खेल
टोक्यो ओलंपिक में पाकिस्तान के वेटलिफ्टर तल्हा तालिब रविवार को मेडल पाने से चूक गए लेकिन देश में उनकी ख़ूब सराहना हो रही है.
पाकिस्तानी अख़बार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक़ गुजरांवाला शहर के 21 वर्षीय तल्हा तालिब 67 किलो भार वर्ग में हिस्सा ले रहे थे. इस मुक़ाबले में वे पांचवें स्थान पर रहे.
चीन के लिजुन चेन ने गोल्ड, कोलंबिया के लुइस जेवियर मॉसक्वेरा लोज़ानो ने सिल्वर और इटली के मिर्को ज़ानी ने कांस्य पदक जीता.
मुक़ाबले की शुरुआत में उनसे पदक की लोग उम्मीद लगा रहे थे. लेकिन संसाधनों के अभाव के बावजूद उनके प्रदर्शन की ट्विटर पर खूब तारीफ़ हुई.
कुछ देर के लिए तालिब का नाम ट्विटर पर पाकिस्तान में ट्रेंड करने लगा.
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर शादाब ख़ान ने कहा, "पाकिस्तान को तल्हा तालिब पर गर्व है."
उन्होंने खेल प्रशासकों और कंपनियों से तल्हा जैसे खिलाड़ियों की मदद करने की अपील भी की.
पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की सदस्य जावेरिया ख़ान ने लिखा, "हारें या जीतें, पाकिस्तान को आप पर गर्व है."
टेस्ट क्रिकेटर अज़हर अली ने कहा कि तालिब का प्रदर्शन ये दिखलाता है कि अगर हम अपने खिलाड़ियों पर थोड़ा पैसा और वक़्त लगाएं तो वे कमाल कर सकते हैं.
पाकिस्तान ओलंपिक एसोसिएशन की गुजारिश के बाद इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी ने तालिब को 67 किलो भार वर्ग में टोक्यो ओलंपिक में खेलने का मौका दिया था.
पाकिस्तान ओलंपिक एसोसिएशन के अनुसार, तालिब ने कॉमनवेल्थ खेलों में कांस्य, साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड और इंटरनेशनल सोलिडरिटी वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता था. (bbc.com)