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मुंबई, 21 सितम्बर | राष्ट्रीय राजनीतिक दलों, किसान संगठनों, ट्रेड यूनियनों, शिक्षकों, महिलाओं, युवाओं, मजदूरों और अन्य लोगों के लगभग 100 संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) समूह द्वारा बुलाए गए 27 सितंबर के 'भारत बंद' में शामिल होंगे। यह निर्णय एटक राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य डॉ. भालचंद्र कांगो की अध्यक्षता में सभी समूहों की राज्य स्तरीय बैठक में लिया गया। अखिल भारतीय किसान सभा के अध्यक्ष डॉ. अशोक धवले ने कहा कि सोमवार को यहां लगभग 100 संगठनों के 200 से अधिक नेताओं की भागीदारी के साथ आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि वक्ताओं ने किसानों के चल रहे संघर्ष, श्रमिकों के मुद्दों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में भाजपा-आरएसएस शासन की "दिवालिया नीतियों" के खिलाफ 'भारत बंद' के महत्व पर बातचीत की।
बैठक में राज्य और अन्य जगहों के सभी संगठनों से समर्थकों को जुटाने और महाराष्ट्र में 'भारत बंद' को सफल बनाने के लिए सभी से प्रयास करने का आह्वान किया गया।
एक प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले, राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राकांपा के वरिष्ठ मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड़ से मुलाकात की, जिन्होंने अगले सोमवार की राष्ट्रव्यापी कार्रवाई के लिए महा विकास अघाड़ी दलों के समर्थन का आश्वासन दिया।
प्रमुख प्रतिभागियों में विद्या चवण (एनसीपी), राजू कोर्डे (पीडब्ल्यूपी), मेराज सिद्दीकी (एसपी), धनंजय शिंदे (आप), प्रभाकर नारकर (जेडी-एस), डॉ एस.के. रेगे (सीपीआई-एम), प्रकाश रेड्डी (सीपीआई), उल्का महाजन (सर्वहारा जन आंदोलन), तीस्ता सीतलवाड़ (सबरंग इंडिया), फिरोज मिथिबोरवाला (एचबीकेएल), अनिल त्यागी (एसयूसीआई), किशोर धमाले (एससीपी), सुभाष काकुस्ते (एलएनपी), डॉ विवेक मोंटेरो (सीटू), प्रोफेसर तापती मुखोपाध्याय (एमएफयूसीटीओ), मिलिंद रानाडे (एनटीयूआई), युवराज घटकल (एनएपीएम), प्राची हतिवलेकर (एआईडीडब्ल्यूए) और कई अन्य संगठनों के नेता शामिल हैं।
अन्य प्रमुख समूहों में जन आंदोलनकारी संघर्ष समिति, संयुक्त शेतकारी कामगार मोर्चा, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति, ट्रेड यूनियनों की संयुक्त कार्रवाई समिति, असंगठित श्रमिक संघर्ष समिति, हम भारत के लोग/नेशन फॉर फारमर्स आदि शामिल हैं।(आईएएनएस)