अंतरराष्ट्रीय
RUSSIAN DEFENCE MINISTRY
अमेरिकी मीडिया में छपी ख़बरों के अनुसार पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की वजह से रूस को उत्तर कोरिया से हथियार ख़रीदने पड़ रहे हैं.
इस वर्ष फ़रवरी में रूस ने अपने पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला कर दिया था. उसके बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर कई सख़्त प्रतिबंध लगा दिए थे. इसी कारण अब शायद रूस को हथियारों के लिए उत्तर कोरिया की तरफ़ देखना पड़ रहा है.
अमेरिकी अख़बार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि रूस ने उत्तर कोरिया से कई रॉकेट और तोपखाने के गोले ख़रीदे हैं.
एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि अगर यूक्रेन के साथ युद्ध लंबा चला तो रूस को, उत्तर कोरिया से और अधिक हथियार ख़रीदने पड़ेंगे.
ऐसी ख़बरें हैं कि पिछले हफ़्ते रूस को ईरानी ड्रोन्स की एक ख़ेप मिली है.
ग़ौरतलब है कि ईरान और उत्तर कोरिया पर पश्चिमी देशों ने व्यापक प्रतिबंध लगा रखे हैं. लेकिन राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन पर हमला करने के बाद से ये दोनों देश, रूस के साथ अपने संबंध मज़बूत करने की कोशिश कर रहे हैं.
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन रूस के यूक्रेन पर हमले को जायज़ ठहराते हुए इसके लिए अमेरिका को ज़िम्मेदार बताते रहे हैं. उनके अनुसार ये अमेरिका की विस्तारवादी नीतियों के कारण हुआ है.
पिछले महीने उत्तर कोरिया ने पूर्वी यूक्रेन के दो इलाक़ों - दोनेस्त्क और लुहांस्क को स्वतंत्र इलाक़ों के तौर पर मान्यता दी थी.
उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया के अनुसार पुतिन भी उत्तर कोरिया के साथ संबंधों को और अधिक विस्तार देना चाहते हैं.
हथियारों की खेप
रिपोर्ट में हथियारों की संख्या के बारे में कोई साफ़ संकेत नहीं है. लेकिन एक अमेरिकी अधिकारी ने एसोसिएटड प्रेस से बातचीत में रूस के उत्तर कोरिया से हथियार ख़रीदने का विश्लेषण किया है.
अधिकारी ने बताया, “रूस सेना को यूक्रेन में हथियारों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. ये दो कारणों से हो रहा है. एक तो प्रतिबंध हैं और दूसरे निर्यात पर भी नियंत्रण लागू हैं.” (bbc.com/hindi)