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भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफ़ान 'टोकटे' का केंद्र अभी लक्षद्वीप है जो शनिवार सुबह और तीव्रता से आगे बढ़ रहा है. यह चक्रवाती तूफ़ान तेज़ होता जा रहा है. इसका प्रभाव लक्षद्वीप के साथ दक्षिणी-पूर्वी और पूर्वी-मध्य अरब सागर में है. इस चक्रवात को लेकर दक्षिणी गुजरात और दीव के समुद्री तटों पर निगरानी बढ़ा दी गई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार प्रधानमंत्री ने इस चक्रवात से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों और एनडीएमए की बैठक बुलाई है.
चक्रवाती तूफ़ान जैसे-जैसे पश्चिमी तटो की ओर बढ़ा रहा है, प्रशासन की चिंता भी बढ़ती जा रही है. भारतीय नौसेना ने प्रशासन को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. भारतीय नौ सेना ने अपने ट्वीट में कहा है, ''भारतीय नौसेना के जहाज़, पोत, हेलिकॉप्टर, गोताखोर और आपदा राहत टीम पश्चिमी तट पर मदद के लिए मुस्तैद हैं.''
मौसम विभाग ने शुक्रवार को अंदेशा जताया था कि 17 मई तक यह चक्रवाती तूफ़ान 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तबाही मचा सकता है. मौसम विभाग के अनुसार यह चक्रवाती तूफ़ान शुरू में उत्तरी-पूर्व की ओर से बढ़ेगा और फिर उत्तर और उत्तर-पश्चिम से होते हुए गुजरात के तटों तक 18 मई की सुबह तक पहुँचेगा.
इस चक्रवाती तूफ़ान को लेकर केरल के पाँच ज़िलों- तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पु्ज्हा, पथानमिट्टा और एर्नाकुलम में रेड अलर्ट जारी किया गया है. इन इलाक़ों में आपदा प्रबंधन टीम को तैनात कर दिया गया है. मुंबई और ठाणे में भी इसी वीकेंड में चक्रवाती तूफ़ान के पहुँचने की आशंका है. मौसम विभाग ने इन्हें भी सतर्क कर दिया है.
मौसम विभाग के अनुसार महाराष्ट्र में तूफ़ान का असर 18मई तक धीरे-धीरे कमज़ोर पड़ सकता है. 18मई के बाद यह गुजरात की ओर बढ़ेगा. (bbc.com)