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पत्रकारों को दिखाया गया 'सुंदर' बनता शिनजियांग
14-May-2021 1:36 PM
पत्रकारों को दिखाया गया 'सुंदर' बनता शिनजियांग

सरकार प्रायोजित दौरे में पत्रकारों को उइगुर बहुल शिनजियांग प्रांत को देखने का मौका मिला. पढ़िए, उन्होंने वहां क्या देखा.

    (dw.com)

चीन के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र शिनजियांग में एक शहर है कीरा. इस शहर में ऊंची दीवारों से घिरी, और कम्यूनिस्ट पार्टी के प्रोपेगैंडा से दूर एक मस्जिद है जिसे जियामान मस्जिद कहते हैं. इसके पास से गुजरते लोग समझ नहीं पाएंगे कि यहां कोई धार्मिक इमारत है. अप्रैल में, पवित्र मुस्लिम महीने रमजान के दौरान इस मस्जिद में सिर्फ दो उइगुर मुस्लिम महिलाएं बैठी दिखाई दीं. कभी यह शहर का सबसे बड़ा पूजा स्थल था, आज यह मस्जिद सक्रिय भी है या नहीं, कोई नहीं जानता.

रिपोर्टर्स जैसे ही वहां पहुंचे, सादे कपड़ों में चार लोग आए और इधर-उधर खड़े हो गए. पड़ोस में खुलने वाले सारे दरवाजे बंद कर दिए गए. रिपोर्टर्स को बताया गया कि वहां तस्वीरें लेना गैरकानूनी है और उन्हें वहां से चले जाने को कहा गया. जब रिपोर्टर ने पूछा कि अंदर मस्जिद है, तो एक व्यक्ति ने कहा, "यहां कोई मस्जिद नहीं है. यहां कभी कोई मस्जिद नहीं थी.” इस व्यक्ति ने अपनी पहचान बताने से भी इनकार कर दिया.

2019 की सैटलाइट तस्वीरों को देखें तो मस्जिद के चारों कोनों में मीनारें देखी जा सकती हैं. तब यहां धार्मिक गतिविधियां जारी थीं या नहीं, कहा नहीं जा सकता. लेकिन अब ये मीनारें गायब हो चुकी हैं. जहां कभी मुख्य डोम होता था वहां धातू का एक नीला बक्सा रखा है. हाल ही में चीन ने एक अभियान शुरू किया है. सरकारी मीडिया और सरकार प्रायोजित दौरे कराए जा रहे हैं ताकि शोधकर्ताओं, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और शिनजियांग के बाशिंदों के उन दावों को गलत साबित किया जा सके, जिनके मुताबिक इस उइगुर बहुल इलाके की हजारों मस्जिदों को निशाना बनाया गया है.

दावों और हकीकत में फर्क
शिनजियांग और बीजिंग के अधिकारी बताते हैं कि किसी धार्मिक इमारत को जबरन नहीं गिराया गया है. अधिकारियों ने रिपोटर्स को खुद देखने का न्योता दिया. शिनजियांग सरकार के प्रवक्ता एलियान अनायत ने बताया कि सरकार ने तो धार्मिक इमारतों की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग कहती हैं कि कुछ मस्जिदें गिरायी गई हैं और बाकियों को ग्रामीण सौंदर्यकरण योजना के तहत विस्तार दिया गया है.

साथ ही वह कहती हैं कि मुसलमान अपने धर्म का घर में या मस्जिदों में खुलेतौर पर पालन कर सकते हैं. जब रिपोर्टर्स के उन इलाकों में जाने पर लगी पाबंदी के बारे में पूछा गया तो चुनयिंग ने कहा कि स्थानीय लोगों का भरोसा जीतने के लिए रिपोर्टर्स को ज्यादा मेहनत करनी होगी और निष्पक्ष रिपोर्टिंग करनी होगी. रॉयटर्स समाचार एजेंसी के संवाददाताओं ने रमजान के दौरान 12 दिन के दौरे पर दक्षिण पश्चिम और मध्य शिनजियांग के सात जिलों की 12 मस्जिदें देखीं.

सरकार के आजादी और मस्जिदों की रक्षा के दावों और जमीनी हकीकत में फर्क साफ दिखता है. चीन बार-बार कहता है कि शिनजियांग में अलगाववादी, आतंकवादी और धार्मिक उग्रवादी तत्व सिर उठा रहे हैं ताकि इस इलाके को अपना घर बताने वाले उइगर और चीन की बहुसंख्य हान आबादियों के बीच तनाव पैदा किया जा सके. इन कथित खतरों को खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर सख्तियां की गई हैं.

"नस्ली एकता" के नाम पर
इनमें धार्मिक गतिविधियों पर पाबंदियां लगाई गई हैं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के शब्दों में जबरन राजनीतिक घुट्टी पिलाई गई है. यह सख्ती 2017 में शुरू हुई जिसके दायरे में दस लाख उइगुर और अन्य मुसलमान हैं. मानवाधिकार कार्यकर्ता जिन्हें हिरासत कैंप कहते हैं, सरकार उन्हें व्यवसायिक ट्रेनिंग केंद्र बताती है. सरकार का कहना है कि शिनजियागं में 20 हजार मस्जिदें हैं लेकिन उनके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है.

कई मस्जिदों पर लिखा है कि श्रद्धालुओं को रजिस्टर करना होगा जबकि बाहरी इलाकों के लोग, विदेशी और 18 साल से कम उम्र के किशोरों और बच्चों को अंदर आने की इजाजत नहीं है. जो मस्जिदें काम कर रही हैं उनमें निगरानी कैमरे लगे, चीनी ध्वज और सरकारी प्रोपेगैंडा बताते पोस्टर लगे हैं जिन पर सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी के साथ वफादारी सिखाई गई है. छह साल पहले होतन शहर में रहने आई एक हान महिला बताती है कि मुसलमान घरों में प्रार्थनाएं कर सकते हैं.

वह कहती है, "अब वैसे (जो मस्जिदों में प्रार्थनाएं करते थे) मुसलमान नहीं हैं. शिनजियांग में जिंदगी खूबसूरत है.” ऑस्ट्रेलियन स्ट्रैटिजिक पॉलिसी इंस्टिट्यूट के शोधकर्ताओं ने 2020 में शिनजियांग की 900 जगहों का सर्वे करने के बाद रिपोर्ट में बताया कि तीन साल में 16 हजार मस्जिदें पूरी तरह या आंशिक रूप से तोड़ी जा चुकी हैं. इलाके की राजधानी उरुमकी से 40 किलोमीटर पश्चिम में चांग्जी शहर की शिनकू मस्जिद की लाल और हरी मीनारों का मलबा खाली पड़ी इमारत के नजदीक पड़ा है.

उस पर चीनी झंड़ा भी पड़ा है. और बाहर एक पोस्टर लगा है जो बताता है कि जल्दी ही इस जगह घर बनाए जाएंगे. पोस्टर कहता है, "नस्ली एकता के लिए, एक सुंदर शिनजियांग बनाएं.”

वीके/सीके (रॉयटर्स)
 

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