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रिसेंट इनोवेशन्स इन इमर्र्जिंग कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजीस पर कलिंगा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित
12-May-2022 3:24 PM
रिसेंट इनोवेशन्स इन इमर्र्जिंग कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजीस पर कलिंगा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस आयोजित

रायपुर, 12 मई। कलिंगा विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा आयोजित रिसेंट इनोवेसन्स इन इमर्जिंग कंप्यूटिंग टेक्नोलॉजीस में नवीनतम नवाचारों पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन गुरुवार को संपन्न हुआ। सम्मेलन कलिंगा विश्वविद्यालय के सभागार में हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) के माध्यम से हुआ।

उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (सीएसवीटीयू), भिलाई के कुलपति डॉ. एम. के वर्मा थे। अपने उद्घाटन संबोधन में डॉ. वर्मा ने बताया कि भविष्य कंप्यूटर विज्ञान के नये-नये आयामों से ही गढ़ा जायेगा क्योंकि कंम्प्यूटर एवं उसका अनुप्रयोग सर्व विद्यमान है।

उन्होंने कहा कि आठ साल पहले हमारे पास जो कंप्यूटर का ज्ञान तथा कंम्प्यूटर की क्षमता उपलब्ध थी अब वह अप्रासंगिक हो चुकी है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन को बुद्धिमत्तापूर्ण बनाने के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि हम उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब भविष्य में बड़े पैमाने पर बिजली का वितरण बिना बिजली के तारों का उपयोग किये संभव होगा। मुख्य अतिथि ने पोस्टर प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।

उद्घाटन सत्र के दौरान कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर. श्रीधर ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कंप्यूटर की दुनिया में हो रहे विकास की जानकारी दी जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स का उपयोग। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, डॉ आशा अंभाईकर ने आज की बदलती दुनिया में कम्प्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में हो रहे नवीनतम अनुप्रयोगों  से परिचित कराने के उद्देश्य से आयोजित इस कॉन्फ्रेंस के महत्व पर प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि डॉ. कोकुला कृष्ण हरि, निदेशक, विश्व डेटा संगठन, लंदन, यूके ने ऑनलाइन मोड के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। सम्मेलन के संयोजक श्री कैलाश देवांगन, सहायक प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर विज्ञान और आईटी विभाग के प्रभारी ने बताया कि सम्मेलन के लिए 300 से अधिक पंजीकरण किए गए थें।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग के उप विषयों पर पेपर प्रस्तुत किए गए। डेटा माइनिंग और वेयरहाउसिंग, एज कंप्यूटिंग, क्वांटम कंप्यूटिंग, वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी, ब्लॉक चेन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (प्वज्), 5ळ, डीप लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, इमेज प्रोसेसिंग, स्थानिक कंप्यूटिंग, कंप्यूटर विजन और डिजिटल हेल्थ।

दूसरे दिन कॉन्फ्रेंस पुन: प्रारंभ हुई एवं अनेक पेपर प्रस्तुत किए गए। मुख्य अतिथि डॉ. राजर्षि महापात्रा, एसोसिएट प्रोफेसर और डीन अकादमिक, आईआईआईटी, नया रायपुर थे। मुख्य वक्ता डॉ. अरुणा ए देवस्कर, प्रिंसिपल एटीएसएस कॉलेज ऑफ बिजनेस स्टडीज एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन, पुणे, डॉ वेंकन्ना यू, सहायक प्रोफेसर, आईआईआईटी नया रायपुर, डॉ विजय एम वधाई, निदेशक, एस्ट्यूट अकादमी, शिकागो, यूएसए, डॉ. मनाली क्षीरसागर, राजीव गांधी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च, नागपुर, डॉ. धीमान साहा, सहायक प्रोफेसर, आईआईटी भिलाई थे।
बेस्ट पेपर प्रस्तुत करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त श्री कपिल केलकर, फैशन डिजाइन विभाग के विभागाध्यक्ष, अमन कटारिया एवं एल विशाल पोस्टर प्रस्तुति में सर्वोत्तम प्रदर्शन हेतु पुरस्कित किया गया। समारोह के दौरान साक्षी वर्मा, सलीश उमर लादान और अन्य को सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों द्वारा त्प्म्ब्ज्-2022 की कार्यवाही का विमोचन किया गया, जिसमें डॉ आर श्रीधर, कुलपति, डॉ राजर्षि महापात्रा, डॉ आशा अंभईकर, डीएसडब्ल्यू, श्री स्वेताभ, डिप्टी रजिस्ट्रार, श्री राहुल मिश्रा, डीन अकादमिक मामले, श्री कैलाश देवांगन और अन्य शामिल थे।
 

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