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रायपुर, 17 अगस्त। कलिंगा विश्वविद्यालय परिसर, नया रायपुर में सोमवार, 15 अगस्त, 2022 को बड़े उत्साह के साथ 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। यह उत्सव ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ का हिस्सा था, जो की प्रगतिशील भारत और मानव प्रयास के सभी क्षेत्रों में भारतीयों द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धियां की 75वीं वर्षगांठ मनाने की एक पहल है।
मुख्य अतिथि कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर श्रीधर थे, उन्होंने डॉ आशा अंभईकर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, अन्य सभी विभागाध्यक्ष संकाय सदस्यों और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
अपने संबोधन में डॉ. श्रीधर ने जोर देकर कहा कि आजादी के बाद भारत ने खुद को मज़बूत लोकतंत्र वाले देश के रूप में साबित किया है। 1947 में स्वतंत्रता के बाद कुछ देशों की राय थी कि राज्य अगले 10 वर्षों में अलग-अलग देशों में विभाजित हो जाएंगे, क्योंकि 1000 से अधिक भाषाएँ और बोलियाँ थीं। लोगों को लोकतंत्र का ज्ञान नहीं था और साक्षरता दर 30 प्रतिशत थी। भारत ने साबित कर दिया है कि हम लोकतांत्रिक हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि देश में कभी भी मंदी नहीं आ सकती क्योंकि हमारे देश में गेहूं उगाया जा रहा है और पूरा देश भोजन के लिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं है। इसलिए भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी रहित साबित हुई। भारतीयों ने साबित कर दिया है कि विभिन्न भाषा और विविधता के बावजूद भारतीय एकजुट हैं। यह अनेकता में एकता की सच्ची तस्वीर है।
उन्होंने कहा कि हमें लोकतंत्र की शपथ लेनी चाहिए। प्रत्येक भारतीय को बोलने का अधिकार, अभिव्यक्ति का अधिकार, धर्म का पालन करने का अधिकार है, यह सब हमारे नेताओं का उपहार है जिन्होंने देश का विकास किया। लोकतंत्र को जिंदा रखना हमारी जिम्मेदारी है और हमें शपथ लेकर देश के लिए कुछ करना चाहिए।