अंतरराष्ट्रीय
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान के भाषण का जवाब राइट टु रिप्लाई के तहत संयुक्त राष्ट्र में भारत की फ़र्स्ट सेक्रेटरी स्नेहा दुबे ने दिया था.
स्नेहा दुबे ने इमरान ख़ान का जवाब देते हुए कहा था, "पाकिस्तान, वो मुल्क है, जहाँ आतंकवादी स्वतंत्र रहते हैं. पाकिस्तान वो मुल्क है, जो अपने पड़ोसियों को परेशान करने के लिए पीछे से आतंकवाद प्रायोजित कर रहा है. पाकिस्तान वास्तव में आग लगाने वाला है लेकिन वो ख़ुद को अग्निशामक के रूप में देखता है."
स्नेहा दुबे ने अपने भाषण के अंत में इस बात को दोहराया था कि जम्मू- कश्मीर और लद्दाख भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और हमेशा रहेंगे.
स्नेहा दुबे के भाषण के बाद भारत की सोशल मीडिया में उनकी ख़ूब तारीफ़ हो रही है. वहीं, संयुक्ता राष्ट्र में स्नेहा दुबे का जवाब पाकिस्तान की अधिकारी सायमा सलीम ने दिया है.
सायमा सलीम ने कहा, "जम्मू-कश्मीर ना ही भारत का अभिन्न हिस्सा है और ना ही यह भारत का अंदुरूनी मामला है. हिमालय की गोद में बसा यह इलाक़ा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत विवादित क्षेत्र है. भारत इस इलाक़े पर क़ब्ज़ा किए हुआ है जिसका हल संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत-संग्रह के ज़रिए किए जाने की ज़रूरत है."
जिस तरह से स्नेहा दुबे भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया में छाई हुई हैं उसी तरह सायमा सलीम पाकिस्तानी मीडिया में हर जगह छाई हुई हैं.
सायमा सलीम आंखों से देख नहीं सकती हैं, इसलिए उनके बारे में और ज़्यादा लोग बातें कर रहे हैं.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति डॉक्टर आरिफ़ अल्वी ने कहा, "ना केवल मुझे बल्कि पूरे राष्ट्र को उन पर गर्व है. वो दृष्टि बाधित हैं फिर भी यूएन में शानदार भाषण दे रही हैं. हम ऐसा ही पाकिस्तान चाहते हैं, जहाँ लोग अपनी योग्यता के बल पर ऊपर उठें, एक ऐसी जगह जहां सबको बराबरी का अधिकार मिले."