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कथित रूप से जनपद उपाध्यक्ष नेत्री से राशन कार्ड बनाने के लिए मांगे पैसे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 मई। मुंगेली जिले की डिप्टी कलेक्टर और लोरमी जनपद पंचायत की पूर्व सीईओ अनुराधा अग्रवाल का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कथित रूप से राशन कार्ड बनाने के लिए महिला जनपद उपाध्यक्ष से रिश्वत मांग रही है।
2016 बैच की डिप्टी कलेक्टर अग्रवाल तब चर्चा में आई थीं, जब सन 2017 में उन्होंने टीवी शो केबीसी के सीजन 9 में भाग लिया था। इसमें उन्होंने 12.5 लाख रुपए जीते थे। इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 काल में घोषणा की थी कि रिटायरमेंट तक वह अपने एक दिन की सैलरी आर्थिक रूप से कमजोर कोरोनावायरस से पीड़ित लोगों के लिए दान करेंगी।
बताया जाता है कि यह क्लिपिंग अप्रैल महीने की है। अग्रवाल इस समय मातृत्व अवकाश पर चल रही हैं।
इस वीडियो में प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की सचिव और जनपद उपाध्यक्ष खुशबू वैष्णव के साथ कथित रूप से डिप्टी कलेक्टर अग्रवाल की बातचीत है। इसमें वह कह रही हैं कि कुछ छुड़वा दीजिएगा। हमें बहुत लोगों को मैनेज करना पड़ता है। इस पर जनपद उपाध्यक्ष यह कह रही हैं कि राशन कार्ड बनाने के नाम से पैसा लगने की बात वह पहली बार सुन रही है। हम लोग जनता के प्रतिनिधि हैं। राशन कार्ड में सारे दस्तावेज सही है फिर क्यों पैसे लगेंगे। सरकार का नियम है, राशन कार्ड फ्री में बनाने का। जिनका राशन कार्ड बन रहा है वे गरीब लोग हैं। उनके पास पैसा होता तो वह राशन कार्ड क्यों बनवाते।
वीडियो में कथित रूप से अनुराधा अग्रवाल को यह भी कहते हुए सुना जा रहा है कि विधायक तो कुछ नहीं लेते लेकिन उनके कार्यकर्ताओं का कुछ आ गया तो करना पड़ता है। अग्रवाल ने किसी सागर नाम के कार्यकर्ता का नाम भी लिया और कहा कि बहुत से लोगों को मैनेज करना पड़ता है जिसके कारण हम लोगों को दिक्कत होती है। बाद में अग्रवाल यह भी कह रही हैं कि दस्तावेज पूरे होंगे तो राशन कार्ड बन जाएगा।
इस संबंध में कुछ मीडिया कर्मियों से बात करते हुए अनुराधा अग्रवाल ने कहा है जनपद उपाध्यक्ष गलत तरीके से दबाव डालकर एक साथ कई राशन कार्ड बनवाना चाह रही थी। मना करने पर मेरी छवि खराब करने के लिए एडिटेड वीडियो डाला गया है।
इधर कांग्रेस नेत्री खुशबू वैष्णव का कहना है डिप्टी कलेक्टर पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
कलेक्टर गौरव सिंह ने कहा है कि तथ्यों की जांच करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।