सामान्य ज्ञान
सतत शिक्षा कार्यक्रम, राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण का एक कार्यक्रम है। जिसका उद्देश्य भारत में साक्षरता दर बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के जरिए आजीवन अध्ययन करने हेतु अवसर प्रदान करके एक अध्ययनरत समाज की स्थापना करना हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गांवों में सतत् अध्ययन का वातावरण तैयार करना है ताकि लोगों को पढऩे के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
यह योजना वर्ष 2009 में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस को शुरु की गई थी। तब से इसे 25 राज्यों के 372 अल्प महिला साक्षरता जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में लागू किया गया है। पिछले चार वर्षों में इस योजना की उपलब्धियां इस प्रकार हैं-
1. दो करोड़ से अधिक वयस्कों को बतौर साक्षर प्रमाणित किया गया है।
2. लगभग डेढ़ लाख लोक शिक्षा केन्द्रों को स्थापित किया जा चुका है।
3. 15.5 लाख स्वैच्छिक अध्यापकों को जुटाया गया है और 18.5 लाख वयस्कों को विभिन्न व्यवसायों में दक्ष बनाया गया है।