विधानसभा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 मार्च। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में पदों की रिक्तता, और स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भारसाधक मंत्री मोहम्मद अकबर के जवाब से असहमत भाजपा के विधायकों ने सदन से वॉकऑउट कर दिया। प्रश्नकाल में भाजपा के डमरूधर पुजारी ने स्वास्थ्य कर्मियों, और मितानिनों के लिए जनघोषणा पत्र में किए गए वादे पूरा न करने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा ये झूठे वादे कब तक पूरा करेंगे। पुजारी ने कहा कि कांग्रेस ने 5 हजार मितानिनों की भर्ती, और वेतन कमीशन देने का वादा किया था। मंत्री अकबर ने कहा कि सदस्य द्वारा चाही गई सारी जानकारी लिखित में दे दी गई है।
भाजपा के अजय चंद्राकर ने कहा कि मूल उत्तर और परिशिष्ट में अलग-अलग जानकारी दी है। घोषणाएं कब पूरा करेंगे। मंत्री ने कहा कि पार्टी ने घोषणा पत्र को आत्मसात किया है। इसका मतलब घोषणाएं पूरी करना है। समय बताना या अभी घोषणा करना संभव नहीं है। भाजपा की ही रंजना साहू ने मितानिनों और आशा दीदियों को कोरोनाकाल में घोषणा के बावजूद प्रोत्साहन राशि न देने का मामला उठाया। मंत्री ने कहा प्रोत्साहन राशि दे दी है। अब तक तीन माह तक राशि दी गई है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने सिम्स बिलासपुर में स्टॉफ नर्स के पद रिक्त होने, और उनकी पूर्ति की समय-सीमा जनना चाहा। इस पर मंत्री ने जल्द से जल्द भर्ती का आश्वासन दिया, तो अजय चंद्राकर ने कहा तीन साल निकल गया है, जल्द से जल्द क्या होता है। स्पीकर चरणदास महंत ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि ये भारसाधक मंत्री हैं असली मंत्री आएंगे तो यह प्रश्न उठाईएगा। इस पर अजय ने फिर कहा सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी है, मोहम्मद अकबर आदर्श मंत्री हैं कब तक भर्ती करेंगे इसकी घोषणा कर देनी चाहिए। डेट बताइये। वहीं शिवरतन शर्मा ने पूरक प्रश्न में पूछा क्या सरकार ने यूनिवर्सल हेल्थ केयर की घोषणा पूरी कर दी है। मंत्री अकबर ने कहा कुछ पूरी हो गई है कुछ प्रक्रिया में है। इस पर नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने यह कहते हुए कि किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं आ रहा है... इन उत्तरों से हम संतुष्ट कैसे हों? सदन से बर्हिगमन करने की घोषणा कर दी।