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दुनिया के सबसे पुराने मानव अवशेषों में से एक की बढ़ गई उम्र
14-Jan-2022 2:37 PM
दुनिया के सबसे पुराने मानव अवशेषों में से एक की बढ़ गई उम्र

एक नई तकनीक के इस्तेमाल से पाया गया है कि दुनिया के सबसे पुराने मानव अवशेषों में से एक 35,000 साल और पुराना हो सकता है. इस नई तकनीक के तहत ज्वालामुखी की राख की मदद से इस जीवाश्म की उम्र का अंदाजा लगाया गया.

  (dw.com)

ये अवशेष 1967 में इथियोपिया में पाए गए थे और इन्हें कीबिश ओमो प्रथम नाम दिया गया था. अवशेषों में सिर्फ हड्डियां और खोपड़ी के टुकड़े हैं जिनकी उम्र सीधे तौर पर निकालना मुश्किल था. लंबे समय से इनकी उम्र को लेकर विशेषज्ञों के बीच अलग अलग राय थी.

2005 में भूवैज्ञानिकों ने अवशेषों के ठीक नीचे के पत्थरों की परत का अध्ययन किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि ओमो प्रथम कम से कम 1,95,000 साल पुराने हैं. उस समय ये सबसे पुराने होमो सेपियन्स अवशेष थे.

दो लाख साल से ज्यादा पुराने
लेकिन फिर भी इन्हें लेकर काफी अनिश्चितता थी. वैज्ञानिक पत्रिका नेचर में छपे ताजा अध्ययन की मुख्य लेखक सेलिन विडाल कहती हैं कि और ज्यादा ठोस तारीख निकालने के लिए अवशेषों के ऊपर पड़ी राख की मोटी परत का अध्ययन करना जरूरी था.

केम्ब्रिज विश्वविद्यालय में ज्वालामुखी विशेषज्ञ के तौर पर काम करने वाली विडाल ने बताया, "उस समय यह लगभग असंभव था क्योंकि राख बहुत बारीक थी, लगभग आटे जैसी. लेकिन आज इसके काफी विकसित तरीके उपलब्ध हैं जिनकी मदद से विडाल की टीम ने पता लगाया कि राख की उस परत का संबंध शाला नाम के एक ज्वालामुखी के विस्फोट से है.

इस अध्ययन के मुताबिक ओमो प्रथम जहां मिले थे वहां मिली राख की परत 2,33,000 साल पुरानी थी. इसमें 22,000 सालों की गलती की गुंजाइश भी है. अध्ययन के सह लेखक और पैलियोएंथ्रोपोलॉजिस्ट औरेलिएन मोनिएर ने बताया, "यह समय में एक बड़ी छलांग है."

आधुनिक मानव से संबंध
उन्होंने यह भी कहा कि ओमो प्रथम की जो नई न्यूनतम उम्र है वो मानव के क्रम विकास के सबसे ताजा सिद्धांतों से ज्यादा मेल खाती है. ये होमो सेपियन्स के उन अवशेषों की उम्र के भी और पास आ गई है जिन्हें आज सबसे पुराने अवशेषों के रूप में जाना जाता है.

इनकी खोज मोरक्को में 2017 में हुई थी और इनकी उम्र 3,00,000 साल है. मोरक्को के जेबेल इरहूद में मिले इन खोपड़ी और दांतों के अवशेषों ने लंबे समय से प्रचलित इस सिद्धांत की धज्जियां उड़ा दीं कि मानवों की उत्पत्ति पूर्वी अफ्रीका से हुई है.

लेकिन मोनिएर मानते हैं कि मोरक्को वाले अवशेषों की जो शारीरिक विशेषताएं हैं उनसे ज्यादा आज के मानवों से संबंध ओमो प्रथम का है. जेबेल इरहूद के अवशेषों का चेहरा तो आधुनिक है लेकिन दिमाग के खोल का आकार काफी पुराने जैसा है. मोनियर के मुताबिक ओमो प्रथम एकलौते ऐसे अवशेष हैं जिनमें आधुनिक मानव की सभी आकृतिक विशेषताएं हैं.

सीके/एए (एएफपी)

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