सामान्य ज्ञान
विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार (वीआरपी) को पहले श्रम वीर राष्ट्रीय पुरस्कार के नाम से जाना जाता था। हर साल विश्वकर्मा जयंती के मौके पर विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार और राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कार श्रम एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा प्रदान किए जाते हैं। वर्ष 1965 में विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कारों और राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कारों की शुरूआत की गई।
इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन अच्छे कर्मियों और औद्योगिक इकाइयों को प्रोत्साहित करना है, जो दुर्घटनाएं रोकने और औद्योगिक सुरक्षा (व्यावसायिक) उपायों को बढ़ावा देने और समान रूप से प्रबंधन और श्रमिक दोनों के हितों को बढ़ावा देने के लिए कार्य करते हैं। राष्ट्रीय पुरस्कार (वीआरपी) तीन श्रेणियों में दिया जाता है-
वर्ग ए का पुरस्कार 5 व्यक्तियों को दिया जाता है, प्रत्येक को 75 हजार रुपये दिए जाते हैं।
वर्ग बी का पुरस्कार 8 व्यक्तियों को दिया जाता है, प्रत्येक को 50 हजार रुपये का पुरस्कार प्राप्त होता है.
वर्ग सी का पुरस्कार 15 व्यक्तियों को दिया जाता है, इसके तहत प्रत्येक को 25 हजार रुपये दिए जाते हैं।
वर्ष 2011 के लिए 28 विश्वकर्मा राष्ट्रीय पुरस्कारों को 116 विजेताओं ने साझा किया। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा पुरस्कारों के विभिन्न वर्गों में 63 विजेता और 35 उप विजेता रहे। ॉ