अंतरराष्ट्रीय
अफगानिस्तान में काम करने वाली एक ऑस्ट्रेलियाई महिला पत्रकार ने तालिबान पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
फॉरेन पॉलिसी पत्रिका की पत्रकार लिन ओडॉनेल ने कहा कि तालिबान ने उन्हें हिरासत में लिया. उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और जेल में डालने की धमकियां दी गई.
उन्होंने आरोप लगाया कि तालिबान ने उन्हें ऐसे ट्वीट करने के लिए मजबूर किया कि उन्होंने तालिबान को लेकर जो आर्टिकल लिखे हैं, वे झूठे हैं.
पत्रकार लिन ओ डॉनेल ने ट्विटर पर लिखा कि तालिबान इंटेलिजेंस ने कहा कि माफी मांगते हुए ट्वीट करो नहीं तो जेल जाना होगा.
साथ ही उन्होंने कई बार ट्वीट को एडिट, डिलीट करने के लिए मजबूर किया. मेरा वीडियो ये कहते हुए बनाया कि मेरे साथ ज़बरदस्ती नहीं की गई है.
लिन ओडॉनेल ने लंबे समय तक अफगानिस्तान को कवर किया है. इसके बाद से उन्होंने अफगानिस्तान छोड़ दिया है.
तालिबान ने उन्हें हिरासत में लिए जाने की पुष्टि की है और कहा कि उन्होंने झूठी रिपोर्ट्स की हैं.
बीबीसी से बात करते हुए लिन ओ डॉनेल ने कहा कि उन्होंने काबुल की यात्रा ये देखने के लिए की थी कि करीब एक साल पहले उनके देश छोड़ने के बाद से देश कैसे बदल गया है.
उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर अफगानिस्तान के कानूनों को तोड़ने और उनकी संस्कृति को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया गया था. मैंने अफगानिस्तान में एलजीबीटीक्यू+ और तालिबान चरमपंथियों के जबरन शादी करने को लेकर आर्टिकल लिखे थे. तालिबान का कहना था कि वे आर्टिकल झूठ और गलत हैं.
उन्होंने कहा कि तालिबान ने उन्हें अपने सोर्स का खुलासा करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने मना कर दिया.
लिन ओडॉनेल, अफगानिस्तान में समाचार एजेंसी एएफपी और एपी की ब्यूरो प्रमुख रही चुकी हैं. (bbc.com)