खेल
-अरविंद छाबड़ा
भारतीय हॉकी टीम के प्रमुख सदस्य दिलप्रीत सिंह का कहना है कि "ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ 7-1 से हुई भारत की शर्मनाक हार से सीखने के लिए बहुत कुछ है."
बीबीसी से ख़ास बातचीत में सिंह ने कहा कि "हमारी टीम, टीम की ग़लतियों से हारी. यह हार किसी एक या दो बंदों की ग़लती से नहीं है. इससे हमें बड़ा सबक मिला है. हालांकि, हमारे पास वापसी करने के अभी भी कई मौक़े हैं."
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को रविवार को हुए टोक्यो ओलंपिक के दूसरे पूल मैच में क़रारी हार का सामना करना पड़ा. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने इस मैच में दमदार खेल दिखाते हुए भारत को 7-1 से हराया.
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लेकिन इस मुक़ाबले में भारतीय डिफ़ेंस ने बहुत निराश किया. ऑस्ट्रेलिया के तीव्र आक्रमण को भारतीय डिफ़ेंस संभाल नहीं पाया.
इस मैच में भारतीय टीम की तरफ से सिर्फ़ दिलप्रीत सिंह एकमात्र गोल कर पाये.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में ग़लती कहाँ रही? ये सवाल पूछे जाने पर दिलप्रीत सिंह ने कहा, "ऐसा नहीं है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने हम पर कोई हमला बोल दिया था या ऐसी कोई बात हो. लेकिन हमसे ग़लतियाँ हुईं. उन्हें समझने के लिए हम मैच के वीडियो देखेंगे और समझने की कोशिश करेंगे कि एक टीम के तौर पर हम क्या सुधार कर सकते हैं."
शनिवार को हुए एक क़रीबी मुक़ाबले में न्यूज़ीलैंड से जीतने के बाद, टोक्यो ओलंपिक में यह भारत की पहली हार है.
पंजाब के सीमावर्ती ज़िले अमृतसर के रहने वाले 21 वर्षीय दिलप्रीत सिंह ने बीबीसी से कहा कि "हमें गेंद को अच्छी तरह से फ़िनिश करने और हिट करने पर थोड़ा काम करने की ज़रूरत है. पूल लेवल पर अभी तीन मैच होने हैं और हमें पता है कि क्वार्टर फ़ाइनल में अपनी जगह बनाने के लिए हमें नौ पॉइंट चाहिए."
यह पूछे जाने पर कि क्या भारतीय हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक गेम्स विलेज में पूरी तरह सेटल हो गई है? सिंह ने कहा, "हाँ, कोई परेशानी नहीं है. मौसम ठीक है. बल्कि काफ़ी हद तक बेंगलुरु जैसा ही है, जहाँ हमारी ट्रेनिंग हुई थी."
'हम निराश हैं'
रविवार को मिली क़रारी शिकस्त के बाद भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि टीम 'निराश' है.
उन्होंने कहा, "हम यह सोचकर संतोष कर सकते हैं कि अभी टूर्नामेंट बस शुरू हुआ है और हमारे पास अभी मौक़े हैं. मगर हम इस मैच के बारे में ही सोचते रहेंगे, तो अपने गेम पर बिल्कुल फ़ोकस नहीं कर पायेंगे. इस हार के बाद टीम में निराशा है, हम उसे कम करने का प्रयास करेंगे. हम टीम को बेहतर खेलने के लिए प्रेरित करेंगे."
जब मनप्रीत से पूछा गया कि खाली स्टैंड्स के बीच खेलना, कैसा अनुभव है? तो कप्तान ने कहा, "एक खिलाड़ी या टीम के तौर पर आप हमेशा चाहते हैं कि खेल के दौरान दर्शक आपका मनोबल बढ़ायें, वो आपको चीयर करें. लेकिन कोविड एक गंभीर मामला है. फिर भी लोग हमें दूसरे माध्यमों से देख रहे हैं. वो हमें सपोर्ट कर रहे हैं."
क्या टोक्यो गेम्स विलेज में खाने-पीने की व्यवस्था उनके हिसाब से ठीक है? इस सवाल पर उन्होंने कहा, "ओलंपिक विलेज में हमें अच्छा खाना मिल रहा है. हमें वो खाना मिल रहा है जिसकी एक एथलीट को ज़रूरत होती है. इसलिए इस मामले में कोई दिक्कत नहीं है."
भारतीय टीम इस ओलंपिक में अब तक दो मैच खेली है, जिनमें से एक मैच उसने जीता है और दूसरे में उसे हार मिली है.
पहले मैच में भारतीय टीम ने न्यूज़ीलैंड को 3-2 से हराया था जबकि दूसरे मैच में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा.
वहीं ख़िताब की प्रबल दावेदार, ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपने पहले मैच में मेज़बान जापान को 5-3 से हराया था.
पूल-ए में भारत का अगला मुक़ाबला अब 27 जुलाई को स्पेन के साथ होगा. (bbc.com)