सामान्य ज्ञान
25 जनवरी सन 1966 को ब्रिटेन के विख्यात राजनीतिज्ञ विंसटन चर्चिल का 91 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे सन 1874 ईसवी में पैदा हुए और सन 1895 ईसवी में ब्रिटेन की सेना में भर्ती हो गए। सन 1900 में उन्हें सांसद चुना गया जिसके बाद वे कई बार मंत्री और दो बार प्रधानमंत्री बने। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान प्रधानमंत्री पद पर रहना उनकी प्रसिद्धि का मुख्य कारण बना। उन्होंने इस युद्ध में अपनी चतुराई भरी नीतियों से ब्रिटेन के उद्देश्यों की प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण पुस्तकें भी लिखीं हैं। वे एकमात्र प्रधानमंत्री थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
अपने आर्मी कॅरिअर के दौरान चर्चिल भारत, सूडान और द्वितीय विश्वयुद्ध में अपना जौहर दिखाया था। उसने युद्ध संवाददाता के रूप में ख्याति पाई थी। प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान उसने ब्रिटिश सेना में अहम जिम्मेदारी संभाली थी। राजनीतिज्ञ के रूप में उन्होंने कई पदों पर कार्य किया। विश्वयुद्ध से पहले वे गृहमंत्रालय में व्यापार बोर्ड के अध्यक्ष रहे। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान वे लॉर्ड ऑफ एडमिरिल्टी बने रहे। युद्ध के बाद उन्हें शस्त्र भंडार का मंत्री बनाया गया। 10 मई 1940 को उन्हें युनाइटेड किंगडम का प्रधानमंत्री बनाया गया और उन्होंने धूरी राष्ट्रों के खिलाफ लड़ाई जीती। चर्चिल प्रखर वक्ता थे।