्हें स्टैनफोर्ड के अनुसंधान इंटर्नशिप कार्यक्रम के लिए चुने जाने पर खुशी हुई। जैसा कि चिराग स्टैनफोर्ड में चुने जाने के बारे में निश्चित नहीं था, वह दुनिया के अन्य प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अनुसंधान इंटर्नशिप कार्यक्रमों के लिए भी प्रयास कर रहा था। उन्हें दुनिया के कुछ अन्य शीर्ष विश्वविद्यालयों जैसे कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय और टोक्यो विश्वविद्यालय द्वारा भी शोध इंटर्नशिप की पेशकश की गई है।

श्री कुमार ने बताया कि चिराग स्टैनफोर्ड में शोध कार्य के लिए अत्यंत उत्साहित एवं उत्सुक   है। इस इंटर्नशिप से पहले, उन्होंने तीन महीने तक भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर के कंप्यूटर विज्ञान और स्वचालन विभाग में रिसर्च इंटर्न के रूप में काम किया है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने संस्थान के शैक्षनिक वातावारण एवं  आवश्यक कौशल से लैस लैब्स को दिया। संस्थान की स्नातक स्तर पर ही छात्रों को शोध के लिए प्रोत्साहित करने और मशीन लर्निंग (एमएल), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), और डेटा साइंस जैसी विभिन्न तकनीकों का ज्ञान प्रदान करने की नीति ने उन्हें इन क्षेत्रों में शोध करने के लिए प्रेरित किया। चिराग ने कहा, मैं समाज की भलाई के लिए सार्थक सामाजिक कार्यों के साथ शोध करना पसंद करूंगा। मैं निश्चित रूप से अपने राज्य और अपने देश की बेहतरी के लिए अपने ज्ञान का उपयोग करने की योजना बना रहा हूं। उनके माता-पिता, असित सामल और लीना सामल ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की उपलब्धि और अपने गृहनगर भिलाई के लिए जो पहचान मिली है, उस पर गर्व है।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news