सामान्य ज्ञान
बोलीविया दक्षिण अमरीका के सबसे अधिक गरीब देशों में से एक है। देश की आबादी को तीन श्रेणियों में बाां जा सकता है। मूल निवासी, यूरोपियान और मिश्रित। मूल निवासियों जिनके लिए इंडिगो शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। की संख्या यहां पर अधिक है। यह कुल जनसंख्या का 65 प्रतिशत है। इन मूल निवासियों में मुख्य आबादी क्ेवेचुआ और आयमारा कबीलों की है। मिश्रित रक्त के व्यक्ति कुल जनसंखेया का लगभग 25 प्रतिशत है। शेष 10 प्रतिशत के लगऊभग अआबादजी यूरोपियन की है।
देश की जनसंख्या का 10 प्रतिशत से अधिक न होने के बाद भी राजनीतिक सत्ता और आर्थिक सम्पन्नता अल्पसंख्यक समुदाय के हाथ में ही रही है। आर्थिक सम्पदा के असमान वितरण और उसके कुछ परिवारों के हा में केन्द्रित होने के के तथ्य का अनुमान भूमि वितरण से लगाया जा सकता है। 100 यूरोपियन परिवारों के हाथ में 2 करोड़ 50 लाख हेक्टेयर जमीन है, जबकि दूसरी ओर 20 लाख परिवारों के पास कुल मिलाकर 50 लाख हेक्टेयर जमीन है। देश के खनिज, तेल तथा गैस पर बहुराष्टï्रीय निगमों तथा इजारेदारों का अधिकार है।
आज जो क्षेत्र बोलीविया के नाम से जाना जाता है, वह एक समय दक्षिण अमेरिका के विशाल स्पेनी साम्राज्य का हिस्सा था। दक्षिण अमेरिका के महान नायक साइमन बोलीवर ने 1825 में इसे मुक्त कराकर स्वतंंत्र राज्य का नाम ही इस महानायक के नाम पर बोलीविया हो गया। अपने 180 वर्ष के इतिहास में बोलिविया ने कई राजनीतिक भूकंपों को देखा है। तख्ता पलट की घटनाएं 100 से बहुत धिक हुई हैं। दक्षिण अमेरिका के अन्य देशों की तरह बोलीविया भी संयुक्त राज्य अमेरिका का, लातिन अमेरिका की शब्दावली में ग्रिन्गो साम्राज्यवाद का प्रभाव क्षेत्र रहा। देश की राजनीति पर यूरोपियन आबादी के प्रभाव का अनुमान इसी तथ्य से लगाया जा सकता है कि उन्होंने देश के मूल निवासियों को 1950 तक मताधिकार से वंचित रखा।
भारतीय सांख्यिकी संस्थान
भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आई एस आई) कोलकाता में स्थित है। इसकी स्थापना सन् 1931 में प्राध्यापक पी सी महलनोबिस ने की थी। इसका कार्य सांख्यिकी का शिक्षण, सांख्यिकी में अनुसंधान तथा अन्य वैज्ञानिक व सामाजिक विधाओं में सांख्यिकी का प्रयोग करना है। इसको सन् 1959 में भारतीय संसद के एक विधेयक द्वारा राष्टï्रीय महत्व की संस्था का गौरव प्राप्त है।
इसका मुख्यालय कोलकोता में है। इसके अतिरिक्त इसके दो उपकेन्द्र दिल्ली और बंगलुरू में स्थित हैं। शिक्षण का कार्य कोलकोता, दिल्ली और बंगलुरू में होता है जबकि भारत के अन्य शहरों में स्थित इसकी शाखायें स्टैटिस्टिकल क्वालिटी कन्ट्रोल तथा आपरेशन्स् रिसर्च के क्षेत्र में सलाह प्रदान करतीं हैं।