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नई दिल्ली/ मुंबई, 29 नवंबर। विश्व की प्रमुख प्राकृतिक संसाधन कंपनी वेदांता समूह ने ईएसजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को अधिक मजबूती प्रदान करते हुए अपने मिशन स्टेटमेंट ट्रांसफॉर्मिंग फॉर गुड की शुरूआत की है। वेदांता प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में ईएसजी अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है एवं कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2050 या इससे पूर्व कार्बन उत्सर्जन को शून्य करना है।
वेदांता ने अगले 10 वर्षों में नेट जीरो ऑपरेशंस की गति में वृद्धि करने हेतु 5 बिलियन से अधिक के निवेश की घोषणा की है। इस प्रक्रिया के क्रम में, कंपनी ने अपने मिशन को वेदांता ट्रांसफॉर्मिंग फॉर गुड के रूप में पुनव्र्यवस्थित कर बड़े पैमाने पर समाज में सकारात्मक बदलाव हेतु अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
वेदांता लिमिटेड की निदेशक प्रिया अग्रवाल ने बताया कि एक विविध प्राकृतिक संसाधन कंपनी के रूप में, वेदांता पर्यावरण प्रबंधन, सामाजिक समानता और प्रभाव, अच्छे कॉर्पोरेट प्रशासन के सिद्धांतों पर भरोसा करते हुए स्थायी और जिम्मेदार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस नई पहचान के साथ, हम अपने हर कार्य में ईएसजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाना चाहते हैं।
प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में अग्रणी होने के लक्ष्य के प्रति वेदांता द्वारा कम्यूनिटी, प्लेनेट और वर्कप्लेस पर सकारात्मक बदलाव तीन प्रमुख स्तंभ है। नया मिशन स्टेटमेंट ग्रेटर गुड के लिये वेदांता द्वारा ईएसजी में सर्वोत्तम तकनीक और नवाचारों को अपनाने पर केंद्रित है।
वेदांता सस्टेनेबल प्रेक्टिस में अग्रणी रहा है एवं पर्यावरण और समुदायों की सुरक्षा के लिए नई तकनीकों का लाभ उठा रहा है। जीरो हार्म, जीरो वेस्ट, जीरो डिस्चार्ज के सिद्धांत द्वारा निर्देशित, पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) प्रथाएं वेदांता के संचालन के केंद्र में हैं जो सतत और जिम्मेदार विकास प्रदान करने पर केंद्रित हैं जो कि सभी हितधारकों के लिए महत्वपूर्ण है।