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प्रियंका चोपड़ा ने मांगी 'माफ़ी', कहा- मेरे फ़ैसले से कइयों को दुख पहुंचा
18-Sep-2021 10:03 AM
प्रियंका चोपड़ा ने मांगी 'माफ़ी', कहा- मेरे फ़ैसले से कइयों को दुख पहुंचा

बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने अमेरिकी एक्टिविज़्म रियलिटी शो 'द एक्टिविस्ट' में जज के तौर पर अपनी भूमिका के लिए माफ़ी मांगी है और कहा है कि शो ने 'समझने में ग़लती' कर दी है.

'द एक्टिविस्ट' स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यावरण के मुद्दों पर काम करने वाले ऐसे लोगों का चैलेंज शो है जो जी20 देशों के सम्मेलन में शिरकत करने के लिए इसमें एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं.

शो के फॉर्मेट को लेकर निर्माताओं ने भी माफ़ी मांगी है.

जब इस शो के प्रस्तुतकर्ताओं के नाम की घोषणा हुई थी उस वक्त इसे लेकर सोशल मीडिया पर काफी विरोध देखा गया. प्रियंका चोपड़ा का कहना है कि उन्होंने विरोध में उठ रही आवाज़ों को 'सुना है.'

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए एक संदेश में उन्होंने लिखा "बीते सप्ताह मैंने आपकी आवाज़ सुनी और मैं उसकी ताक़त से प्रभावित हूं. मुद्दे को समझने में शो से ग़लती हुई है और मुझे दुख है कि इसमें मेरे हिस्सा लेने से आप में से कइयों को दुख पहुंचा है."

उन्होंने लिखा, "इसका इरादा उन लोगों को सामने लाना था जो पर्दे के पीछे रह कर बड़े आइडिया पर बिना थके काम करते हैं, इसका उद्देश्य उनके काम को सामने लाना और उसके असर के बारे में बताना था."

इस शो को लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना की जा रही थी कि इस शो का फॉर्मेट अलग-अलग मुद्दों पर काम कर रहे लोगों के बीच प्रतियोगिता कराना है और ऐसा कर के वैश्विक तौर पर अहम मुद्दों को गौण कर रियलिटी टीवी पर दिखाना है.

इस शो की शूटिंग पूरी हो चुकी है जिसके बाद अब इसे एक डॉक्यूमेन्टरी की शक्ल दी जा रही है. इस डॉक्यूमेन्टरी में वही एक्टिविस्ट शामिल होंगे जिन्होंने इस शो में हिस्सा लिया था.

'हम एक्टिविस्ट से माफ़ी मांगते हैं'
अमेरिकी टीवी नेटवर्क सीबीएस और शो के निर्माता लाइव नेशन और ग्लोबल सिटिज़न ने एक साझा बयान जारी कर कहा है इस शो का फॉर्मेट एक्टिविस्ट को "उनके काम से भटकाता है."

ग्लोबल सिटिज़न ने कहा है, "वैश्विक स्तर पर एक्टिविज़्म सहयोग और सहभागिता पर आधारित है न कि एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा पर. हम एक्टिविस्ट, प्रस्तुतकर्ता और वृहत्तर एक्टिविस्ट समुदाय से माफ़ी मांगते हैं. हमने मुद्दों को समझने में ग़लती कर दी."

"हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम इस मंच का इस्तेमाल सबसे प्रभावी तरीके से करें ताकि दुनिया में बदलाव ला सकें और किसी मुद्दे पर अपनी पूरी ज़िंदगी काम करने वाले ऐसे एक्टिविस्ट्स की कहानियां पूरी दुनिया तक पहुंचा सकें."

ग्लोबल सिटिज़न, सीबीएस और लाइव नेशन ने कहा, "ये स्पष्ट है कि शो के जिस फॉर्मेट की घोषणा हुई थी वो इन एक्टिविस्ट्स को अपने काम से भटकाता है. वैश्विक बदलाव के लिए कोशिश किसी प्रतियोगिता के आधार पर नहीं की जानी चाहिए बल्कि इसके लिए वैश्विक स्तर पर एकजुट हो कर कोशिशें होनी चाहिए."

'बिना नाम के काम करते हैं एक्टिविस्ट'
इस बयान में कहा गया है कि "पूरी दुनिया में एक्टिविस्ट और समुदाय का नेतृत्व करने वाले लोग हर रोज़ बिना थके काम करते हैं, वो बिना नाम की इच्छा के लोगों, समुदायों और हमारी पृथ्वी की सुरक्षा के लिए काम करते हैं."

"हम उम्मीद करते हैं कि उनके काम को दुनिया के सामने ला कर हम और लोगों को उनके काम के साथ जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकेंगे. हम ऐसे एक्टिविस्ट की ज़िंदगी, उनके संघर्ष और उनके मिशन को दुनिया के सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं."

इस शो की घोषणा बीते सप्ताह की गई थी. इसमें जज के तौर पर प्रियंका चोपड़ा के साथ अशर और जूलियन हो शामिल हैं.

इस शो के बारे में और जानकारी सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर इसका विरोध शुरू हो गया. शो की तुलना 'द हंगर गेम्स' और 'ब्लैक मिरर' जैसी फ़िल्मों के साथ किया जाने लगा.

इसके बाद जूलियन हो ने इंस्टाग्राम पर शो के बारे में पोस्ट किया और कहा, "शो जिस तरह का असर चाहता था वो नहीं हो सका." (bbc.com)

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