सामान्य ज्ञान
थेरगाथा
19-Sep-2021 9:25 AM
थेरगाथा, खुद्दक निकाय का आठवां ग्रंथ है। इसमें 264 थेरों के उदान संगृहित हैं। ग्रंथ 21 निपातों में है। पहले निपात में 12 वर्ग हैं, दूसरे निपात में 5 वर्ग हैं, और शेष निपातों में एक एक वर्ग है। गाथाओं की संख्या 1279 हैं।
थेरगाथा में परमपद को प्राप्त थेरों की उद्गारपूर्ण गाथाएं हैं। अधिकांश गाथाओं में सीधे निर्वाण के प्रति संकेत है। कुछ गाथाओं में साधकों की साधना को सफल बनाने में सहायक प्रेरणाओं का उल्लेख है। कुछ गाथाओं में परमपद को प्राप्त थेरों द्वारा ब्रह्मचारियों या जनसाधारण को दिए गए उपदेशों का भी उल्लेख है।
थेरगाथा में भगवान् बुद्ध द्वारा स्थापित संघ का एक सुंदर चित्र मिलता है।