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रायपुर, 26 अगस्त। कलिंगा विश्वविद्यालय, जूलॉजी विभाग, विज्ञान संकाय ने कलिंगा विश्वविद्यालय के लिए ‘‘माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसाइटी इंडिया’’ (एमबीएसआई) इकाई के उद्घाटन की पहल की। ़
विज्ञान संकाय के प्राणीशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ मनोज सिंह के मार्गदर्शन में 24 अगस्त 2022 को कलिंगा विश्वविद्यालय के सभागार में दोपहर 01:30 बजे से कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम को विभाग के अन्य संकाय सदस्यों द्वारा समन्वित किया गया था; डॉ अजय हरित और डॉ सोहिनी भट्टाचार्य।
कार्यक्रम का उद्घाटन एमबीएसआई के अध्यक्ष डॉ अरविंद माधवराव देशमुख (डॉ देशमुख उस्मानाबाद में डॉ बाबासाहेब अंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के पूर्व प्रोफेसर और प्रमुख हैं) ने डॉ आर श्रीधर कुलपति, डॉ बायजू जॉन महानिदेशक, डॉ संदीप गांधी रजिस्ट्रार, श्री राहुल मिश्रा डीन अकादमिक मामलों, डॉ. सी. के. शर्मा डीन, विज्ञान संकाय, संकायों के सदस्य और के विभिन्न विभागों के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
सोसाइटी के उद्घाटन के बाद, डॉ. देशमुख ने विश्वविद्यालय को समाज के लाभों पर प्रकाश डाला, संकाय सदस्यों और इन कुछ छात्रों को नीचे सूचीबद्ध किया गया है सूक्ष्म जीव विज्ञान में अनुसंधान को प्रोत्साहित और समर्थन करना।
सूक्ष्म जीव विज्ञान साहित्य की एक पुस्तकालय स्थापित करने के लिए।
विषय गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए धन और दान आदि की व्यवस्था करना। समर्थन सम्मेलनों, सेमिनारों, संगोष्ठियों, प्रदर्शनियों, और बैठक।
माइक्रोबायोलॉजी के किसी भी पहलू पर व्याख्यान और प्रदर्शन की व्यवस्था करना। शिक्षा के सभी स्तरों पर माइक्रोबायोलॉजी में पाठ्यक्रम आयोजित करना।
माइक्रोबायोलॉजी के क्षेत्र में सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों अकादमियों, समाजों और अन्य संगठन गैर-संगठनों के बीच संबंधों की खेती करना।
कुलपति डॉ. आर श्रीधर ने इस इकाई के गठन के लिए केयू और एमबीएसआई के बीच सहयोग की सराहना की और प्रतिभागियों को इस इकाई की भविष्य की गतिविधियों में उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। डॉ श्रीधर ने कलिंगा विश्वविद्यालय में इस इकाई की स्थापना के लिए प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की भी सराहना की।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों जैसे पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर; भिलाई महिला महाविद्यालय, भिलाई; गवर्नमेंट ङ्क.ङ्घ.ञ्ज.क्कत्र ऑटोनोमस कॉलेज, दुर्ग; राजकीय दानवीर तुलाराम पीजी कॉलेज, उटाई और शासकीय दिग्विजय कॉलेज, राजनांदगांव के विभिन्न विभागों (जूलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, वनस्पति विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी) के प्रमुखों और संकाय सदस्यों की उपस्थिति थी