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रायपुर,19 मई। रामगढिया सेवक सभा ने रविवार को टाटीबंद स्थित हॉल में महाराजा जस्सा सिंह रामगढिय़ा जी का जन्मदिन मनाया। कार्यक्रम में सुखमनी साहिब जी का पाठ और अरदास की गई। इस मौके में टाटीबंध गुरुव्दारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी हरदीप सिंह जी और श्री गुरु सिंग सभा स्टेशन रोड के हेड ग्रंथी ज्ञानी अमरीक सिंह जी ने महाराज जस्सा सिंह रामगढिया की बहादुरी और जुल्म के खिलाफ लड़े गए युध्दों की कहानियां बताई गई।
उन्होंने बताया कि महाराजा जस्सा सिंह जी रामगढिया मिसल के कमांडर थे। उन्होंने अपने समय में अत्याचारी मुगल शासक औरंगजेब से लालकिला छीन कर उसमें निशान साहिब का झंडा फहराया था। लालकिला जीतने के बाद उन्होंने औरंगजेब के तख्त का फर्श उखाड कर उसे अमृतसर ले गए जो अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर स्थित रामगढिया बुंगा में आज भी देखा जा सकता है। जंयती में रागी सिंग चनमीत सिंह, विक्रमजीत सिंह और देवेन्दर सिंह जी ने गुरुवाणी का कीर्तन गायन किया।
कार्यक्रम में आए अतिथियों में रायपुर उत्तर के विधायक व छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के अध्यक्ष कुलदीप सिंह जुनेजा और छत्तीसगढ़ राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने रामगढिया सेवक सभा के पूर्व पदाधिकारियों एवं उनके परिजनों को सरोपा और स्मृति चिन्ह दे कर उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ खाद्य आयोग के अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह बाबरा ने सभी को महाराजा जस्सा सिंह रामगढिय़ा की जयंती पर बधाई देते हुए कहा कि इस संस्था का नाम रामगढिया सेवक सभा रखा गया है जो अपने नाम और सिक्खों की संस्कृति के अनुरुप ही एक बेहतर संदेश देता है। उन्होंने कहा कि रामगढिय़ा सेवक सभा के कार्यों के संचालन के नियम सेवा भावना के अनुरुप हो इस बात का विशेष रुप से ध्यान रखा जाना चाहिए।
रामगढिय़ा सेवक सभा, रायपुर के नए चुने गए अध्यक्ष जसविन्दर सिंह राणा ने इस मौके पर कहा कि हम पुराने पदाधिकारियों के कार्यो के अनुसार रामगढिय़ा बिरादरी सहित सर्वसमाज के लिए बेहतर काम करने का प्रयास करेगें। इसके लिए सभी संगत से सुझाव आमंत्रित करते हैं। उन्होंने आव्हान किया कि रामगढिय़ा बिरादरी की नई पीढ़ी भी अपनी विशेषज्ञता और अनुभव के आधार पर संस्था में सेवा के लिए जुड़े।
इस अवसर पर रामगढिय़ा सेवक सभा के सचिव अटल सिंह हंसपाल ने संस्था के सामाजिक कार्यों, रामगढिया सेवक सभा भवन के निर्माण संबंधित जानकारी और संस्था के सन् 1996 में की गई स्थापना से अब तक के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि टाटीबंध में सरोना रेल्वे पुल के पास 5 हजार वर्गफुट में बने रामगढिय़ा सेवक सभा भवन सर्वसमाज के सामाजिक कार्यो इत्यादि के लिए नाम मात्र के रखरखाव शुल्क पर उपलब्ध कराया जाता है।
इस अवसर पर डॉ. सुरेन्द्रपाल सिंह मथारु ने रामगढिय़ा सेवक सभा भवन के लिए 15 हजार वर्गफुट भूमि उपलब्ध कराने के लिए जसविन्दर सिंह राणा परिवार को शॉल श्रीफल दे कर सम्मानित किया। जंयती के अवसर पर अतिथियों ने जी.एस.बॉम्बरा, डॉ. एपीएस मथारु, राजविन्दर सिंह गिल,चरनजीत सिंह हुन्जन, अमरदीप सिंह विरदी,फकीर सिंह मुद्दड़, श्रीमती बलविन्दर कौर भामरा, जगदीश सिंह विरदी, इकबाल सिंह भामरा, जगदीश सिंह जब्बल, डॉ.एस.एस.बच्चू, बलदेव सिंह भुई,मनोहर सिंह रीहल, अवतार सिंह प्लाहा, तेजपाल सिंह हंसपाल, मनजीत सिंह रीहल, निर्मल सिंह पदम का सम्मानित किया।
रामगढिय़ा सेवक सभा के सलाहकार एव सहयोगी जी.सी. दुबे, अमरीक सिंह गिल, हरभजन सिंह ढिल्लों, कर्मणजीत सिंह गिल्ल, अमरीक सिंह चहल, मनजीत सिंह पनेसर को सरोपा और स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया।