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मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव
08-Sep-2022 5:33 PM
मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव

मालदीव द्वीप समूह, आधिकारिक तौर पर मालदीव गणराज्य , हिंद महासागर में स्थित एक द्वीप देश है, जो मिनिकॉय आईलेंड और चागोस अर्किपेलेगो के बीच 26 प्रवाल द्वीपों की एक दोहरी चेन से बना है,  जिसका फैलाव भारत के लक्षद्वीप टापू की उत्तर-दक्षिण दिशा में है। यह लक्षद्वीप सागर में स्थित है, श्री लंका की दक्षिण-पश्चिमी दिशा से करीब सात सौ किलोमीटर पर।

मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव हो रहे हैं। इस देश में  राजनीति एक अध्यक्षीय गणराज्य ढांचे के तहत होती है, जहां राष्ट्रपति सरकार का मुखिया होता है। राष्ट्रपति  कार्यकारी शाखा का मुखिया होता है और केबिनेट की नियुक्ति करता है जिसे संसद मंजूरी देती है। राष्ट्रपति  मजलिस(संसद) के गुप्त मतदान द्वारा पांच वर्ष के कार्यकाल के लिए नामांकित किया जाता है जिसकी पुष्टि राष्ट्र जनमत संग्रह द्वारा की जाती है। मालदीव का संविधान गैर-मुस्लिम वोटो को मना करता है।

मालदीव की युनिकेम्र्ल मजलिस में 50  सदस्य होते हैं, जो पांच साल के कार्यकाल तक सेवा करते हैं। प्रत्येक प्रवाल द्वीप में दो सदस्य सीधे चुने जाते हैं। आठ राष्ट्रपति  द्वारा नियुक्त किया जाते हैं।

लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित पहले राष्ट्रपति नशीद के पिछले साल फरवरी में  इस्तीफे के बाद देश में राजनीतिक अस्थिरता का दौर चल रहा था। राष्ट्रपति चुनाव में मालदीव के 2.39 लाख से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस पद के लिए चार उम्मीदवार अपनी सियासी किस्मत आजमा रहे हैं। मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के उम्मीदवार नशीद, पूर्व राष्ट्रपति  मौमून अब्दुल गयूम के भाई तथा प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के उम्मीदवार अब्दुल्ला यामीन एवं जम्हूरी पार्टी के उम्मीदवार कासिम इब्राहीम इस चुनाव में मैदान में हैं। अगर चारों उम्मीदवारों में कोई भी कुल मतदान का 50 प्रतिशत हासिल नहीं कर पाता है तो शीर्ष दो उम्मीदवारों के बीच दूसरे चरण का चुनाव 28 सितंबर को होगा।  चुनाव के लिए मालदीव के 192 द्वीपों में  470 बैलेट बॉक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है।  इसके अलावा नई दिल्ली, तिरुअनंतपुरम, लंदन, कोलंबो, कुआलालंपुर और सिंगापुर में छह मतदान केंद्र बनाए गए हैं, ताकि प्रवासी लोग मतदान कर सकें। इतना ही नहीं देश की पांच जेलों में बंद 1500 से ज्यादा कैदियों को भी मतदान का मौका दिया जा रहा है। 

देश के इतिहास में जुलाई वर्ष 2005 में पहली बार राजनीतिक दलों को पेश किया गया। वर्ष 1968 में गणराज्य के रूप में संविधान लागू हुआ (और 1970, 1972 एंव 1975 में इसका संशोधन किया गया) । इसे 27 नवम्बर 1997 में राष्ट्रपति गयूम की सहमति से दूसरे संविधान के साथ बदल दिया गया। यह संविधान 1 जनवरी 1998 को लागू हुआ। राष्ट्रपति राज्य का प्रमुख, सरकार का प्रमुख और सशस्त्र सेनाओं एंव मालदीव की पुलिस का प्रधान सेनाध्यक्ष था। विरोध से तीव्र दबाव के तहत  7 अगस्त 2008 को एक नए संविधान का अनुमोदन हुआ, जिसके तहत न्यायपालिका की शक्ति को राज्यपाल से अलग कर दिया गया।

मालदीव के प्रवाल द्वीप लगभग 90 हजार  वर्ग किलोमीटर में फैले हैं।  इसमें 1 हजार 192 टापू हैं, जिसमें से 200 पर बस्ती है। मालदीव गणराज्य की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है माले। यह मालदीव का एक प्रशासकीय विभाग भी है। पारंपरिक रूप से यह राजा का द्वीप था, जहां से प्राचीन मालदीव राजकीय राजवंश शासन करते थे और जहां उनका महल स्थित था। मालदीव जनसंख्या और क्षेत्र, दोनों ही प्रकार से एशिया का सबसे छोटा देश है।

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