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हैदराबाद, 8 दिसंबर| नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने मंगलवार को घोषणा की कि उसने 'जियो-रिलीफ इनेबल्ड गवर्नेस टू एन्हांसमेंट एविडेंस-बेस्ड डिसीजन मेकिंग' नामक अध्ययन के लिए एक निजी फर्म के साथ साझेदारी की है। 'डिजीस्मार्ट इंडिया 2021' सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को वर्चुअल तौर पर संबोधित करते हुए कांत ने जोर देकर कहा कि भू-स्थानिक उपकरण उपलब्ध कराने और व्यापक दर्शकों के लिए सुलभ बनाने पर जोर इस संदर्भ को आगे बढ़ाने की कुंजी होगी।
कांत ने कहा, "सरकार के संदर्भ में जीआईएस के उपयोग की वर्तमान स्थिति को बेहतर ढंग से समझने और राष्ट्र निर्माण के लिए बेहतर भू-स्थानिक रणनीति विकसित करने के लिए नीति आयोग इस अध्ययन को अंजाम देने के लिए जियोस्पेशियल वल्र्ड के साथ साझेदारी कर रहा है।"
कांत ने कहा, "अध्ययन के माध्यम से हम न केवल यह जांचने की उम्मीद करते हैं कि हम भू-स्थानिक उपकरणों के साथ सबसे अच्छा कैसे सुधार कर सकते हैं, बल्कि उनको पहचानने के लिए तैनाती रणनीतियों को भी विकसित कर सकते हैं। भू-स्थानिक उद्योग का भविष्य उन साझेदारियों द्वारा परिभाषित किया जाएगा, जिन्हें पुनर्जीवित किया गया है।"
डिजीस्मार्ट इंडिया 2021 का आयोजन यहां जियोस्पेशियल वल्र्ड द्वारा किया जा रहा है, जो व्यवसाय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भू-स्थानिक पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने में ममद करने वाला थिंक-टैंक है। (आईएएनएस)