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इसराइल-ग़ज़ा संघर्ष में हुए युद्ध अपराध, निशाना बने आम नागरिक: रिपोर्ट
28-Jul-2021 12:40 PM
इसराइल-ग़ज़ा संघर्ष में हुए युद्ध अपराध, निशाना बने आम नागरिक: रिपोर्ट

ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि मई में गज़ा में हुए संघर्ष के दौरान इसराइली सेना और फ़लस्तीनी चरमपंथी समूहों ने जो हमले किए वो साफ़तौर पर युद्ध अपराधों के बराबर थे.

ह्यूमन राइट्स वॉच की जांच के मुताबिक इसराइल के जिन तीन हमलों में 62 लोग मारे गए थे, वो हमले सैन्य ठिकानों पर होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं.

इसराइल-फ़लस्तीनी संघर्ष के दौरान इसराइल की सेना ने कहा था कि उन्होंने गज़ा में केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है.

इस रिपोर्ट के मुताबिक चरमपंथियों ने इसराइल पर 4300 रॉकेट दागकर नागरिकों पर अंधाधुंध हमले किए.

11 दिनों की इस लड़ाई के दौरान गज़ा में कम से कम 260 लोग और इसराइल में 13 लोग मारे गए.

संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गज़ा में मारे गए कम से कम 129 लोग आम नागरिक थे. वहीं, इसराइली सेना ने कहा कि इनमें 200 चरमपंथी थे. चरमपंथी समूह हमास का कहना है कि इस दौरान 80 लड़ाकों की मौत हुई है.

ह्यूमन राइट्स वॉच की जांच में उन तीन इसराइली हमलों को केंद्र में रखा गया है जिनमें सबसे ज़्यादा आम नागरिकों की मौत हुई थी.

ये हमले 10 मई को बेत हनून, 15 मई को शाती शरणार्थी शिविर और 16 मई को ग़ज़ा शहर में हुए थे.

बेत हनून में चार घरों से मिसाइल टकराई थीं जिसमें आठ नागरिक मारे गए थे. इसराइली सेना का कहना है कि ये विस्फोट फ़लस्तीन के रॉकेट से हुआ था.

शाती शरणार्थी शिविर में एक बम ने तीन मंज़िला इमारत को गिरा दिया था जिसमें 10 नागरिकों की जान चली गई. इसराइली सेना का कहना है कि उस समय हमास के वरिष्ठ अधिकारी इमारत में मौजूद थे. हालांकि, चश्मदीदों ने इसकी जानकारी ना होने की बात कही है.

गज़ा शहर में अल-वहादा स्ट्रीट पर हुए हवाई हमले में एक बहुमंज़िला इमारत गिर गई और 44 नागरिक मारे गए. इसराइली सेना का कहना है कि उसका निशाना चरमपंथियों द्वारा इस्तेमाल होने वाली सुरगें थीं.

इसराइली सेना ने मंगलवार को न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी से कहा कि ह्यूमन राइट्स वॉच हमास और अन्य चरमपंथी संगठनों द्वारा अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों के उल्लंघन की निंदा करने के बजाय पहले से ख़ारिज हो चुके आरोपों को फिर से सामने ला रहा है.

ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि फ़लस्तीनी चरमपंथियों ने इसराइल के शहरों और कस्बों की तरफ़ बिना निर्देशित रॉकेट दागकर नागरिकों पर जान-बूझकर या अंधाधुंध हमलों के ख़िलाफ़ लगे प्रतिबंध का उल्लंघन किया है. वह अगले महीने रॉकेट हमलों पर एक अलग रिपोर्ट जारी करेगा.

हमास ने यह कहते हुए जवाब दिया है कि इसराइल के किए नरसंहारों के बावजूद उसने नागरिकों को निशाना बनाने से बचने की कोशिश की है. (bbc.com)

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