अंतरराष्ट्रीय
स्पेस-एक्स के सीआईओ एलन मस्क ने शुक्रवार को कहा कि वो कंपनी की सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस स्टारलिंक को चालू करेंगे.
इनका यह फ़ैसला अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के उस ट्वीट के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार ने ईरानियों के लिए 'इंटरनेट की आज़ादी को बढ़ाने और बेरोकटोक सूचनाओं के आदान-प्रदान' के लिए कदम उठा रही है.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अमेरिकी वित्त विभाग ने शुक्रवार को निर्देश जारी किया कि ईरान पर प्रतिबंध के बावजूद वहां के नागरिकों को इंटरनेट उपलब्ध कराया जाएगा.
यह फ़ैसला ईरान में 22 साल की एक युवती की पुलिस हिरासत में मौत और ईरान में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच लिया गया है.
ट्रेजरी विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया, "स्टारलिंक को लेकर हमारी समझ ये है कि जो सर्विस वो उपलब्ध करा रहे हैं वो कमर्शियल ग्रेड की है. जरनल लाइसेंस में हार्डवेयर शामिल नहीं होगा. तो अगर वो इसका इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उन्हें वित्त विभाग से अनुमति लेनी होगी."
सामान्य लाइसेंस से भी हो सकता है काम
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने बाद में बताया कि अगर कोई कंपनी सामान्य लाइसेंस में निर्धारित मानकों को पूरा करती है तो बिना किसी अतिरिक्त अनुमति के वो सर्विस प्रोवाइड कर सकती है.
हालांकि अभी तक मस्क की ओर से ईरान में इंटरनेट ऑपरेशन को लेकर कोई स्पष्टीकरण नहीं आया है.
ईरान में महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के बाद विरोध प्रदर्शन हो रहे है. महसा को पुलिस ने 'ठीक ढंग से हिजाब न पहनने' के आरोप में गिरफ़्तार किया था.
एलन मस्क ने कहा कि उनकी कंपनी स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस देना चाहती है, ठीक वैसे ही जैसे उसने रूसी हमले के ख़िलाफ़ लड़ रहे यूक्रेन की मदद की है, और वो प्रतिबंधों पर छूट की मांग करेंगे.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि अगर स्पेस एक्स को लगता है कि ईरान में किसी गतिविधि के लिए उन्हें विशेष लाइसेंस की जरूरत है तो वो उनकी बात सुनी जाएगी.
मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह भी कहा, "अगर स्पेस एक्स इस बात को लेकर सुनिश्चित है कि उनके पास जो लाइसेंस है उसके आधार पर वो अपनी सेवाएं प्रदान सकते हैं तो वो आगे बढ़ सकते हैं. अगर उनके कुछ सवाल हों तो उन पर भी ध्यान दिया जाएगा." (bbc.com/hindi)