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सीएम कन्या विवाह योजना
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
महासमुन्द, 16 मई। जिले में विगत 2 वर्षों से मुख्यमंत्री कन्या विवाह उपहार सामग्री क्रय में हुई 20 लाख की अनियमितता और महासमुन्द ब्लॉक में मई माह हेतु वितरित रेडी टू ईट में हुई 10 लाख की अनियमितता पर कार्रवाई की मांग को लेकर महासमुन्द जिले के जिला महिला बाल विकास अधिकारी सुधाकर बोदले आज सुबह 10 बजे से अनशन पर हैं। आज ठीक 10 बजे उनसे मोबाइल पर बात हुई, जिसमें उन्होंने कहा कि अनशन के लिए जगह नहीं मिली है। अत: घर में ही अनशन होगा।
इसके बाद कलेक्टर डोमन सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा कि अनशन की इजाजत नहीं है। फिर अपर कलेक्टर जोगिंदर सिंह ने खुद ही 'छत्तीसगढ़' को फोन कर कहा कि इस मामले की जांच के लिए कल राज्य स्तरीय अधिकारी महासमुंद पहुंचे थे। जांच भी पूरी हो चुकी है। जिले में लॉकडाउन घोषित है और इस वक्त कोई भी शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अनशन नहीं कर सकता। उन्हें जिले की पुलिस ढूंढ रही है ताकि अनशन करते दिखे तो उन पर कार्रवाई की जा सके।
ज्ञात हो कि महासमुन्द ब्लॉक में वर्ष 2020 और 2021 में कुल 400 जोड़ों का कन्या विवाह संपन्न हुआ था। वर्ष 2020 में टेंडर की पूरी प्रक्रिया श्री बोदले के जिला कार्यक्रम अधिकारी के पद पर पदस्थ रहते हुए की गई थी। उनके कार्यकाल में क्रयसमिति द्वारा उच्च गुणवत्तापूर्ण ब्रांडेड उपहार सामग्री का चयन क्रय समिति द्वारा किया गया था । उनके बाद जिले में पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा बिना क्रय समिति के अनुमोदन के अन्य फर्म को वर्क आर्डर दे दिया । इस तरह अन्य फर्म द्वारा गुणवत्ताहीन उपहार सामग्री आपूर्ति की गई, जिसका बाज़ार मूल्य पूर्व चयनित सामग्री 50 प्रतिशत लगभग था। इस अनियमितता पर जांच प्रतिवेदन तैयार कर सुधाकर बोदले ने शासन और जिला प्रशासन को अप्रैल 2020 में प्रेषित किया था। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी इस प्रकरण को प्रमुखता से उठाया था । सामग्री गुणवत्ताहीन थी, इसलिए तत्कालीन कलेक्टर द्वारा उसके वितरण पर रोक लगा दी गई । इसके बाद मामला ठंडा पड़ गया। इसके 10 माह बाद जनवरी 2021 में वही गुणवत्ताहीन सामग्री हितग्राहियों को पुन: वर्तमान पदस्थ जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा वितरित करवा दी गई । इसी प्रकार वर्ष 2021 के कन्या विवाह में पुन: गुणवत्ताहीन सामग्री हितग्राहियों को वितरित करने का आरोप विभाग पर लगा। हितग्राहियों ने खुद इस मामले में जांच की मांग की थी।
एक अन्य प्रकरण में महासमुन्द ब्लॉक में मई 2021 हेतु प्रदायित रेडी टू ईट ब्लॉक के 15 सेक्टरों में से 11 सेक्टरों में 50 प्रतिशत गुणवत्ता से भी कमतर पाई गई । अधिकारी सुधाकर बोदले द्वारा महासमुन्द ब्लॉक के सीडीपीओ को अप्रैल में बार-बार निर्देशित करने के उपरांत भी गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु कोई प्रयास नहीं किया गया।
इन दोनों प्रकरणों पर कार्रवाई के लिए सुधाकर बोदले ने प्रतिवेदन सतत उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया परन्तु शासकीय अमले ने कार्रवाई नहीं की। लिहाजा ज़रूरतमंद महिलाओं और बच्चों को उनका अधिकार दिलाने के लिए सुधाकर बोदले ने आज 16 मई से अनशन पर बैठने और सत्याग्रह करने का निर्णय लिया। उन्होंने कलेक्टर को अनशन हेतु महासमुन्द नगर में स्थल प्रदान करने अनुरोध पत्र प्रेषित किया था, लेकिन उन्हें न तो अनशन के लिए स्थान मिला और न ही अनशन की अनुमति मिली। बहरहाल सुधाकर बोदले के मुताबिक वे अपने घर पर अनशन कर रहे हैं और अपर कलेक्टर कह रहे हैं कि वे अपने घर में नहीं हैं। कहीं भी अनशन करेंगे, पुलिस उन्हें उठा लेगी।