विचार / लेख

दूरदृष्टि के दूरगामी नफा-नुकसान
03-Jan-2022 1:47 PM
दूरदृष्टि के दूरगामी नफा-नुकसान

-प्रकाश दुबे

दूरदृष्टि-1
जो नए साल में घर में हैं? बधाई। उन्हें शुभकामना जिन्होंने कृष्ण जन्मस्थान में जागकर अपने कर्मों का लेखा जोखा लिया। अग्रिम कर भरकर स्वयं को सुरक्षित समझने वालों को बधाई देने में हिचक है। उनके साथ सहानुभूति है, जिन्हें बाद में सफाई देनी पड़ती है। इन्होंने अग्रिम कर भुगतान किया था। अमुक पर पहले से नजऱ थी, इत्यादि-इत्यादि। आयकर विभाग ने मार्च 2007 में चेन्नई के पोएस गार्डन की वेद निलयम कोठी को अटैच किया। मालकिन थीं-जयललिता। उनके भाई की बेटी दीपा और बेटे दीपक को अदालत ने अब असली वारिस माना। आयकर विभाग ने 36 करोड़ 80 लाख का बकाया कर चुकाने कहा। तमिलनाडु सरकार के भूमि अधिग्रहण अधिकारी ने मुआवजे के 68 करोड़ रुपए मांगे। दूरदर्शी पाठक जिनेंद्रियों पर संयम रखकर जयललिता की सहेली शशिकला का अनुकरण करें। तनाव मुक्त रहें। अगस्त 2020 में शशिकला की बेनामी संपत्ति आयकर विभाग ने अटैच कर ली। फिर क्या हुआ? ज्योतिषी जानें या ससिकला।

दूरदृष्टि-2
मकर संक्रांति और विक्रमादित्य के दिनांकदर्शी से आरंभ होने वाला नया साल अभी पखवाड़े भर की दूरी पर है। दूरदर्शी, भले वे राजनीति में हो, चाकरी में हों या चौकसी में, गंगा में डुबकी लगाने की होड़ में शामिल हैं। उनकी गिनती करते समय अति दूरदर्शी मायावती को गुमशुदा की सूची में शामिल मत करें। अटकलबाज विरोधी दबी जुबान से फुसफुसाते हैं-पिछले चुनाव से पहले किसके दरवज्जे पर मेहमान आय कर धमाका कर गए थे? दूरदर्शी गलती से सीख लेते हैं। बयानवीर चुप सही। रणनीतिकार दावा कर रहे हैं कि गंगा मैया किसी को बहुमत का आंकड़ा पार नहीं करने देंगी। उसके बाद बंधी मुट्ठी और मौन की माया की कीमत पता लगेगी। वकील बाबू सतीश चंद्र मिसर जनता की अदालत के बजाय सत्ता की अदालत में दलील पेश कर रहे हैं। सत्ता-संरक्षण, जांच-मुकदमों से बचाव, सत्ता में सहभागिता के लिए इन दिनों संजय गांधी का बात कम काम ज्यादा नाम का टानिक याद आ रहा है। दूरदर्शी राजनीति में सबका साथ, सबका विश्वास से अच्छे दिन आने का विश्वास बढ़ा है।

दूरदृष्टि-3

स्वतंत्रता दिवस पर ऐलानिया कहा था कि कुपोषण रोकने के लिए बेटियों का विवाह 21 बरस की आयु में करना जरूरी है। मंत्रिमंडल की मुहर लगने पर पक्ष-विपक्ष में चुटकियों और चुटकुलों की बाढ़ आई। मसलन-जाके पैर न फटी बिंवाई। सो का जानै पीर पराई। (ऐडिय़ों में बिंवाई फटने की वेदना घर के किसी बुजुर्ग से जानें।) विवाह संस्था पर राय देने में साधु, संत, योगी, बैरागी, नियोगी, वियोगी सबसे आगे हैं। सुपरिचित माक्र्सवादी वृंदा कारत ने सवाल किया कि 18 बरस की बेटी को जेल भेजने पर रोक नहीं है। विवाह पर रोक लगाने से पहले अवयस्क बालिकाओं से बलात्कार करने वालों को दुरुस्त करो। दिव्यांग बच्चों को 18 वर्ष की आयु के बाद आश्रम में रखने पर रोक से सवा सौ मूक-बधिर बच्चों के मां-बाप शंकर बाबा पापलकर चिंताग्रस्त हैं। जार्ज फर्नांडिस के समय समता पार्टी की अध्यक्ष रहीं जया जेटली ने साल 2020 में छह महीने के अंदर नीति आयोग को रपट दी। सिफारिश की कि महिला की पहली प्रसूति 20 वर्ष की आयु में होनी चाहिए। टास्क फोर्स की मुखिया जया को विवाह और शिशु जन्म में अंतर जानती हैं।

दूरदृष्टि-4
हमें आपको इस बात से क्या लेना कि बीमा नियामक प्राधिकरण का कर्ता धर्ता कौन है? कोई है भी या नहीं? जीवन बीमा ही जब अपने जीवन के अंतिम दिन गिन रहा हो। जीवन बीमा निगम का आने वाले समय में निजी लक्ष्मीपुत्र के घर पुनर्जन्म संभव है। गिनती के कम्युनिस्ट मई महीने की पांच तारीख को माक्र्सवादी कार्ल माक्र्स का जन्म दिन मना रहे थे। उसी दिन बीमा नियामक प्राधिकरण के सुभाष खुंटिया का कार्यकाल समाप्त हुआ। सरकार के पास आधा दर्जन से अधिक नामों की सूची मौजूद थी। आठ महीने बीत गए। नया कप्तान नहीं आया। अटकालबाजों की बात छोडि़ए। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी  बेहद चिंतित हैं। केन्द्र सरकार को हर संभव मदद करने वाले जगन ने किसानों के लिए करोड़ों रुपए की फसल बीमा योजना का ऐलान कर दिया। योजना अधर में लटकी है। दूरदर्शी निर्मला सीतारामन मौन हैं। जगन के दुख में अपनी सहानुभूति नहीं मिलाई।
 (लेखक दैनिक भास्कर नागपुर के समूह संपादक हैं)

 

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