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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन और नागर विमानन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने किरण मज़ूमदार-शॉ के एक ट्वीट के जवाब में तंज कसा है और कहा है कि देश में वैक्सीन की स्थिति की तुलना शादी से करने वाला उनका ट्वीट दिलचस्प है.
डॉक्टर हर्ष वर्धन ने लिखा, "आप चिंता न करें किरण जी, वैक्सीन की कोई कमी नहीं होगी और सभी को वैक्सीन मिलेगी."
उन्होंने लिखा, "सप्लाई बाधित न हो इसके लिए हमारे साथ निर्माता काम कर रहे हैं और विदेश से आने वाली वैक्सीन की भी ट्रैकिंग की जा रही है. नई वैक्सीन जो देश में लाई जा सकती है उस पर भी काम चल रहा है. हो सकता है कि लोगों को पसंद की वैक्सीन चुनने का मौक़ा मिले."
बायोफ़ार्मा कंपनी बायोकोन की एग्ज़िक्यूटिव चेयरमैन किरण मज़ूमदार-शॉ के एक ट्वीट के जवाब में तंज कसते हुए हरदीप सिंह पुरी ने लिखा, "अरेंज़्ड मैरिज से तुलना करने वाला ट्वीट दिलचस्प है. लेकिन सभी शादियां पहली नज़र का प्यार नहीं होतीं."
उन्होंने दो ट्वीट किए और लिखा, "बायोटेक इंडस्ट्री की मदद से देश में कोरोना वैक्सीन की 18 करोड़ डोज़ दी जा चुकी हैं. मई से जुलाई के बीच और 40 करोड़ डोज़ तैयार हो जाएगी और इस साल अगस्त से दिसंबर के बीच वैक्सीन की 216 करोड़ डोज़ तैयार होंगी."
उन्होंने तंज कसा, "ये सभी बेहतर सप्लाई और अच्छी चल रही शादी की निशानी ही तो है!"
इससे पहले किरण मज़ूमदार-शॉ ने ट्वीट करके कहा था कि भारत में वैक्सीन की स्थिति एक अरेंज मैरिज की तरह है.
उन्होंने ट्वीट में लिखा था, “भारत में वैक्सीन की स्थिति एक अरेंज मैरिज जैसी है. पहले आप तैयार नहीं होते, फिर आपको कोई पसंद नहीं आता, उसके बाद आपको कोई नहीं मिलता. जिनको मिल जाता है वे नाख़ुश रहते हैं कि शायद कोई और अच्छा मिल जाता. जिनको नहीं मिलता वे चाहते हैं कि उन्हें कोई मिल जाए.”
हालांकि, बाद में एक ट्वीट के उत्तर में किरण ने एक अन्य ट्वीट में माना है कि ये उनके विचार नहीं हैं.
सोशल मीडिया पर उनके इस बयान की आलोचना की जा रही है. एक ट्विटर यूज़र मनोज कुमार डि शेनॉय ने उनके बयान को ग़ैर-ज़िम्मेदार बताया है.
उन्होंने लिखा "एक बड़ी कंपनी में ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति का इस तरह का बयान देना बेहद गैर-ज़िम्मेदारना है."
वेन्कटेश कृष्णमूर्ति ने वैक्सीन को अरेंज्ड मैरिज से जोड़ किरण मजूमदार ने ओछा जवाब दिया था.
सिद्धार्थ गिगी नाम के एक अन्य ट्विटर यूज़र ने लिखा, "कृपया अपना घटिया जोक वापिस लें. आपसे बेहतर की उम्मीद करते हैं."
इसी सप्ताह मज़ूमदार-शॉ ने कोविड-19 वैक्सीन की कमी को लेकर चिंता जताई थी और कहा था कि सरकार की ओर से बेहतर पारदर्शिता की ज़रूरत है ताकि लोगों को वैक्सीन मिले.
उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय को टैग करते हुए ट्वीट किया था, “वैक्सीन की कमी को लेकर बेहद चिंता है. क्या हम जान सकते हैं कि हर महीने 7 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज़ कहां गईं? स्वास्थ्य मंत्रालय हमें दुविधा से बचने के लिए हमें बेहतर पारदर्शिता की ज़रूरत है. अगर सप्लाई का टाइमटेबल सार्वजनिक हो तो लोग अपनी बारी का इंतज़ार आराम से कर सकते हैं.” (bbc.com)