सामान्य ज्ञान
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सरकार के साथ गेल (इंडिया) लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की एक संयुक्त उद्यम कंपनी है। इसे वर्ष 1998 में शामिल किया गया था, आईजीएल ने गेल (इंडिया) लिमिटेड (इंडिया लिमिटेड के पूर्व गैस अथॉरिटी) से वर्ष 1999 में दिल्ली नगर गैस वितरण परियोजना का पदभार संभाल लिया।
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जैसे शहरों में आईजीएल एकमात्र आपूर्तिकर्ता है। यह कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी)की आपूर्ति करता है।
वी नागराजन ने को इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) के निदेशक (वाणिज्यिक) के रूप में नियुक्त किया गया है।
दुनिया में आज ही से शुरू हुई सौंदर्य प्रतियोगिता
खूबसूरती की नुमाइश और इसकी प्रतियोगिता के लिहाज से 7 सितंबर का दिन खास है। इसी दिन 1921 में पहली बार औरतों के लिए सुंदरता के मुकाबले की शुरुआत की गई। मिस अमेरिका के रूप में इसे कितनी कामयाबी मिली, बताने की जरूरत नहीं।
मिस अमेरिका इवेंट कराना शुद्ध रूप से बिजनेस आइडिया था. साल भर पहले यानी 1920 में सैलानियों को रिझाने के लिए न्यूजर्सी राज्य की अटलांटिक सिटी में इसी तरह का मिलता जुलता कार्यक्रम हुआ, जिसके बाद आयोजकों ने संगठित होकर योजनाबद्ध तरीके से मिस अमेरिका आयोजित करने का फैसला किया। यह वही दौर था, जब अमेरिकी अखबार अपने पाठकों की संख्या बढ़ाने के लिए आम महिलाओं से तस्वीरें मंगा कर उनकी प्रतियोगिता करा रहे थे और जीतने वालों को पुरस्कार दे रहे थे।
अटलांटिक सिटी के औद्योगिक समुदाय ने इसी आइडिया को आगे बढ़ाया और अलग अलग शहरों की विजेता सुंदरियों को बड़े मुकाबले में आयोजित किया। 1921 में इसे देखने एक लाख लोग पहुंच गए, आयोजकों ने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। कलाकारों के एक पैनल ने वाशिंगटन डीसी की 16 साल की मार्गरेट गोरमैन को सुनहरी जलपरी खिताब से नवाजा। इनाम में मिला 100 डॉलर। मिस अमेरिका की कहानी यहीं से शुरू होती है। अगले साल यानी 1922 में मार्गरेट गोरमैन जब दूसरी बार खिताब में हिस्सा लेने पहुंचीं, तो वह अमेरिकी झंडा लपेटे हुई थीं और वहीं से यह प्रतियोगिता मिस अमेरिका के नाम पर मशहूर हो गया। इसके बाद पता नहीं कितने ही देशों ने ऐसी प्रतियोगिता की शुरुआत की और बाद में मिस यूनिवर्स और मिस वल्र्ड जैसे मुकाबलों से सुंदरियों की प्रतियोगिता पूरे विश्व में फैल गई।