सामान्य ज्ञान
प्राचीन काल का एक प्रमुख आयुध जिसमें एक लंबा डंडा और सिरे पर गोलाकार भारी हिस्सा होता था। उस समय इसकी बड़ी प्रतिष्ठïा थी और इसके प्रयोग के लिए पर्याप्त बल और कुशलता अपेक्षित थी। महाभारत में अनेक संदर्भों में गदा का उल्लेख आया है। भीम, दुर्योधन, बलराम, जरासंघ आदि गदा-युद्घ में बड़े प्रवीण थे।
हनुमान का भी एकमात्र आयुध गदा ही था। पुराणों में आकार-प्रकार के अनुसार गदा के अनेक नाम मिलते हैं, जैसे- प्रभृत, गोमूत्र, नमित, आवृत, परावृत वामदक्षिण, हंसमार्ग आदि। अब आयुध के रूप में गदा की उपयोगिता समाप्त हो गई है, किंतु अखाड़ों में व्यायाम करने के लिए गदा का उपयोग होता है।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना क्या है?
केन्द्र सरकार ने 18 जिलों में एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना 1 जून 2013 को शुरू की है। इसके तहत उपभोक्ताओं को एलपीजी सिलेंडर की बुकिंग पर 435 रूपए की सब्सिडी अपने खाते में प्राप्त होनी है। यह योजना पहले 20 जिलों में लागू होनी थी, लेकिन कर्नाटक में मैसूर और हिमाचल प्रदेश की मंडी में विधानसभा और संसदीय उपचुनाव के कारण इसे एक महीने के लिए टाल दिया गया।
आंध्र प्रदेश में हैदराबाद में मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी और केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्यमंत्री पनाबाका लक्ष्मी ने 1 मई 2013 को संयुक्त रूप से एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए नकद लाभ अंतरण योजना यानी डीबीटी का उद्घाटन किया। यह योजना आंध्र प्रदेश में पांच जिलों- हैदराबाद, रंगारेड्डी, चित्तूर, अनंतपुर और पूर्वी गोदावरी जिलों में शुरू की गई है। इसके साथ ही कर्नाटक में केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री डॉ एम वीरप्पा मोइली ने तुमकूर में एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना की शुरूआत की।