सामान्य ज्ञान
मूर्तिदेवी पुरस्कार भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा साहित्य के क्षेत्र में प्रतिवर्ष ऐसी रचना के लिए दिया जाता है, जिसमें भारतीय दर्शन और संस्कृति पर ज़ोर दिया गया हो। पुरस्कार-स्वरूप विजेता को 4 लाख रुपये नकद, प्रशस्ति-पत्र, देवी सरस्वती की प्रतिमा और शॉल प्रदान किया जाता है। वर्ष 2014 के मूर्तिदेवी पुरस्कार के लिए हिन्दी के साहित्य समालोचक डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी की रचना ‘व्योमकेश दरवेश’ को चुना गया। यह पुरस्कार वर्ष 1983 से दिए जा रहे हैं। यह पुरस्तार वर्ष 1996 से लेकर 1999 तक किसी भी साहित्कार को नहीं दिए गए थे।
मूर्तिदेवी पुरस्कार विजेताओं की सूची
1. वर्ष 1983- सी.के नागराज राव- कन्नड़
2. वर्ष 1984- वीरेंद्र कुमार सखलेचा- हिन्दी
3. वर्ष 1985-मनुभाई पांचोली ‘दर्शक -गुजराती भाषा
4.वर्ष 1986- कन्हैया लाल सेथिआ-राजस्थानी
5.वर्ष 1988-विष्णु प्रभाकर-हिन्दी
6.वर्ष 1989-विद्या निवास मिश्र-हिन्दी
7.वर्ष 1990- मुनि श्री नागराज-हिन्दी
8.वर्ष 1991-डॉक्टर प्रतिभा राय-रचना-यज्ञसेनी-मलयालम
9. वर्ष 1992-कुबेरनाथ राय- रचना-कामधेनु-हिन्दीा
10.वर्ष 1993-श्यामाचरण दुबे- हिन्दी-1994
11. वर्ष 1994-शिवाजी सावन्त-मराठी
12.वर्ष 1995-निर्मल वर्मा-रचना-भारत और यूरोप प्रतिश्रुति के क्षेत्र- हिन्दी
13. वर्ष 2000-गोविन्दचन्द्र पांडेय-हिन्दी
14.वर्ष 2001-राममूर्ति त्रिपाठी-हिन्दी
15.वर्ष 2002-यशदेव शल्य-हिन्दी
16. वर्ष 2003-कल्याण मल लोढा-हिन्दी
17. वर्ष 2004-नारायन देसाई- रचना मारू जीवन आज मारी वाणी-गुजराती
18. वर्ष 2005-डॉ.राममूर्ति शर्मा-रचना-भारतीय दर्शन की चिन्तनधारा-हिन्दी
19. वर्ष 2006-कृष्णबिहारी मिश्र- रचानाकल्पतरु की उत्सव लीला- हिन्दी
20. वर्ष 2007-वीरप्पा मोइली- रचना-श्री रामायण महानिवेशणम-कन्नड़
21. वर्ष 2011- गुलाब कोठारी- रचना -मैं ही राधा मैं ही कृष्ण-हिंदी
22. वर्ष 2012-हरप्रसाद दास- रचना- वमसा-उडिय़ा
23. वर्ष 2013-सी राधाकृष्णन- रचना तिक्कडल कतान्हू तिरूमधुरम-मलयालम।
24. वर्ष 2014-डॉ. विश्वनाथ त्रिपाठी-रचना ‘व्योमकेश दरवेश’।