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म्यांमार की जेलों से रिहा होंगे पांच हजार से ज्यादा कैदी
19-Oct-2021 2:14 PM
म्यांमार की जेलों से रिहा होंगे पांच हजार से ज्यादा कैदी

आसियान सम्मेलन से बाहर निकाले जाने के बाद म्यांमार में मिलिट्री जुंटा के नेता मिन आंग हलिंग ने 20 अक्टूबर को होने वाले थडिंग्युट त्योहार पर तख्तापलट विरोधी आंदोलन में शामिल रहे कैदियों को रिहा करने की घोषणा की है.

  (dw.com) 

म्यांमार में नागरिक सरकार को तख्तापलट कर बेदखल किए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने के चलते जेल में बंद कुल 5,636 कैदियों को रिहा किया जाएगा. सोमवार को यह घोषणा देश के मिलिट्री जुंटा के प्रमुख ने की. मिन आंग हलिंग ने कहा कि वह 20 अक्टूबर को होने वाले थडिंग्युट त्योहार के मौके पर विरोधियों को मुक्त करेंगे.

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) की 26-28 अक्टूबर के बीच होने वाले एक सम्मेलन से निकाले जाने के बाद जुंटा प्रमुख ने सोमवार को कहा कि वे शांति और लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध हैं.
और क्या बोले सैन्य प्रमुख?

एक फरवरी को हुए तख्तापलट का नेतृत्व करने वाले मिन आंग हलिंग ने कहा कि म्यांमार में लोकतंत्र बहाल करने के लिए उनकी सरकार का एक पांच-स्तरीय कार्यक्रम है. उन्होंने नेशनल यूनिटी सरकार और हथियार बंद घरेलू 'आतंकवादी संगठनों' पर संकट को हल करने की आसियान की कोशिशों को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया.

मिन आंग हलिंग ने कहा, "कोई भी उनकी हिंसा की चिंता नहीं करता, और सिर्फ यह चाहते हैं कि हम इस मुद्दे का हल करें. आसियान को जुंटा पर उंगलियां उठाने की जगह इस मुद्दे पर काम करना चाहिए."

नेशनल यूनिटी की सरकार, जो तख्तापलट विरोधी दलों का प्रतिनिधित्व करती है और जिसने सरकार के खिलाफ एक देशव्यापी विद्रोह को समर्थन दिया है, उसकी प्रवक्ता डॉक्टर सासा ने आसियान के फैसले को 'एक महत्वपूर्ण कदम' बताया लेकिन इससे आगे सासा ने "खुद को (नेशनल यूनिटी को) उचित प्रतिनिधि के तौर पर मान्यता देने" की मांग भी की.
कैसी हैं आंग सान सू ची?

इसके बजाए, आसियान नेताओं ने म्यांमार की ओर से एक गैर-राजनीतिक प्रतिनिधि को सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. ये प्रभावशाली नेता मुश्किलों में फंसे दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश में 'सामान्य जीवन की वापसी' की चाह रहे हैं.

देश की नागरिक नेता आंग सान सू ची के वकील ने शुक्रवार को यह खुलासा किया कि चल रहे मुकदमों में उन्हें बोलने नहीं दिया गया. सू ची को कैद करने के लिए उन पर भ्रष्टाचार सहित कई अपराधों के लिए आरोप लगाए गए हैं. उनके समर्थक और स्वतंत्र ऑब्जर्वर कहते हैं कि सू ची पर फर्जी आरोप लगाए गए हैं ताकि सैन्य शासक देश पर अपनी पकड़ को मजबूत कर सकें.

सू ची के वकील खिंग मौंग जाऊ ने अक्टूबर में कहा था कि 76 साल की नोबेल पुरस्कार विजेता बार-बार कोर्ट में लंबे समय तक रहने से "आजिज आ चुकी" हैं. उन्होंने मिलिट्री कोर्ट से सुनवाई में और अंतराल दिए जाने की अपील भी की थी. संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकारों के हाई कमिश्नर मिशेल बाशेलेट ने कहा कि तख्तापलट के बाद से म्यांमार में चल रहा विनाशकारी घटनाक्रम बड़े स्तर की असुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता जा रहा है, जिससे एक बड़े इलाके में खतरा पैदा हो सकता है.

हालांकि म्यांमार के सेना प्रमुख मिन आंग हलिंग विद्रोह समाप्त होने के छह महीने बाद 1 अगस्त को राष्ट्र को संबोधित करते हुए, अगस्त 2023 तक देश में बहुदलीय चुनाव कराने का वादा कर चुके हैं.

एडी/सीके (एपी)

 

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