ताजा खबर

यूपी चुनाव में प्रियंका के नेतृत्व में कांग्रेस दमदारी के साथ उतरी है- भूपेश
03-Dec-2021 8:31 PM
यूपी चुनाव में प्रियंका के नेतृत्व में कांग्रेस दमदारी के साथ उतरी है- भूपेश

 

   केंद्र अड़ंगेबाजी कर रहा है, राज्य का पैसा अटका कर रखा गया है   

रायपुर, 3 दिसम्बर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज एक निजी टीवी चैनल आज तक के सिंहासन छत्तीसी कार्यक्रम में शामिल हुए, उन्होंने चर्चा के दौरान सवालों पर खुलकर बेबाकी के साथ राजनीति, विकास नीति, राज्य एवं चुनाव के विषय पर अपनी बात रखी।

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में कहा कि प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस दमदारी के साथ उतरी है। हमने प्रदेश स्तर से लेकर गांव-गांव, जिले-जिले में अपने संगठन को मजबूत किया है, हम बड़ी रैलियां आयोजित कर रहे हैं जिसमें जनता का समर्थन हमें मिल रहा है। हम इसी ताकत से लड़ाई लड़ रहे हैं। उत्तरप्रदेश की जनता के सामने अब विपक्ष का चेहरा आ चुका है, अब उत्तरप्रदेश की जनता कांग्रेस चाहती है।

उन्होंने कहा है कि यूपी के चुनावों में इस बार चाैंकाने वाले परिणाम आएंगे। यूपी की जनता ने मायावती जी को, अखिलेश जी, और योगी जी को परखा है, इस बार हमारी बारी है। उन्होंने कहा कि यूपी में श्रीमती प्रियंका गांधी के नेतृत्व में संगठन का मजबूत ढांचा खड़ा किया गया है। संगठन की बदौलत ही योगी जी, मोदी जी के क्षेत्र तथा बुंदेलखंड और मुरादाबाद में बड़ी रैलियां आयोजित की गई। पत्रकार के सवाल के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि समय बदलते देर नहीं लगती कुछ साल पहले भाजपा चौथे नंबर की पार्टी थी, जनता सभी को परखती है, अब कांग्रेस की बारी है। समाजवादी पार्टी गठबंधन से अलग होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी से अलग होना हमारे लिए फायदेमंद रहा। तब से हम अपनी कमजोरियों को दूर करते आ रहे हैं। प्रियंका जी ने स्पष्ट कर दिया है कि यूपी में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी। उत्तरप्रदेश में अब कांग्रेस की बारी है। हम बूथ लेवल पर कड़ी तैयारी कर रहे हैं। यह जनता तय करती है कि कौन बड़ा नेता है। जनता ही नेता को बड़ा बनाती है और धराशायी करती है। हिमाचल, हरियाणा और कर्नाटक के मतदाताओं ने भारतीय जनता पार्टी को आईना दिखाया है इसीलिए मजबूरन उन्हें पेट्रोल और डीजल के दाम कम करने पड़े। देश के किसानों के सामने केन्द्र सरकार ने घुटने टेक दिए पंजाब और उत्तर प्रदेश हाथ से जाता देखकर केन्द्र को मजबूरन कृषि कानून वापस लेने पड़े। अब किसान एमएसपी की मांग कर रहे हैं जो उनका हक है, सरकार को जल्द ही एमएसपी की घोषणा कर देनी चाहिए।

प्रधानमंत्री आवास योजना की छत्तीसगढ़ में स्थिति के सवाल पर श्री बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य का हजारों करोड़ रुपए रोक कर बैठी है, हमने वित्तमंत्री, प्रधानमंत्री को कई पत्र लिखकर राशि लौटने की मांग की लेकिन केंद्र अड़ंगेबाजी कर रहा है। केन्द्र राज्यों को सेंट्रल एक्साइज का पैसा नहीं दे रही है। कोल ब्लाक के निरस्त होने पर केन्द्र के पास जमा छत्तीसगढ़ के हिस्से की 4 हजार 40 करोड़ रुपए की राशि भी केंद्र ने अटका कर रखा है। छत्तीसगढ़ का 15 से 20 हजार करोड़ रूपये केन्द्र को देना है।

पत्रकार के गोबर खरीदी के प्रश्न पर उन्होंने बात रखते हुए कहा कि पूरे देश में मवेशियों की खरीदी बिक्री लगभग बंद हो गई है, पशुपालक परेशान हैं, हमने अपने राज्य में गोबर खरीदी की शुरुआत की, अब लोग पशु को घरों में रख रहे हैं, खेतों में फसलें सुरक्षित है, एक्सिडेंट नहीं हो रहे है। प्रदेश के 7 हजार 7 सौ गांवों में हमने गौठानों का निर्माण किया है। इन्हीं गौठानों में गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है। जिसका उपयोग किसान खेतों में कर रहे है। डीएपी खाद की कमी से निपटने में इससे मदद मिली है। हम किसानों के सहयोग से पराली भी इकट्ठा कर रहे हैं, हमने किसानों को पैरा दान के लिए भी प्रेरित किया, अब छत्तीसगढ़ में पैरा जलाने में बेहद कमी आई है।

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं राहुल गांधी का सबसे बड़ा वकील हूं। उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष का दायित्व फिर से सम्भालना चाहिए। वे राष्ट्रीय राजनीति में लगातार सक्रिय है। विगत चुनाव में हार की जिम्मेदारी स्वयं राहुल गांधी ने ली थी और इसी कारण उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था, लेकिन कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि राहुल गांधी फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बने और हम कार्यकर्ताओं का नेतृत्व करें। उन्होंने कहा कि गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन आज की राजनीति की आवश्यता है, बड़ी से बड़ी पार्टी छोटे से छोटे दल से गठबंधन पर ही सत्ता में आ रहे हैं। कर्नाटक, झारखंड, महाराष्ट्र में हम जीते हैं, हम सरकार में भागीदार हैं। भारतीय जनता पार्टी ने गोवा चुरा लिया है, नार्थ-ईस्ट के राज्यों में भी वह विधायकों को बहलाने फुसलाने का काम कर रही है।

एजेंडा आज तक भूपेश बघेल

Ø तीन बड़ी बातें जो छत्तीसगढ़ के लिए की है इस सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- किसानों में आत्मसम्मान लौटा है, वह ऋण से उऋण हुए 2500 में धान खरीदी का वादा जो राहुल गांधी  ने किया था उसे हमने पूरा किया ।
Ø अड़ंगा केंद्र सरकार ने बहुत लगाया परंतु फिर भी इनपुट सब्सिडी के माध्यम से वह राशि उनके खातों में  पहुंच रही हैं, और न केवल धान की बल्कि जो अन्य खरीफ की फसल हैं सबमें हम इनपुट सब्सिडी दे रहे हैं।
Ø जिसका लाभ छत्तीसगढ़ के किसानों को मिल रहा है।  
Ø जो हमने आदिवासियों से वादा किया था कि हम चार हजार प्रति मानक बोरा के दर से तेंदूपत्ता खरीदेंगे जो जमीन उद्योग नहीं लगा रही है उनको वापस करेंगे लोहंडीगुड़ा के उनको हमने पूरा किया आदिवासियों के आय में वृद्धि के करने के लिए जो पहले  प्रदेश में केवल 7 लघु वनोपज खरीदे जाते थे अब हमने बढ़ाकर 52 कर दिए हैं और ना केवल उसके एमएसपी पर खरीद की जा रही है बल्कि उनके वैल्यू एडिशन करके लोगों का रोजगार भी दिया जा रहा है लोगों की क्रय शक्ति में हमने वृद्धि की है।
Ø छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा इनपुट सब्सिडी देने वाला राज्य है जो 9000 प्रति एकड़ है।
Ø एमएसपी घोषित करने का अधिकार केन्द्र को है राज्यों को इनपुट सब्सिडी या बोनस  देना का अधिकार है।
Ø 2014 से पहले मनमोहन सिंह की सरकार ने दो बार बोनस दिया था ओर राज्य सरकर भी देती रही है 2014 से मोदी की सरकार ने आदेश जारी किया कि कोई भी राज्य अब बोनस नही देंगे अगर देते है तो जो उसके अनाज है एफसीआई में नही खरीदा जाएगा इसलिए राज्य न दूसरे रास्ते निकले है जिसे इनपुट सब्सिडी  कहते है।
Ø केंद्र सरकार लगातार राज्यों के सेंट्रल एक्साइज के हिस्से को नही दे रही है।  
Ø प्रधानमंत्री और  वित्त मंत्री  को पत्र  लिख रहे है सेंट्रल एक्साइज  का पैसा हमें नही मिला है, वो हमें वापस दें।
Ø प्रधानमंत्री आवास योजना में 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार दे रही है । इस योजना को या तो 100 प्रतिशत करना चाइये या 90/10  रेश्यो  मंे किया जाना चाहिए।
Ø सुप्रीम कोर्ट न जो कोल् ब्लॉक  निरस्त किये थे उस कारण से 259 प्रति टन के हिसाब से पेनल्टी लगाई गई थी छत्तीसगढ़ में जो खदानें बंद हुई हैं उसमें लगभग 4  हज़ार 40 करोड रुपया सेंट्रल पूल में जमा हुआ है उसे वापस दें।
Ø हमने तय किया कि हम यदि गोबर खरीदना शुरू करेंगे तो पशुपालक अपने घर में पशुओं को रखेंगे और चारा भी खिलाएंगे। सड़कों में एक्सीडेंट है, वह भी नहीं होगा। खेतों में फसल सुरक्षित रहेगी।
Ø लगता है वह भी हो जाएगा और उसके साथ-साथ हमने लगभग छत्तीसगढ़ में 11000 पंचायत है। आप 7700 पंचायत में हमने गोठान बना लिया है जिसे 5 से 10 एकड़ जमीन हमने आरक्षित कर ली है और उसमें वर्मी कंपोस्ट बनाने का काम है। पिछले 1 साल में 54 लाख क्विंटल हमने गोबर खरीदा वर्मी कंपोस्ट भी हमने बनाया लोगों को इससे रोजगार मिला और जो गोबर विक्रेता है जो पशु पालक हैं, उसमें से करीब 40 प्रतिशत लोग हैं। भूमिहीन है। ऐसे लोगों की आय के स्रोत बन गया और मैं समझता हूं तो बहुत सारे लोग हैं जो लाखों रुपए कमाए। तो उस एक काम से हमने कई लक्ष्य हमने पूरे कर लिए।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news