अंतरराष्ट्रीय
भारत सरकार ने शनिवार को पेट्रोल-डीज़ल के दामों में कटौती का एलान किया. केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल पर एक्साइज़ ड्यूटी में कटौती की है. सरकार ने पेट्रोल पर 8 रुपए प्रति लीटर और डीज़ल पर 6 रुपए प्रति लीटर एक्साइज़ ड्यूटी कम कर दी है. इसके साथ ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला गैस योजना के लाभार्थियों के लिए 200 रुपये की सब्सिडी का एलान भी किया.
भारत सरकार के इस फ़ैसले से भारत में आम लोगों को जहां बड़ी राहत मिली है वहीं मोदी सरकार के इस फ़ैसले का असर पाकिस्तान में भी हुआ है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने भारत सरकार के इस फ़ैसले की जमकर तारीफ़ की है.
इमरान ख़ान ने ट्वीट करके मोदी सरकार की तारीफ़ की है.
उन्होंने लिखा है- “क्वाड का हिस्सा होने के बावजूद भारत अमेरिका के दवाब के आगे नहीं झुका और रूस से सस्ता तेल ख़रीदकर अपने लोगों को राहत दी. स्वतंत्र विदेश नीति अपनाते हुए हमारी सरकार यही हासिल करने के लिए काम कर रही थी.“
इसी ट्वीट को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लिखा है, “हमारी सरकार के लिए पाकिस्तान की भलाई सबसे ऊपर थी लेकिन दुर्भाग्य से यहां के मीर जाफ़र और मीर सादिक बाहरी दबाव में तख़्तापलट की साज़िश के मोहरे बन गए और अब वो अर्थव्यवस्था को गर्त में ले जा रहे हैं.”
हालांकि यह पहला मौक़ा नहीं जब इमरान ख़ान ने भारत की तारीफ़ की है. इससे पहले एक जलसे के दौरान उन्होंने कहा था कि पड़ोसी देश की विदेश नीति उसके लोगों के हित के लिए है.
इमरान ख़ान ने कहा था,"मैं आज हिंदुस्तान को दाद देता हूं, उन्होंने हमेशा आज़ाद विदेश नीति रखी. क्वॉड के अंदर अमेरिका के साथ अलायंस है और अपने आप को वो न्यूट्रल (तटस्थ) कहता है. रूस से तेल मंगवा रहा है, जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं, क्योंकि हिंदुस्तान की पॉलिसी अपने लोगों के लिए है."
शनिवार को हुई दामों में कटौती की घोषणा
शनिवार शाम को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की, “हमने पेट्रोल पर सेंट्रल एक्साइज़ ड्यूटी 8 रुपए प्रति लीटर और डीज़ल पर 6 रुपए प्रति लीटर कम कर दी है. इससे पेट्रोल के दाम में 9.5 रुपए प्रति लीटर और डीज़ल के दाम में 7 रुपए प्रति लीटर की कमी आएगी.”
मार्च में पांच राज्यों के चुनाव समाप्त होने के बाद पेट्रोल और डीज़ल के दाम बढ़ने शुरु हुए थे और पेट्रोल सौ रुपए प्रति लीटर के पार चला गया था.
चुनावों के बाद 22 मार्च को पहली बार दाम बढ़े थे. अगले कई दिनों तक रोज़ाना पेट्रोल के दाम में इज़ाफ़ा किया गया.
हालांकि 4 नवंबर से 22 मार्च के बीच, जब पांच राज्यों में चुनाव चल रहे थे, तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ाए थे. (bbc.com)