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नई दिल्ली, 25 अक्टूबर | नासिक में मुख्य रूप से लैंड एग्रीगेटर के तौर पर काम कर रहे रियल एस्टेट कारोबार में लगे एक व्यक्ति के मामले में आयकर विभाग ने तलाशी और जब्ती अभियान चलाया। विभाग ने एक बयान में कहा कि तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान, जमीन के समझौते, नोटरीकृत दस्तावेज और संपत्तियों के अधिग्रहण के लिए बड़े पैमाने पर नकद लेनदेन के अन्य कागजात सहित कई आपत्तिजनक दस्तावेज पाए गए और जब्त किए गए। इस तरह के लेन-देन की पुष्टि कंप्यूटर और मोबाइल फोन से निकाले गए डिजिटल साक्ष्य से भी होती है।
इसके अलावा, कई निजी तिजोरियों में बड़ी मात्रा में बेहिसाब नकदी जमा पाई गई। आयकर विभाग ने बताया कि अब तक 23.45 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी जब्त की गई है। एक लॉकर निषेधाज्ञा आदेश के तहत है।
मुख्य व्यक्तियों, जिन्होंने अपनी बेहिसाब आय को जमीन के बड़े हिस्से की खरीद के लिए निवेश किया था, उसकी भी तलाशी ली गई। इनमें से अधिकांश व्यक्ति महाराष्ट्र के पिंपलगांव बसवंत क्षेत्र में प्याज और अन्य नकदी फसलों के थोक व्यापार में लगे हुए हैं। संपत्ति में निवेश करने के लिए इन व्यापारियों द्वारा किए गए बड़े नकद लेनदेन के रिकॉर्ड सहित आपत्तिजनक सबूत भी पाए गए हैं और जब्त किए गए हैं। तलाशी के दौरान मिले कई बैंक लॉकरों पर निषेधाज्ञा लगा दी गई है।
तलाशी अभियान में अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब आय का पता चला है। एकत्र किए गए सबूतों के साथ आगे की जांच जारी है।(आईएएनएस)