सामान्य ज्ञान
फ़्लोरेन्स नाईटिंगेल को आधुनिक नर्सिग आन्दोलन का जन्मदाता माना जाता है। दया व सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेंस नाइटिंगेल द लेडी विद द लैंप (दीपक वाली महिला) के नाम से प्रसिद्ध हैं। 12 मई वर्ष 1820 ईसवी को नर्सिंग विभाग की संस्थापक फ़्लोरेंस नाईटिंगल, फ़्लोरेंस नगर में जन्मी। उन्होंने अपना युवाकाल ब्रिटेन में बिताया और अपना अधिकांश समय विभिन्न बीमारियों और मरीज़ों के उपचार के मार्ग के संबंध में शोध व अध्ययन में व्यतीत करती थीं।
नाईटिंगल को क्रीमिया युद्ध के दौरान नर्सिंग और घायल सैनिकों के उपचार के लिए रणक्षेत्र भेजा गया। उन्होंने सैनिकों की नि:स्वार्थ सेवाएं कीं। वह रात के समय एक दीप लेकर रणक्षेत्र जाती थीं और घायलों को दूसरों की सहायता से स्वास्थ्य केन्द्र में लाया करती थीं और फिर उनका उपचार किया जाता था। इस आधार पर वह दीप वाली महिला के नाम से प्रसिद्ध हो गईं। उन्हें एक उदाहरणीय नर्स घोषित किया गया। 1859 में फ्लोरेंस ने सेंट थॉमस अस्पताल में एक नाइटिंगेल प्रक्षिक्षण विद्यालय की स्थापना की। इसी बीच उन्होंने नोट्स ऑन नर्सिग पुस्तक लिखी। जीवन का बाकी समय उन्होंने नर्सिग के कार्य को बढ़ाने व इसे आधुनिक रूप देने में बिताया। 1869 में उन्हें महारानी विक्टोरिया ने रॉयल रेड क्रॉस से सम्मानित किया। 90 वर्ष की आयु में 13 अगस्त, 1910 को उनका निधन हो गया।