अंतरराष्ट्रीय
बीते कुछ समय से दुनिया के देशों में अंतरिक्ष से जुड़ी योजनाओं को लेकर प्रतिद्वंद्विता बढ़ी है. केवल स्पेस एजेंसियां ही नहीं, बल्कि कंपनियां भी चांद जाने की होड़ में शामिल हैं.
लूनर क्रूजर के लिए टोयोटा के साथ काम कर रही एक कंपनी 'गिताई जापान' ने एक रोबॉटिक आर्म बनाया है. इसे निगरानी और मरम्मत जैसे कामों को ध्यान रखकर डिजाइन किया गया है. गिताई के चीफ एग्जिक्यूटिव शो नकानोज ने बताया कि अंतरिक्ष में पहुंचने की चुनौतियों पर काम कर लिया गया है, लेकिन अंतरिक्ष यात्रियों के वहां काम करने में अभी भी कई तरह के खतरे और जोखिम हैं. यहीं पर रोबोट अपनी भूमिका निभाएंगे.
जापान की चांद में बढ़ी दिलचस्पी
अंतरिक्ष में 12 दिन बिताकर लौटे जापानी अरबपति ने क्या बताया
अंतरिक्ष जाकर धरती के लिए बढ़ गया जुनून
जापानी अरबपति यूसाकु माइजावा 12 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा से लौटकर जब वापस अपने देश पहुंचे, तो सबसे पहले उन्होंने धरती की तारीफ की. माइजावा ने कहा, "अंतरिक्ष में जाकर धरती के प्रति आपका जुनून और बढ़ जाता है. यहां की हवा, महक और मौसमों के प्रति आप कृतज्ञ महसूस करते हैं."
1930 के दशक में कंपनी की शुरुआत के बाद से ही टोयोटा को यह चिंता रही है कि बदलते वक्त के कारण
उसके कारोबार का मुख्य हिस्सा हाथ से निकल सकता है. उसकी पकड़ वाले बाजार उसके हाथ से निकल सकते हैं. ऐसे में कंपनी ने सिर्फ कार पर ध्यान ना देकर घर, नाव, जेट और रोबोट बनाने में भी हाथ डाला. इसी साल माउंट फूजी के पास कंपनी 'वूवन सिटी' नाम की हाउसिंग परियोजना शुरू कर रहा है. यहां घरों में तकनीक और सस्टेनेबल जीवन का तालमेल होगा.
बीते कुछ समय से दुनिया के कई देशों में अंतरिक्ष को लेकर महत्वाकांक्षाएं बढ़ी हैं. इसी क्रम में जापान की भी चांद में दिलचस्पी बढ़ रही है. जापान की एक कंपनी 'इनस्पेस आईएनसी' लूनर रोवर और लैंडिंग पर काम कर रही है. उसे इसी साल चांद पर उतरना भी है. कारोबारी युसाकू माएज्वा के हाल ही में कुछ वीडियो आए थे, जिसमें वे 'इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन' में हवा में तैरते दिख रहे थे. उन्होंने टेस्ला के सीईओ एलॉन मस्क के स्टारशिप में चांद के पास एक ऑरबिट भी बुक किया है.
एसएम/एनआर (एपी)