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रायपुर, 4 जून। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच पर्यावरण संरक्षण के लिए साइकिल के महत्व को समझाने हेतु साईकिल से आसपास के गांवों कोसमी और नवापारा दौरा किया गया। साईकिल चलाना न केवल शरीर को स्फूर्ति देकर स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है बल्कि पर्यावरण में इंधन दहन से उत्पन्न खतरे को कम करने एक प्रभावी तरीका है।
उन्होंने बताया कि सिर्फ भारत में ही गाडिय़ों का उपयोग में लोग अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा समझते हंै जबकि विदेशों में साईकिल का उपयोग हर वर्ग के द्वारा बहुतायत किया जाता है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए सभी स्वच्छता संबंधी निर्देशों का पालन करते हुए यह रैली विश्वविद्यालय से सुबह 11 बजे प्रारंभ हुई। कुलाधिपति डॉ. विनय एम. अग्रवाल ने आयोजन के लिए हरी झंडी देते हुए इस आयोजन के लिए बधाइयां प्रेषित की।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बी.पी. भोल ने बताया कि विश्व साईकिल दिवस का उद्देश्य लोगों में समानता के साथ साथ लोगों में परस्पर सदभाव विकसित करना है। साईकिल इस संसार के सतत विकास का एकमात्र साधन है। अकादमिक डीन डॉ. एन. कुमार स्वामी ने साईकिल दिवस हर वर्ष मनाने और पर्यावरण संरक्षण में साईकिल उपयोग की भूमिका के बारे में प्रकाश डाला।