सामान्य ज्ञान
नियाग्रा जल प्रपात (फॉल्स), संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य और कनाडा के ओंटारियो (ओन्टारियो) प्रांतों के मध्य अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बहने वाली नियाग्रा नदी पर स्थित दुनिया का सबसे ऊंचा जल प्रपात हैं। यह जलप्रपात न्यूयॉर्क में बफेलो से 27 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम और कनाडा के ओंटारियो में टोरंटो से 110 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में स्थित है। दोनों ही देशों में नियाग्रा फॉल्स नाम से शहर भी हैं जो प्रपात के दोनों और बसे हैं। लिहाजा जल प्रपात का एक हिस्सा कनाडा और दूसरा अमेरिका में आता है। इन दोनों प्रपातों के बीच एक जमीन का टुकडा है जिसे गोट (बकरी) आईलैंड कहा जाता है। अमेरिकी जल प्रपात खुद भी दो हिस्सों में है।
वैसे तो उसे, अमेरिकन फॉल्स कहा जाता है लेकिन गोट आईलैंड की तरफ ब्राइडल वेल (अपनी भाषा में कहें तो दुल्हन का घूंघट) नाम का एक छोटा सा प्रपात और है। अमेरिकन फॉल्स और ब्राइडल वेल फॉल्स के बीच भी जमीन का टुकडा है जिसे लुना आईलैंड कहा जाता है। यानी अगर क्रम से देखा जाए तो अमेरिकन फॉल्स के बाद लुना आईलैंड, फिर ब्राइडल वेल फॉल्स, फिर गोट आईलैंड और उसके बाद प्रपात का कनाडा का हिस्सा आ जाता है। इसे होर्सशू फॉल्स कहा जाता है क्योंकि उसकी शक्ल घोड़े की नाल जैसी है।
अथाह जलराशि नियाग्रा फॉल्स के नामपर होर्सशू फॉल्स की ही खूबसूरती, भव्यता और विशालता का मुख्य आकर्षण है। नियाग्रा नदी का 85 फीसदी हिस्सा इसी प्रपात में गिरता है। हालांकि सैलानियों को लुभाने के लिए दोनों ही देश अपने-अपने हिस्से को ज्यादा खूबसूरत बताने में लगे रहते हैं। अमेरिकी तरफ से होर्सशू फॉल्स की भव्यता का पूरा अंदाजा नहीं लगता लेकिन कनाडा की तरफ से होर्सशू के अलावा अमेरिकन फॉल्स का भी शानदार नजारा दिखता है क्योंकि कनाडा का इलाका प्रपात के ठीक सामने है और अमेरिकी हिस्सा बगल में। लेकिन वहीं सच यह भी है कि आप किसी भी तरफ से देखें, नियाग्रा से चमत्कृत हुए बिना नहीं रहेंगे। कहा जाता है कि हिमयुग की समाप्ति के बाद जब ग्लेशियर पिघले, विशालकाय झीलें बनीं तो उन झीलों के पानी ने अटलांटिक महासागर में जाने के लिए नियाग्रा का रास्ता चुना। ये प्रपात उसी की परिणति हैं। नियाग्रा जलप्रपात की ऊंचाई (होर्सशू की 173 फुट और अमेरिकन फॉल्स की सौ फुट) कोई बहुत ज्यादा नहीं है, हकीकत यह है कि दुनिया का सबसे ऊंचा जलप्रपात उससे 15 गुना से भी ज्यादा ऊंचा है। लेकिन उसकी चौडाई (होर्सशू की 2600 फुट) और उससे गिरने वाली जलराशि शानदार है (हालांकि यह दुनिया का सबसे चौडा फॉल्स भी नहीं)। यह निर्विवाद रूप से दुनिया का सबसे आकर्षक प्रपात है। हर मिनट इस प्रपात से 3.5 करोड गैलन पानी गिरता है। इसमें से आधा बिजली बनाने में इस्तेमाल आ जाता है। इसीलिए इसे दुनिया में पनबिजली का अकेला सबसे बडा स्त्रोत माना जाता है।
नियाग्रा इलाके में कई पार्क व द्वीप हैं। इसलिए यह डाइविंग के अलावा पक्षियों को देखने और मछलियों को पकडऩे के लिए भी जाना जाता है। नवविवाहितों के लिए यहां के छोटे-छोटे शांत कस्बे, रोमांच के मौके, बहुतेरे हैं। यहां कई गेनिंग सेंटर हैं तो सुरा के शौकीनों के लिए इस इलाके में 12 खास वाइनरीज हैं।