अंतरराष्ट्रीय
-इक़बाल अहमद
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संयुक्त राष्ट्र महासभा में दिए गए भाषण पर पाकिस्तान ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में भारतीय प्रधानमंत्री पर तीखी टिप्पणी की है.
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए मोदी ने शनिवार को पाकिस्तान का नाम लिए बग़ैर कहा था, "पीछे ले जाने वाली सोच के साथ जो देश आतंकवाद का इस्तेमाल राजनीतिक उपकरण के तौर पर कर रहे हैं, उन्हें ये समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी उतना ही बड़ा ख़तरा है. ये तय करना बहुत ज़रूरी है कि अफ़ग़ानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने और आतंकी हमलो के लिए न हो."
मोदी का कहना था कि अफ़ग़ानिस्तान की महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों को मदद की ज़रूरत है और उनकी मदद करने में सब लोगों को अपना रोल अदा करना होगा.
अख़बार जंग के अनुसार पाकिस्तान के केंद्रीय गृह मंत्री शेख़ रशीद ने मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "नरेंद्र मोदी को अफ़ग़ानिस्तान में अल्पसंख्यकों का दर्द नज़र आता है, भारत में अल्पसंख्यकों पर हो रहे ज़ुल्म दिखाई नहीं देते."
शेख़ रशीद ने मोदी के भाषण को एक प्रधानमंत्री के बजाए एक काउंस्लर की स्पीच क़रार दिया.
शेख़ रशीद का कहना था, "मोदी की स्पीच दुनिया के बड़े फ़ोरम पर निम्नस्तरीय और छोटी थी. भारतीय प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान ऐसा लग रहा था कि काउंसिल का कोई लीडर संयुक्त राष्ट्र को संबोधित कर रहा है."
शेख़ रशीद ने कहा कि मोदी ने अपने भाषण के दौरान भारत के कोरोना वैक्सीन की मार्केटिंग की नाकाम कोशिश की. (bbc.com)