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महामारी के दौरान निजी जेट विमानों की बिक्री और उड़ानों में क्यों आई तेजी
06-Dec-2021 3:33 PM
महामारी के दौरान निजी जेट विमानों की बिक्री और उड़ानों में क्यों आई तेजी

बिजनेस जेट विमानों के उपयोग में वृद्धि के लिए केवल कोविड महामारी को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता. आरामदायक और शेयरिंग में इनके उपयोग के चलते ये सिर्फ स्टेटस सिंबल नहीं रह गए हैं.

  डॉयचे वैले पर हार्डी ग्राउपनर की रिपोर्ट-

निजी जेट विमान अमीर लोगों के लिए एक व्यसन सरीखे हो सकते हैं क्योंकि एक बार उसका उपयोग कर लेने के बाद, किसी और चीज पर कदम रखना मुश्किल हो सकता है. इन निजी जेट विमानों की उड़ान इतनी निजी स्तर की होती है कि किसी का ध्यान उन तक जाता ही नहीं है. निजी विमान के चलते यात्री सुरक्षा जांच के लिए लाइन में लगने से बच सकते हैं. दशकों से, इन विमानों ने निजी हवाई क्षेत्रों से मशहूर और धनाढ्य लोगों को सवारी कराई है. इसलिए ये जेट विमान निश्चित तौर पर स्टेटस सिंबल हैं.

लेकिन महामारी की शुरुआत के बाद से, तमाम यात्रियों ने विभिन्न कारणों से बड़े और छोटे निजी विमानों की ओर रुख किया है. मसलन, साथी यात्रियों से पर्याप्त दूरी बनाए रखना यानी सोशल डिस्टेंसिंग या फिर उन जगहों पर जाने के लिए जहां वाणिज्यिक एयरलाइनों ने उड़ान भरना बंद कर दिया है.

अब नया ओमिक्रॉन कोरोना वायरस वैश्विक यात्रा के खतरों की याद दिलाता है, क्योंकि कई देशों ने विदेशियों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं. यह संभव है कि इससे व्यवसायी वर्ग और उन धनाढ्य लोगों में जेट विमानों के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी होगी जिन्हें हवाई यात्रा का काफी शौक है और जिनके पास अकूत दौलत भी है.
जेट-खरीद में उछाल

हालांकि अमीर यात्री निजी जेट विमानों में सीटों की मांग कर रहे हैं लेकिन निजी जेट चार्टर विमानों का व्यवसाय भी तेजी से बढ़ रहा है और ये कंपनियां नए जेट विमानों को खरीद रही हैं. सबसे बड़ी कंपनी, नेटजेट्स के पास पहले से ही छह से 14 सीट वाले 760 से अधिक विमानों का एक बेड़ा है और इस वजह से वह दुनिया के सबसे बड़े विमान ऑपरेटरों में से एक है.

ऐसी कंपनियां उड़ान के एक निश्चित समय की गारंटी देने के लिए या जेट का एक हिस्सा खरीदने के विकल्प की गारंटी के लिए कई प्रीपेड सदस्यता कार्यक्रम पेश करती हैं. अधिकांश वन-टाइम चार्टर्स या अन्य लीजिंग मॉडल भी पेश करते हैं.

हाल ही में, नेटजेट के सदस्यता कार्ड कार्यक्रम इतने लोकप्रिय साबित हुए हैं कि वे लॉन्च होते ही बिक चुके हैं. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, मौजूदा समय में यह केवल ‘आज की अभूतपूर्व उड़ान मांग' के कारण प्रतीक्षा सूची में नाम जोड़ रही है.

हनीवेल एयरोस्पेस की ओर से अक्टूबर में जारी नवीनतम ग्लोबल बिजनेस एविएशन आउटलुक के अनुसार, इस साल निजी जेट उड़ान के घंटे साल 2020 की तुलना में करीब 50 फीसद ज्यादा होने की उम्मीद है. यह महामारी से पहले की तुलना में करीब 5 फीसद घंटे अधिक हैं.

और न केवल अधिक घंटे लॉग किए जा रहे हैं बल्कि साल 2020 के बाद एक बार फिर और जेट बेचे जा रहे हैं. उद्योग की अंतर्दृष्टि और सर्वेक्षणों के आधार पर, हनीवेल रिपोर्ट में एक बड़ी खरीदारी की उम्मीद भी है जिसमें करीब 7,400 नए बिजनेस जेट हैं, जिनकी कीमत अगले 10 वर्षों में कुल 211 बिलियन यूरो हैं.

नेटजेट्स ने अक्टूबर में छह सीटों वाले एम्ब्रेयर फेनोम 300 मॉडल के विमानों के लिए 100 ऑर्डर दिए हैं जो नेटजेट्स के सबसे अधिक लोकप्रिय विमानों में से एक है. इसके स्वामित्व वाले विमानों में यह मॉडल 100 में से शीर्ष पर आता है. कुल मिलाकर, कंपनी साल 2022 के अंत तक वितरित किए जाने वाले नए विमानों में करीब 2.5 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है.

एम्ब्रेयर के अलावा सेसना, गल्फस्ट्रीम, बॉम्बार्डियर और डसॉल्ट फाल्कन जैसे अन्य निर्माता भी हल्के और मध्यम आकार के जेट के उत्पादन को बढ़ाने की योजना बना रहे हैं.

पारिस्थितिक निशान
करीब 90 फीसद व्यावसायिक जेट ऑपरेटरों का कहना है कि उनकी खरीद योजनाओं पर कोविड महामारी या फिर बढ़ती पर्यावरणीय चिंताओं से नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है.

अकेले यूरोप में साल 2005 से 2019 के बीच निजी जेट विमानों से होने वाले CO2 उत्सर्जन में करीब एक तिहाई यानी 31 फीसद की वृद्धि हुई. परिवहन और पर्यावरण अभियान समूह यानी टी एंड ई की साल 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक, वाणिज्यिक विमानन उत्सर्जन की तुलना में यह बढ़ोत्तरी काफी तेज है.

रिपोर्ट ने पूरे यूरोप में निजी जेट विमानों के जलवायु प्रभाव का खुलासा किया है. यह देखा गया कि निजी जेट विमान अन्य विमानों की तुलना में औसतन 10 गुना अधिक कार्बन-सघन थे.

हालांकि, टी एंड ई का कहना है कि निजी जेट मालिक, जिनके पास औसतन 1.3 बिलियन यूरो की संपत्ति है, वे हरित प्रौद्योगिकी के विकास में योगदान देकर समाधान का हिस्सा हो सकते हैं जो सभी के लिए नवाचार और स्वच्छ उड़ान में तेजी लाने में मदद कर सकता है.

तंग बाजार
तथ्य यह है कि इन सबके बावजूद, शायद ही कोई ऑर्डर रद्द करने का मामला दर्ज किया गया हो. जेटनेट आईक्यू जैसे अन्य उद्योग विश्लेषक निकट भविष्य में निजी जेट विमानों की बिक्री में और ज्यादा बढ़ोत्तरी की उम्मीद कर सकते हैं.

पहले की तरह, उत्तरी अमेरिका इस उद्योग में एक बड़ी भूमिका निभाता रहेगा. हनीवेल ने भविष्यवाणी की है कि अगले पांच वर्षों में दुनिया भर में नए बिजनेस जेट की लगभग 63 मांग वहीं के ऑपरेटरों से आएगी. यूरोप में 16 फीसदी और एशिया प्रशांत क्षेत्र में इसकी मांग करीब 12 फीसद होने की उम्मीद है.

बाजार की तंगी के एक और संकेत, व्यावसायिक जेट ऑपरेटर भी अधिक इस्तेमाल किए गए विमान खरीद रहे हैं. यह दिखाता है कि कैसे विमान निर्माता मांग की ऊंची दर के अनुपात में आपूर्ति को तैयार नहीं थे. निर्माता कंपनियां इस्तेमाल किए गए विमानों की घटती संख्या की वजह से उनकी कीमतें बढ़ाकर बेच रहे थे.

हनीवेल के मुताबिक, वैश्विक ऑपरेटरों को अगले पांच वर्षों में अपने 28 फीसद बेड़े को इस्तेमाल किए गए जेट विमानों के साथ बदलने या विस्तारित करने की उम्मीद है. कुल मिलाकर, करीब 65 फीसद इच्छुक कंपनियां आने वाले वर्षों में अपने जेट व्यापार को और अधिक संचालित करने की उम्मीद कर सकती हैं.

वाणिज्यिक संकट बनाम निजी विकास
यह सब, लॉकडाउन और यात्रा प्रतिबंधों की वजहों से यात्रियों की घटती संख्या से उबर रहे कॉमर्शियल एविएशन के ठीक विपरीत है. हालांकि छोटी दूरी की और क्षेत्रीय यात्राएं, खासकर अमेरिका और चीन में ठीकठाक हो रही हैं लेकिन लंबी दूरी की यात्राओं में अभी भी कमी बनी हुई है. एयरलाइंस लॉजिस्टिक्स ऐंड ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर फॉर मैनेजमेंट कंसल्टेंसी बैन ऐंड कंपनी के लीडर कार्तिक वेंकटरमन ने डीडब्ल्यू को बताया, "लंबी दूरी की यात्रा भी धीरे-धीरे ठीक हो रही है. पिछले महीने टीकाकरण वाले यात्रियों के लिए अमेरिका की यात्रा का रास्ता साफ होने के बाद अब यात्राओं की मांग में तेजी आएगी.”

हालांकि उन्हें उम्मीद है कि साल 2022 में इस दिशा में लगातार सुधार होगा, लेकिन अनिश्चितता में कमी नहीं आई है. वो कहते हैं, "हम मूल रूप से मानते हैं कि लोग यात्रा करना चाहते हैं लेकिन साल 2019 के स्तर पर आने में साल 2025 तक का इंतजार करना होगा. उससे पहले उस स्थिति में आना मुश्किल है. एयरलाइंस को मांग और आपूर्ति के रुझान के प्रति उत्तरदायी रहने की आवश्यकता होगी.”

इसके अतिरिक्त, बिजनेस क्लास यात्रा में कमी, ईंधन की ऊंची कीमतों, पर्यावरण के अनुकूल उड़ान की इच्छा जैसी स्थितियों की वजह से विमानन क्षेत्र का भविष्य बाधित रहने की आशंका है. म्यूनिख में कंसल्टेंसी मैकिन्जी की पार्टनर नीना विटकैंप भी इस मामले को लेकर चिंतित हैं और उनका मानना ​​​​है कि व्यावसायिक हवाई यात्रा साल 2023 और 2024 में ठीक हो जाएगी. डीडब्ल्यू से बातचीत में वह कहती हैं, "दोस्तों और परिवार से मिलने वाली छुट्टियों और यात्रा की मांग 2023 में वापस आने की उम्मीद है. लोगों के पास छुट्टियां भी बची ही हैं और यात्राओं के शुरू होने से अब मांग में तेजी आने की उम्मीद है.”

उन्हें लगता है कि मांग भले ही बढ़े लेकिन ग्राहकों को टिकट की ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है. व्यावसायिक जेट निर्माताओं के लिए, वो उम्मीद करती हैं कि ‘कई विमान कंपनियों को कुछ समय के लिए विमानों की आपूर्ति ज्यादा की जा सकती है क्योंकि एयरलाइंस अपने बेड़े का पुनर्गठन कर रही हैं.'

विमानन व्यवसाय का वाणिज्यिक अंत धीरे-धीरे बढ़ रहा है और ऐसा लगता है कि निजी जेट क्षेत्र ने यातायात में बढ़ोत्तरी और व्यावसायिक जेट विमानों की लंबी प्रतीक्षा सूची के साथ इसके वास्तविक बिंदु को पकड़ लिया है. अंत में, हालांकि निजी व्यापार जेट यात्रा बहुत कम लोगों के लिए है, भीड़-भाड़ वाले हवाई अड्डों पर फंसे लाखों अन्य यात्रियों के लिए, उस सही चार्टर जेट के लिए थोड़ा और इंतजार करना एक अच्छी समस्या होगी. (dw.com)
 

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