सामान्य ज्ञान
मैमथ, एक विशालकाय हाथी सदृश जीव था जो अब विलुप्त हो चुका है। इसका वैज्ञानिक नाम मैमुथस प्राइमिजीनियस है। यह साइबेरिया के टुंड्रा प्रदेश में बर्फ में दबे एक हाथी का नाम है, जो अब विलुप्त हो चुका है, परन्तु बर्फ के कारण जिसका संपूर्ण मृत शरीर आज भी सुरक्षित मिला है। अनुमान लगाया जाता है कि फ्रांस में यह जंतु हिम युग के अंत तक और साइबीरिया में संभवत: और आगे तक जीवित रहा होगा। मैमथ शब्द की उत्पत्ति साइबीरियाई भाषा के मैमथ शब्द से मानी जाती है, जिसका अभिप्राय भूमि के नीचे रहने वाले जंतु से होता है। चूंकि इस हाथी का शरीर सदैव जमे हुए बर्फीले कीचड़ के नीचे ही पाया गया है, इसलिए उस देश के किसान मैमथ को एक प्रकार का वृहत छछूंदर ही समझते थे।
हिम युग में पाए जाने वाले विशाल हाथी, मैमथ, से जुड़ी एक प्रदर्शनी एडिनबरा के नेशनल म्यूजिय़म ऑफ स्कॉटलैंड में आयोजित की गई । ैहिम युग के मैमथ उस समय के रहस्यों को खोलते हैं। इनसे पता चलता है कि हिम युग में इन स्तनपायी जीवों का जीवन कैसा था। हाथियों, मैमथ और मैस्टोडोन्स के वंश वृक्ष की जड़ें साढ़े पांच करोड़ साल पहले के वक्त में खोजी जा सकती हैं। इनका उद्भव अफ्रीकी क्षेत्र में हुआ था। उस दौर में इस जानवर के दांत आज के हाथियों की तुलना में अधिक मुड़े हुए थे। मैस्टोडोन मैमथ की तुलना में नाटे और अधिक गठीले होते थे। इनकी हड्डियां मोटी होती थीं और दांतों का आकार भिन्न होता था। उत्तरी अमरीका में मैस्टोडोन्स मैमथ के साथ-साथ ही अस्तित्व में रहे क्योंकि दोनों के खान पान की शैलियां अलग थीं। अनुमान के मुताबिक एक मैमथ प्रत्येक दिन 226 किलो पेड़-पौधे खा जाते थे। मैमथ के दांत साल दर साल कई स्तरों में विकसित होते थे। वैज्ञानिक मैमथ के दांत का परीक्षण करके ये पता लगाते हैं कि मौत के वक्त उस मैमथ की उम्र कितनी रही होगी।