कारोबार
रायपुर, 27 जुलाई। धातु, खनिज और तेल एवं गैस का प्रमुख उत्पादक वेदांता समूहसमुदायों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर केंद्रित है। समूह ने वित्त वर्ष 2021 में समाज पर प्रभाव डालने वाली विभिन्न पहल पर 331 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। वेदांता का सीएसआर खर्च वैधानिक स्तर पर निर्धारित जरूरत से 28प्रतिशत या 93 करोड़ रुपये ज्यादा है। विगत वर्षों में, वेदांता ने भारत में सबसे अधिक प्रतिष्ठित और प्रभावशाली सीएसआर कार्यक्रमों में से एक तैयार किया है। वित्त वर्ष 2020 के दौरान, कंपनी ने अपनी सीएसआर पहलों पर 296 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जो कि भारतीय उद्योग जगत में सबसे अधिक है।
समूह की प्रत्येक कारोबारी इकाई ने समूह के दिशानिर्देशों के अनुरूप संबंधित सीएसआर एजेंडा को लागू करके अपनी भूमिका निभाई। सतत आजीविका, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, खेल एवं संस्कृति, पर्यावरण और सामुदायिक बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में वेदांता एल्युमीनियम बिजनेस की सामुदायिक विकास पहलवित्त वर्ष 2021 में ओडिशा और छत्तीसगढ़ में 5 लाख से अधिक लोगों तक पहुंची। वेदांता अपने व्यवसाय को सामाजिक रूप से जिम्मेदार, नैतिक और पर्यावरण के अनुकूल तरीके से संचालित करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने परिचालन क्षेत्रों में और आसपास के समुदायों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में लगातार काम करता है।
वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बताया कि वेदांता में हमारा एक स्थापित इतिहास है और हम अपने आसपास के समुदायों के सामाजिक हित में निवेश के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि केंद्र और राज्य सरकारों के सहयोग से हमारे प्रयास लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहे हैं और एकीकृत व समावेशी विकास में योगदान दे रहे हैं।
श्री अग्रवाल ने बताया कि हम कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार का सहयोग करने में सबसे आगे रहे हैं। फील्ड अस्पतालों की स्थापना राज्यों के जिला अस्पतालों को दी गई सबसे महत्वपूर्ण और प्रासंगिक सहायता में से एक रही है। कर्मचारियों, परिवारों और कारोबारी साझेदारों के लिए टीकाकरण अभियान की दिशा में हमारे प्रयास ने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।