सामान्य ज्ञान
के 2 के आर्थिक कॉरिडोर यानी कोलकाता (भारत) कुनमिंग (चीन) आर्थिक कॉरिडोर। के 2 के आर्थिक कॉरिडोर जून 2015 के अंतिम सप्ताह में चर्चा में रहा क्योंकि चीन ने घोषणा की कि इस मार्ग का प्रमुख भाग लगभग तैयार है। 2800 किलोमीटर लम्बे इस कॉरिडोर में बांग्लादेश, भारत, चीन तथा म्यांमार शामिल हैं जिसे वर्ष 2014 में आरम्भ किया गया था।
इस कॉरिडोर का मुख्य उद्देश्य चारों देशों के बीच मैत्री संबध स्थापित करना है। इसका मुख्य उद्देश्य व्यापार को बढ़ावा देना तथा चीन के उन क्षेत्रों को सडक़ मार्ग तक जोडऩा है जिनमें विकास की रफ़्तार धीमी है। इस मार्ग द्वारा दक्षिण एशिया तथा पूर्वी एशिया को आपस में जोड़ा जाएगा। जिससे न केवल व्यापार में वृद्धि होगी बल्कि लोगों के आपसी रिश्तों में भी सुधार होगा। यह मार्ग कोलकाता से बेनापोल, बांग्लादेश की सीमा पर स्थित शहर, की ओर जाएगा। ढाका और सिलहट के बाद, यह असम में सिलचर के पास भारतीय क्षेत्र में पुन: प्रवेश करेगा। असम के बाद यह इम्फाल के साथ जोड़ा जाएगा, इसके बाद यह अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करने से पहले म्यांमार में भारत निर्मित तमु-कलेवा रोड से गुजरेगा।
म्यांमार में यह लाहिसो एवं म्यूस से गुजरने से पहले मंडालय से गुजरेगा। चीन में यह मार्ग कुमिंग तक जाने से पहले रुई तक जाएगा, यह युन्नान प्रांत की राजधानी है, जिसमे लोंज्लिंग तथा डाली क्षेत्र शामिल हैं। चीन इसे मिज़ोरम के साथ जोडऩा चाहता है ताकि के2के कॉरिडोर को कालादन परियोजना के साथ जोड़ा जा सके।