सामान्य ज्ञान
भारत में होमियोपैथी चिकित्सा
14-May-2021 9:08 AM
होमियोपैथी चिकित्सा पद्धति का जनक जर्मन फिजिशियन फ्रेडरिक सैमुएल हैनिमैन (10 अप्रैल, 1755 ई.-2 जुलाई, 1843 ई.) को माना जाता है। उनके द्वारा विकसित लॉ ऑफ सिमिलर्स को होमियोपैथ का आधारभूत सिद्धांत माना जाता है।
भारत में होमियोपैथी चिकित्सा का आरंभ 19वीं शताब्दी के दूसरे-तीसरे दशक से (बंगाल से) हो गया था। आजादी के बाद 1952 में भारत सरकार ने होमियोपैथिक एडवाइजरी कमेटी का गठन किया, जिसकी सिफारिशों के आधार पर 1973 में ऐक्ट बनाकर इस चिकित्सा पद्धति को मान्यता प्रदान की गयी। होमियोपैथी में रिसर्च के लिए 1978 में स्वतंत्र सेंट्रल काउंसिल की स्थापना की गई।