अंतरराष्ट्रीय
नेपाल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि ऑक्सीजन की कमी से देश के दक्षिण में कम से कम 16 कोविड-19 मरीज़ों की मौत हो गई है.
लुंबिनी प्रांत में कोरोना संक्रमण के मामले तेज़ी से बढ़े हैं और मरीज़ों के लिए अस्पताल ज़रूरी दवाओं और ऑक्सीजन की मांग कर रहे हैं.
कोरोना महामारी की मार झेल रहे भारत के ऑक्सीजन निर्यात पर रोक लगाने के बाद नेपाल फिलहाल इसकी कमी से जूझ रहा है.
कोरोना की दूसरी लहर से भारत का पड़ोसी मुल्क़ नेपाल भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. बीते चौबीस घंटों में नेपाल में कोरोना के नौ हज़ार से अधिक मामले सामने आए हैं.
काठमांडू युनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ मेडिकल साइंसेस में एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉक्चर अर्चना श्रेष्ठ का कहना है कि भारत के मुक़ाबले नेपाल में कोरोना महामारी का कहर अधिक घातक है.
उनका कहना है कि जहां शुरूआती दौर में भारत में रोज़ाना दस लाख लोगों में कोरोना संक्रमण के केवल 240 मामले आ रहे थे वहीं नेपाल में प्रत्येक दस लाख पर रोज़ाना 304 मामले दर्ज किए जा रहे हैं.
उनका कहना है कि अगर कोरोना मृत्युदर को देखा जाए तो नेपाल में प्रत्येक दस लाख पर 3.3 लोगों की मौत हो रही है जबकि भारत में ये दर 2.5 है. (bbc.com)